कोरोना संक्रमण के मामले हर दिन भले ही बढ़ रहे हो लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर भी सामने आई है.
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नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस (coronavirus) के संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 9152 हो गई है. इस महामारी से देशभर में अब तक 308 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से 35 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
अग्रवाल ने बताया, "कोविड-19 के खिलाफ 5 हजार लोगों ने वालेंटियर्स के तौर पर योगदान दिया है. अब तक 30 करोड़ लोगों को आर्थिक मदद दी गई. देश में कोरोना टेस्ट किट की कोई कमी नहीं है."
कोरोना संक्रमण के मामले हर दिन भले ही बढ़ रहे हो लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर भी सामने आई है. जी हां! स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज बताया गया कि देश के 15 राज्यों के 25 जिले जो कोरोना संक्रमण से प्रभावित थे और जहां पर संक्रमण फैल रहा था, वहां बीते 14 दिन से एक भी संक्रमण का केस सामने नहीं आया है. यानी कह सकते हैं कि इन जिलों में संक्रमण का फैलाव रुक गया है. यह एक बड़ी और राहत भरी खबर है देश के लिए.
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हालांकि एक दिन पहले ही 12 अप्रैल को यह खबर सामने आई थी कि बीते 4 दिनों में देश के 80 जिलों में पुराना संक्रमण का फैला हुआ है लेकिन कुछ जिलों में इस संक्रमण के फैलाव के बीच अच्छी खबर यह है कि जिन जिलों में इसको रोकने के लिए पहले से ही कदम उठाए गए थे उनका असर दिख रहा है और कम से कम 25 जिलों में संक्रमण का फैलना रुक गया. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश के 400 जिले अभी तक कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं.
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आईसीएमआर की तरफ से जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में रमन गंगाखेड़कर जानकारी दी कि कल तक दो लाख 6 हजार 213 सैंपल टेस्ट किए जा चुके है. आईसीएमआर की तरफ से देश को यह भरोसा दिलाया गया कि चिंता की कोई जरूरत नहीं है. वर्तमान स्थान और परीक्षण के आधार पर हम 6 सप्ताह तक आसानी से परीक्षण कर सकते हैं.
देशभर में सरकार टेस्टिंग कैपेसिटी भी बढ़ा रही है और इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों के सैंपल टेस्ट करने की रणनीति भी बनाई जा रही है जिस को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. आईसीएमआर की तरफ से बताया गया कि देशभर में टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए 14 मेंटर संस्थानों की पहचान की गई है, वे अन्य कॉलेजों को प्रशिक्षित करेंगे और यह भी जांचेंगे कि नए लैब स्थापित करने की आवश्यकता है या नहीं.