इस भयावह हादसे को देखते हुए पंजाब में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है.
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अमृतसर: विजयदशमी के दिन पंजाब में अमृतसर में वो हादसा हुआ, जिसे लोग कभी नहीं भूला पाएंगें. लोग रावण दहन के कार्यक्रम देश रहे थे, क्या पता था कि मौत की एक ऐसी रेल आएगी, जो एक साथ 60 से ज्यादा लोगों की बलि ले लेगी. हादसा जोड़ा फाटक पर जालंधर से अमृतसर आ रही ट्रेन से हुआ. दरअसल, अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार (19 अक्टूबर) शाम दशहरा के मौके पर रावण दहन देखने के लिए बबड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी थी. लोग रेल की पटरियों पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे, तभी अचानक तेज रफ्तार में ट्रेन आई और सैकड़ों लोगों को कुचलती हुई चली गई. दुर्घटना की परेशान कर देने वाली वीडियो फुटेज दिखा रही है कि जब यह हादसा हुआ तब कई लोग कार्यक्रम की अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे थे.
#WATCH The moment when DMU train 74943 ran over people who were watching #Dussehra celebrations in Choura Bazar near #Amritsar (Source Unverified) pic.twitter.com/XJN37vB0md
— ANI (@ANI) October 19, 2018
बताया जाता है कि जिस वक्त ये दर्दनाक हादसा हुआ, उस वक्त जलते रावण के पटाखों की गूंज में रेलवे ट्रैक पर खड़े दहन देखनेवालों को ट्रेन की सीटी सुनाई नहीं पड़ी. नतीजा ये हुआ कि पलक झपकते ही वे तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए. प्रशासन अब तक 60 लोगों की मौत और 51 लोगों के जख्मी होने की पुष्टि कर चुका है. मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे, जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे. इस पूरे हादसे का वीडियो जारी हुआ है, जिसमें भीड़ के बीच से ट्रेन का गुजरते देखा सकता है.
#WATCH The moment when the DMU train 74943 stuck people watching Dussehra celebrations in Choura Bazar near #Amritsar (Source:Mobile footage-Unverified) pic.twitter.com/cmX0Tq2pFE
— ANI (@ANI) October 19, 2018
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन और रेलवे को लेकर काफी गुस्सा है. घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों ने कहा, 'प्रशासन और दशहरा कमिटी की पूरी तरह गलती है. जब रेलवे लाइन के किनारे ऐसा कोई आयोजन था तो पहले रेलवे से मंजूरी ली जानी चाहिए थी और आयोजन स्थल के पास से ट्रेन को धीमी रफ्तार से निकालना चाहिए था.' गुस्साएं लोगों का कहना है कि कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं की ओर से प्रशासन से मंजूरी लिए बिना दशहरा समारोह का आयोजन किया गया था.
इस भयावह हादसे को देखते हुए पंजाब में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'अमृतसर रेल दुर्घटना के मद्देनजर प्रदेश में कल (शनिवार 20 अक्टूबर) को शोक रहेगा. सभी दफ्तर और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा, ‘अभी मुझे नहीं पता है कि रेलवे स्टेशन के बगल में रावण का यह पुतला क्यों बनाया गया था. लेकिन प्रशासन इसे देखेगा और जब कल मैं वहां जाउंगा तो हम इसकी जांच करेंगे.' उन्होंने अपना तयशुदा इस्राइल दौरा स्थगित कर दिया है और वह शनिवार सुबह अमृतसर पहुंच रहे हैं.