योगी आदित्यनाथ PM मोदी और RSS की पसंद नहीं थे, फिर किसने आगे बढ़ाया नाम?
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योगी आदित्यनाथ PM मोदी और RSS की पसंद नहीं थे, फिर किसने आगे बढ़ाया नाम?

योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम बन चुके हैं और रोजाना ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं. लेकिन यह बात आपको जानकर हैरानी होगी कि कि योगी आदित्यनाथ ना तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली पसंद थे और ना ही राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की तरफ से उनका नाम आगे बढ़ाया गया था.

भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के कहने पर योगी आदित्यनाथ के प्रति भरोसा दिखाते हुए उन्हें ऐसे प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया .

नई दिल्ली: योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम बन चुके हैं और रोजाना ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं. लेकिन यह बात आपको जानकर हैरानी होगी कि कि योगी आदित्यनाथ ना तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली पसंद थे और ना ही राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की तरफ से उनका नाम आगे बढ़ाया गया था.

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BJP के मुखिया अमित शाह ने दिखाया भरोसा
  
लेकिन फिर भी भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के कहने पर योगी आदित्यनाथ के प्रति भरोसा दिखाते हुए उन्हें ऐसे प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया जहां 14 साल बाद बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई.

कॉलमिस्ट कूमी कपूर ने अंग्रेजी अखबार एक्‍सप्रेस में अपने साप्‍ताहिक कॉलम ‘इनसाइड ट्रैक’ में लिखा है कि शुरुआत में यूपी की जीत के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की जा रही थी. कहा जा रहा था कि यूपी में भाजपा नरेंद्र मोदी की वजह से ही जीती है. मोदी ने भी यूपी में काफी प्रचार किया था. लेकिन धीरे-धीरे बीजेपी को समर्थन करने वाले लोगों का ही एक धड़ा योगी आदित्य नाथ की तरफ हो लिया. ‘हर हर मोदी’ की जगह ‘हर हर योगी’ के नारे भी लगने शुरू हो गए थे. योगी आदित्य नाथ को आने वाले वक्त का पीएम भी बताया जाने लगा था.

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PM मोदी की पसंद थे मनोज सिन्हा

यूपी में मुख्यमंत्री पद के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की पसंद मनोज सिन्हा बने हुए थे. मनोज सिन्हा मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री होने के साथ-साथ मोदी के खास दोस्त भी माने जाते हैं. कहा जाता है कि मोदी ने तो मनोज सिन्हा से कह भी दिया था कि वह ही यूपी के अगले सीएम होंगे. इस वजह से जिस दिन यूपी सीएम के नाम का ऐलान होना था उस दिन मनोज सिन्हा वाराणसी के दो मुख्य मंदिरों (काशी विश्वनाथ और काल भैरव) के दर्शन करने भी पहुंचे थे. उनके नाम पर मुहर लगना तय माना जा रहा था. मीडिया में भी इस दिन उनके नाम की अटकलें तेज थी.

अमित शाह ने उठाया मनोज सिन्हा के नाम पर सवाल

लेकिन तब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मनोज सिन्हा के नाम पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर काफी लोग सिन्हा के खिलाफ हैं. इसी बीच राजनाथ सिंह के नाम पर भी चर्चा हुई जो इस वक्त मोदी सरकार में केंद्रीय गृहमंत्री हैं. लेकिन दोनों में से किसी एक को चुनने की बजाय फिर अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को चुना. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोदी और संघ की पसंद ना होने के बावजूद अमित शाह ने कहा कि योगी 2019 का चुनाव जीतने के लिए सबसे सही हैं क्योंकि वह कड़े फैसले लेने में सक्षम हैं.

कौन हैं कूमी कपूर?

कूमी कपूर जानेमानी कॉलमिस्ट हैं जो पिछले चार दशकों से लिख रही है. ज्यादातर ये राजनीतिक विषयों पर लिखते हैं. वह कई अखबारों में बतौर रिपोर्टर, विशेष संवाददाता और विभिन्न पदों पर काम कर चुकी हैं. वह इंडियन एक्स्प्रेस से फिलहाल जुड़ी हुई है. वह अपने करीब चालीस साल के करियर में राजनीतिक गलियारों हलचलों पर गहरी और पैनी नजर रखती आई हैं

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