ZEE जानकारीः आजकल चारों तरफ Fake News की आंधी चल रही है
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ZEE जानकारीः आजकल चारों तरफ Fake News की आंधी चल रही है

फर्ज़ी ख़बरों के फैलने की रफ्तार इतनी तेज़ होती है, कि कई बार दंगे-फसाद हो जाते हैं.

ZEE जानकारीः आजकल चारों तरफ Fake News की आंधी चल रही है

आजकल चारों तरफ Fake News की आंधी चल रही है और झूठ की इस आंधी में सच, किसी को ठीक से दिखाई नहीं देता. फर्ज़ी ख़बरों के फैलने की रफ्तार इतनी तेज़ होती है, कि कई बार दंगे-फसाद हो जाते हैं, लोगों की हत्या हो जाती है, भीड़ हिंसक हो जाती है और बिना किसी कारण, बड़े बड़े विवाद हो जाते है. इसलिए आपको Fake News पहचानने की प्रैक्टिस लगातार करते रहनी चाहिए. Fake News की वजह से सरकारें परेशान हैं, आम लोग परेशान हैं और फिल्मस्टार भी इससे अलग नहीं हैं. आज हमारे पास फिल्म स्टार अक्षय कुमार का एक Fake वीडियो आया है. सबसे पहले आप ये वीडियो देखिए, फिर हम इसका विश्लेषण करेंगे. 

अगर हमने इस पर Fake Video नहीं लिखा होता, तो आप इसे फर्ज़ी नहीं बल्कि असली ही समझते . अक्षय कुमार के बारे में ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि वो तनुश्री दत्ता के शोषण के मुद्दे पर चुप हैं और जब उनसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने रिपोर्टर को चुप करा दिया. यहां आपको बता दें कि तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर शोषण का आरोप लगाया है. और इस मुद्दे पर पूरी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बंट गई है. हर रोज़ इस मामले में कोई ना कोई नया विवाद हो रहा है और कुछ लोग इस विवाद को लगातार भड़का रहे हैं.

अगर कोई भी व्यक्ति अक्षय कुमार के इस वीडियो को देखेगा, वो यही सोचेगा कि आवाज़ भी अक्षय कुमार की है और सवाल भी उन्हीं से पूछा जा रहा है, तो फिर ये वीडियो फर्ज़ी कैसे है? जब हमने इस वीडियो की जांच की, तो हमें पता चला कि इस वीडियो में जो असली सवाल पूछा गया था, उसे Editing करके हटा दिया गया और उसकी जगह एक दूसरा सवाल जोड़ दिया गया. इसके बाद अक्षय कुमार के जवाब से भी Editing करके कुछ हिस्से हटाए गए हैं. अब आप असली वीडियो देखिए और फिर आपको खुद ही ये समझ में आ जाएगा कि कैसे इस वीडियो से छेड़छाड़ की गई. 

अब आप समझ गए होंगे कि कैसे एडिटिंग के ज़रिए सवाल से करीना कपूर का नाम हटाकर तनुश्री दत्ता का नाम जोड़ दिया गया. आपने ये भी ध्यान दिया होगा कि अपने जवाब के अंत में अक्षय कुमार ने खुद करीना कपूर का नाम लिया था. इसीलिए Fake वीडियो से उसे हटा दिया गया. अब एक बार फिर आप असली और नकली वीडियो को एक साथ देखिए.. इससे आपको Fake News की पूरी कहानी समझ में आ जाएगी. 

ये दोनों Videos Youtube पर Upload किए गये हैं. और हमने थोड़े से प्रयास के बाद ये पता लगा लिया कि इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ कैसे हुई? इसीलिए हम आपको बार बार ये सलाह देते हैं कि सोशल मीडिया से प्रचारित होने वाली किसी भी ख़बर पर आंख बंद करके विश्वास न करें. हो सकता है कि आप सावधान भी रहते हों और आसानी से किसी वीडियो पर भरोसा ना करते हों, लेकिन कई बार ऐसे वीडियो भी आते हैं, जो देखने और सुनने में बिल्कुल असली लगते हैं, लेकिन असलियत में बड़ी ही चालाकी से उन्हें Fake बनाया गया होता है. जैसा कि इस वीडियो में हुआ है. अक्षय कुमार ने इस पूरे मामले की शिकायत मुंबई पुलिस के साइबर Cell में दर्ज करवाई है. और अब पुलिस इसकी जांच कर रही है.Fake News को लेकर भारत अभी ज़्यादा गंभीर नहीं हुआ है, लेकिन दुनिया के बहुत से देश ऐसे हैं, जिन्होंने Fake News के ख़तरे को पहचान लिया है.

Fake News से निपटने के लिए इंडोनेशिया की सरकार ने भी कुछ कदम उठाए हैं. इंडोनेशिया में अब हर हफ्ते लोगों को बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके Fake News की जानकारी दी जाएगी. इंडोनेशिया में Fake News एक बड़ी समस्या है. वहां की सरकार ने 70 लोगों की एक टीम भी बनाई है, जो Fake News को पहचानने का काम करेगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के अलावा Fake News को सरकारी Website पर भी Post किया जाएगा, ताकि लोगों को ये पता चले कि कौन सी ख़बर Fake News है. Fake News का मुकाबला करने के लिए इंडोनेशिया ने इसी वर्ष जनवरी में एक नई Cyber Security Agency भी बनाई थी. फ्रांस ने भी इसी वर्ष जुलाई में Fake News के खिलाफ एक कानून बनाया है. 

इस कानून के तहत अगर कोई ख़बर झूठी या फर्ज़ी साबित हुई तो सरकार किसी भी मीडिया हाउस पर तुरंत प्रतिबंध लगा सकती है. इस कानून के तहत सोशल नेटवर्किंग Websites की ज़िम्मेदारी बढ़ा दी गई है. अब Fake News के प्रचारित होने पर इन Websites को तुरंत इसकी जानकारी सरकार को देनी होगी और अपनी कार्रवाई को सार्वजनिक भी करना होगा. इस कानून के तहत सरकार को ये अधिकार भी दिया गया है कि अगर कोई Broadcaster फ्रांस को अस्थिर करने की कोशिश करता है, तो उसे Off Air किया जा सकता है. उसका प्रसारण बंद किया जा सकता है. हमें लगता है कि भारत को भी Fake News के दुष्प्रभाव से बचने के लिए ऐसे कदम उठाने होंगे.

Fake News की समस्या वैसे तो बहुत गंभीर है... लेकिन इसे समझाने के लिए हम एक हल्के फुल्के तरीके का इस्तेमाल करेंगे. हम आपको एक Video दिखाएंगे. ये 1972 में आई हिंदी फिल्म संजोग का एक सीन है. इसमें ये दिखाने की कोशिश की गई है कि कैसे सच्ची ख़बरों में झूठ की मिलावट करके, Fake News फैलाई जाती है. उस ज़माने में ना तो मोबाइल फोन था, ना इंटरनेट था और ना ही Whatsapp था, लेकिन अफवाहें तब भी फैलती थीं. इस सीन में जो कुछ दिखाया गया है, आजकल Social Media पर बिलकुल वैसा ही हो रहा है.

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