मॉनसून की कमजोर शुरुआत, 30 फीसदी कम बारिश
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मॉनसून की कमजोर शुरुआत, 30 फीसदी कम बारिश

दक्षिण पश्चिम मानसून के मंगलवार को आगमन के बाद से जून के पहले सप्ताह में देश में 30 फीसदी कम ही बारिश हुई है। यह मानसून की कमजोर शुरुआत है। भारतीय मौसम विभाग ने आज कहा कि देश में एक से छह जून के दौरान औसत 19.9 मिलीमीटर के बजाय 14 मिलीमीटर बारिश हुई।

नई दिल्ली : दक्षिण पश्चिम मानसून के मंगलवार को आगमन के बाद से जून के पहले सप्ताह में देश में 30 फीसदी कम ही बारिश हुई है। यह मानसून की कमजोर शुरुआत है। भारतीय मौसम विभाग ने आज कहा कि देश में एक से छह जून के दौरान औसत 19.9 मिलीमीटर के बजाय 14 मिलीमीटर बारिश हुई।
विभाग के अनुसार मानूसन सामान्य से चार दिन विलंब से मंगलवार को केरल पहुंचा। उसके आंकड़े के मुताबिक 36 उप संभागों में से चार में अत्यधिक बारिश हुई। केरल में मानसून के आगमन पर भारी बारिश होती है जबकि इस बार कम बारिश हुई।
मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि इस बार मानूसन की शुरूआत अच्छी नहीं हुई है तथा पश्चिमी तट से सटे क्षेत्रों में ही बारिश हुई जबकि प्रायद्वीपीय क्षेत्र अपेक्षाकृत शुष्क रहा। दक्षिण प्रायद्वीप के क्षेत्रों-तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, उत्तरी भीतरी कर्नाटक, दक्षिणी भीतरी कर्नाटक तथा केरल में या तो बारिश नहीं हुई या बहुत कम बारिश हुई। लक्षदीप के अलावा पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में अत्यधिक बारिश हुई।
कृषि के लिए मानसूनी बारिश काफी अहम है क्योंकि कृषियोग्य भूमि का महज 40 फीसदी हिस्सा ही सिंचाई के अंतर्गत है। कृषि क्षेत्र का हमारे देश के सकल घरेलू उत्पाद में केवल 15 फीसदी योगदान है लेकिन उसमें देश की 60 फीसदी जनसंख्या लगी हुई है। वर्ष 2010 और 1011 में अच्छे मानसून के बदौलत देश में क्रमश: 24.5 करोड़ टन और 25.256 करोड़ टन का रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ था। (एजेंसी)

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