मीडिया एडवाइजरी पर भिड़े मोदी और मनीष तिवारी
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मीडिया एडवाइजरी पर भिड़े मोदी और मनीष तिवारी

नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस भाषण की तुलना में उनके भाषण को प्रसारित किए जाने पर सरकार पर शुक्रवार को प्रहार किया और उस पर उन्हें एवं भाजपा की आवाज कुचलने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उनके इस दावे का केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने खंडन किया और गुजरात में प्रेस की आजादी पर सवाल उठाया।

नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस भाषण की तुलना में उनके भाषण को प्रसारित किए जाने पर सरकार पर शुक्रवार को प्रहार किया और उस पर उन्हें एवं भाजपा की आवाज कुचलने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उनके इस दावे का केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने खंडन किया और गुजरात में प्रेस की आजादी पर सवाल उठाया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के पास एडवाइजरी के बारे में गलत तथ्य हैं और वह प्रेस की आजादी के बारे में ऐसे बात कर हैं जैसे उल्टे चोर कोतवाल को डांटे।
इससे पहले मोदी ने उत्तर प्रदेश के बहराइच में आरोप लगाया था कि केंद्र द्वारा टीवी मीडिया को एडवाइजरी जारी किया कि क्यों उन्हें उस वक्त प्रधानमंत्री के समतुल्य दिखाया गया जब वह 15 अगस्त को लालकिले से राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 15 अगस्त को जो कुछ दिखाया गया, उसपर इस सप्ताह परामर्श जारी किया गया। केंद्र सरकार को प्रधानमंत्री के सम्मान की परवाह नहीं है बल्कि 27 अक्तूबर की उस घटना से चिंतित है जब राजनाथ सिंह और नरेंद्र मोदी पटना में (जनसभा को) संबोधित कर रहे थे और उनके शहजादे दिल्ली में भाषण दे रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मीडिया का दोष है कि वे शहजादे को दिखा रहे थे, उसी समय मोदी भी नजर आए और सुने गए और कांग्रेस को यह बहुत अखरा।’’
इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री तिवारी ने ट्विटर पर कहा कि मोदी जिस दिन की घटना का जिक्र कर रहे हैं वह 27 अक्तूबर की है जबकि एडवाइजरी उससे काफी पहले 21 अक्तूबर को ही जारी कर दी गयी थी। (एजेंसी)

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