नेशनल हेराल्ड मामले में आयकर विभाग की ओर से भेजे गए नोटिस के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कहा कि राजनीतिक बदले की भावना के तहत यह कार्रवाई की गई है।
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ज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : नेशनल हेराल्ड मामले में आयकर विभाग की ओर से भेजे गए नोटिस के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कहा कि राजनीतिक बदले की भावना के तहत यह कार्रवाई की गई है।
सोनिया गांधी ने कहा कि हमें इनकम टैक्स विभाग का नोटिस मिला है। पार्टी (कांग्रेस) को भेजा गया यह नोटिस एक राजनीतिक साजिश है। बदले की भावना से यह नोटिस भेजा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इससे कांग्रेस को सत्ता में वापसी में मदद मिलेगी। हम आने वाले दिनों में और मजबूत होकर उभरेंगे। मजबूत होकर फिर से सत्ता में आएंगे।
गौरतलब है कि हेराल्ड नेशनल अखबार मामले में पटियाला कोर्ट में सुनवाई होनी है। इस मामले में कोर्ट ने बीते दिनों सोनिया गांधी और राहुल गांधी को समन जारी किया है। यदि मामला साबित होता है तो कांग्रेस को चंदे पर मिलने वाली आयकर छूट से वंचित किया जा सकता है।
जिक्र योग्य है कि इस मामले में 26 जून को कोर्ट ने समन जारी किया था। उसके बाद विपक्ष इस मामले में सत्ता पक्ष पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगा रहा है। आयकर विभाग और आरपीए एक्ट के मुताबिक, कोई भी राजनैतिक पार्टी किसी व्यवसाय और फंड में निवेश नहीं कर सकती। यदि मामला साबित होता है तो कांग्रेस को चंदे पर मिलने वाली आयकर छूट से वंचित किया जा सकता है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले की जांच आयकर विभाग से करवाने के लिए वित्तमंत्री अरुण जेटली को खत भी लिखा था।
गौर हो कि कांग्रेस पर आरोप है कि नवंबर, 2012 में नेशनल हेराल्ड के प्रकाशक एसोसिएट जर्नल को 90 करोड़ रुपये का ब्याज रहित कर्ज दिया गया था और नियमों के मुताबिक राजनैतिक पार्टी इस तरह का कर्ज नहीं दे सकती। हालांकि इस मामले में कांग्रेस ने कहा है कि कर्ज सभी कानूनों का पालन करते हुए दिया गया है। कांग्रेस को राजनीतिक पार्टी होने के नाते चंदे पर आयकर से छूट प्राप्त है। ऋण लेने के बाद एसोसिएट जर्नल का अधिग्रहण यंग इंडिया नाम की एक नई कंपनी ने कर लिया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 76 फीसदी हिस्सेदारी है।