टाट्रा ट्रक केस: एंटनी और नायर के बयान दर्ज
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टाट्रा ट्रक केस: एंटनी और नायर के बयान दर्ज

सीबीआई ने टाट्रा ट्रक खरीद मामले में रक्षा मंत्री एके एंटनी और प्रधानमंत्री के सलाहकार टीकेए नायर के बयान दर्ज किए हैं।

नई दिल्ली : सीबीआई ने टाट्रा ट्रक खरीद मामले में रक्षा मंत्री एके एंटनी और प्रधानमंत्री के सलाहकार टीकेए नायर के बयान दर्ज किए हैं। यह बयान पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह द्वारा इस खरीद को लेकर लगाए गए रिश्वत से जुड़े आरोपों के संदर्भ में दर्ज किए गए हैं ।
गौरतलब है कि पूर्व सेना प्रमुख ने आरोप लगाए थे कि सार्वजनिक क्षेत्र के एक उपक्रम से टाट्रा ट्रकों की खरीद को मंजूरी देने के लिए एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ सेना अधिकारी ने उन्हें रिश्वत की पेशकश की थी।
करीब दो साल से मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अब एंटनी और नायर के बयान दर्ज करने का फैसला किया ताकि मामले को बंद करने या फिर आरोप पत्र दायर करने को लेकर जल्द से जल्द अंतिम फैसला लिया जा सके।
सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने आज कहा, ‘हां हमने गवाह के तौर पर रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व प्रधान सचिव के बयान दर्ज किए।’ पूर्व सेना प्रमुख ने आरोप लगाया था कि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) तेजिंदर सिंह ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बीईएमएल से 1,600 से अधिक टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति को मंजूरी देने के लिए उन्हें 14 करोड़ रपए की रिश्वत की पेशकश की थी।
सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल ने सिंह के आरोपों से इनकार किया था। रक्षा मंत्रालय ने पूर्व सेना प्रमुख द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर सीबीआई जांच का आदेश दिया था जिसके बाद अक्तूबर, 2012 में मामला दर्ज किया गया।
गाजियाबाद लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व सेना प्रमुख वीक सिंह ने अपनी शिकायत में कहा था कि 22 सितंबर, 2010 को सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल द्वारा की गयी कथित रिश्वत की पेशकश के बाद उन्होंने रक्षा मंत्री को इसकी जानकारी दी थी। सीबीआई ने कहा कि उसने नायर से पूछताछ इसलिए की क्योंकि पूर्व सेना प्रमुख ने आरोप लगाया था कि नायर ने टाट्रा सौदा खत्म करने का विरोध किया था। एजेंसी ने कहा कि वह ऑडियो टेप जिसमें कथित रूप से वीके सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल के बीच हुई बातचीत की रिकॉडिंग होने की बात कही जा रही है, वह बेकार है क्योंकि इसमें केवल शोर सुनायी दे रहा है।
सीबीआई ने कहा कि फोरेंसिक उपायों से आवाज दोबारा पाने की कोशिश का कोई फायदा नहीं हुआ। सीबीआई को ये टेप पूर्व सेना प्रमुख ने सौंपे थे। सीबीआई ने कहा कि उसने लेफ्टिनेंट जनरल सिंह और टाट्रा कंपनी के मालिक के संबंधों की जांच की लेकिन उसे कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिला। (एजेंसी)

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