भोपाल के जंबूरी मैदान में शिवराज की हुई हैट्रिक ताजपोशी
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भोपाल के जंबूरी मैदान में शिवराज की हुई हैट्रिक ताजपोशी

शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां जंबूरी मैदान में लगातार तीसरी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल रामनरेश यादव ने एक भव्य समारोह में चौहान को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

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ज़ी मीडिया ब्यूरो
भोपाल : शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां जंबूरी मैदान में लगातार तीसरी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल रामनरेश यादव ने एक भव्य समारोह में चौहान को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। चौहान ने आज दोपहर 12.05 बजे अकेले हिन्दी में शपथ ग्रहण की। वे अगले कुछ दिनों में अपने मंत्रिमंडल का गठन करेंगे।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर, छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू, भाजपा नेता सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, वेंकैया नायडू, रविशंकर प्रसाद, जसवंत सिंह, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, प्रभात झा, शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे तथा उद्योगपति अनिल अंबानी आदि मौजूद थे।
इससे पहले चौहान मुख्यमंत्री निवास से अपने परिजनों के साथ जंबूरी मैदान पहुंचे तथा वहां उन्होंने मंच पर मौजूद विभिन्न धर्म गुरुओं से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे।
चौहान ने शपथ ग्रहण करने के बाद वरिष्ठ नेताओं से आशीर्वाद लिया और समकक्षों से हाथ मिलाकर बधाई स्वीकार की। चौहान मध्यप्रदेश के तीसरे मुख्यमंत्री हैं जिन्होने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इससे पहले कांग्रेस की ओर से अर्जुन सिंह तथा श्यामाचरण शुक्ला तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं लेकिन चौहान ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होने लगातार तीसरी बार शपथ ग्रहण की है जबकि सिंह एवं शुक्ल अलग अलग समय में तीन बार मुख्यमंत्री रहे हैं।
चौहान के लिये जंबूरी मैदान अत्यंत शुभ सिद्ध हुआ है। उनकी शादी भी इसी मैदान में हुई थी जबकि दूसरी बार वर्ष 2008 में भी उन्होने यहीं शपथ ग्रहण की थी। शपथ ग्रहण समारोह के लिये कड़े सुरक्षा इंतजामों के चलते भारी भीड़ को आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और कई बार इसके लिए उनकी पुलिस से झड़प भी हुई।
इससे पहले शुक्रवार को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवराज ने कहा, 'भाजपा की जीत पार्टी विचारधारा की जीत है। विधायक विनम्रता न भूलें। जनता की सेवा में जुटें और सत्ता के दलालों से दूर रहें। ये ऐसी चीजें सिखाते हैं जिससे हम राह भटककर अपनी मंजिल भूलकर असली कार्यकर्ताओं से दूर हो जाते हैं। इनके चक्कर में फंसने वाले विधायक दूसरी बार विधानसभा का मुंह नहीं देख पाते।'

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