ब्रिटिश शहर में 1,400 बच्चों का यौन शोषण हुआ : रिपोर्ट
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ब्रिटिश शहर में 1,400 बच्चों का यौन शोषण हुआ : रिपोर्ट

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन के एक उत्तरी शहर में करीब 1,400 बच्चों का यौन शोषण किया गया और 16 साल की अवधि के दौरान बच्चों को पीटे जाने, उनके साथ बलात्कार और उनकी तस्करी को रोकने में प्राधिकारी सामूहिक रूप से नाकाम रहे। इन छोटे बच्चों की उम्र कम से कम 11 साल थी।

लंदन : एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन के एक उत्तरी शहर में करीब 1,400 बच्चों का यौन शोषण किया गया और 16 साल की अवधि के दौरान बच्चों को पीटे जाने, उनके साथ बलात्कार और उनकी तस्करी को रोकने में प्राधिकारी सामूहिक रूप से नाकाम रहे। इन छोटे बच्चों की उम्र कम से कम 11 साल थी।

एलेक्सिस जे ने वर्ष 1997 से 2013 के बीच उत्तरी इंग्लैंड के रॉदरहैम शहर में रोंगटे खड़े कर देने वाली हिंसा का जिक्र किया है। इस शहर की आबादी करीब 250,000 है। इस रिपोर्ट के बाद यह कल्पना करना मुश्किल है कि इतने लंबे समय तक कुछ नहीं किया गया।

रिपोर्ट में कई लोगों द्वारा, खास कर ब्रिटेन के पाकिस्तानी समुदाय द्वारा बलात्कार किए जाने का जिक्र है। इसमें बताया गया है कि उत्तरी इंग्लैंड में किस तरह बच्चों की एक शहर से दूसरे शहर तस्करी की जाती है, उनका अपहरण किया जाता है, उन्हें मारा पीटा जाता है और उन्हें धमकाया जाता है।

जे ने कहा, ‘ऐसे भी उदाहरण हैं जब बच्चों पर पेट्रोल डाल कर उन्हें जलाने की धमकी दी गई, बंदूक दिखा कर उन्हें धमकाया गया, हिंसक बलात्कार को उनके सामने अंजाम दिया गया और धमकी दी गई कि किसी को बताने पर उनके साथ भी यही होगा।’ उन्होंने कहा ‘11 साल की लड़कियों तक से बार बार बलात्कार किया गया।’

जे ने हालांकि यह सुनिश्चित जरूर किया है कि बच्चों की पहचान जाहिर न हो लेकिन उन्होंने उनके उत्पीड़न का जिस तरह परत दर परत ब्यौरा दिया है उससे पता चलता है कि पीड़ित बच्चे 11 साल से 16 साल की उम्र के थे। इनमें से ज्यादातर लड़कियां थीं जिन्हें अधिक उम्र के अनजान व्यक्तियों ने अपना शिकार बनाया। मामलों पर गौर करें तो पता चलता है कि बच्चे के बारे में प्राधिकारियों को विभिन्न कारणों के चलते पता लगा। उदाहरण के लिए, उनके घर से लापता होने की सूचना, अनजान व्यक्ति के साथ स्कूल से जाने की सूचना या उनका पीछा किए जाने की सूचना आदि।

पुराने मामलों में ज्यादातर पीड़ितों को ‘श्वेत ब्रिटिश बच्चे’ बताया गया है। लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि हालिया मामलों में ज्यादातर पाकिस्तानी, कश्मीरी और रोमा समुदायों के हैं। रॉदरहैम पर सबसे पहले ध्यान वर्ष 2010 में गया जब पांच व्यक्तियों को देह व्यापार के लिए किशोरों को तैयार करने का दोषी ठहराते हुए लंबी सजाएं सुनाई गईं। इसके बाद रोशडेल, डेरबी और ऑक्सफोर्ड में कथित पाकिस्तानियों की संलिप्तता वाले बड़े मामले भी सामने आए तथा समुदायों ने अपने यहां बच्चों के यौन शोषण के मामलों को ज्यादा गंभीरता से लेना शुरू किया।

रॉदरहैम ने मामलों की औपचारिक जांच करने का निर्णय किया। स्कॉटलैंड सरकार की पूर्व मुख्य सामाजिक कार्य सलाहकार जे को जांच का जिम्मा सौंपा गया। जे ने बीबीसी को बताया कि जो कुछ उन्होंने पाया, उससे वह स्तब्ध रह गईं।

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