दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डु प्लेसिस ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, यहां की पिच बिल्कुल भारत की तरह थी.
Trending Photos
सेंचुरियन : दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा कि भारत में 2015 में पूरी तरह से स्पिन की अनुकूल पिचों पर सीरीज गंवाने ने उनकी टीम को यहां सेंचुरियन की उस पिच पर सीरीज जीतने के लिए प्रेरित किया जो मेहमान टीम के अधिक अनुकूल थी. मेजबान टीम ने आज दूसरे टेस्ट में 135 रन की जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की विजयी बढ़त बनाई. डु प्लेसिस ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘भारत में (2015 में) हमारे लिए हालात मुश्किल थे. निजी तौर पर और टीम के रूप में हमें वहां संघर्ष करना पड़ा और सीरीज के बाद भी इसका हम पर मानसिक असर पड़ा. इसलिए खिलाड़ी इस सीरीज के दौरान इसमें सुधार करने के लिए काफी प्रेरित थे.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि आप विशेष तौर पर इस टेस्ट में देख सकते हैं. ऐसे हालात में हमने काफी अच्छी तरह सामंजस्य बैठाया, जो हमारे से अधिक उनके अधिक अनुकूल थे और आगे रहने के लिए हमने प्रत्येक घंटे कड़ी टक्कर दी.’
टीम चयन के सवाल पर भड़के कोहली, पलटकर बोले- आप ही चुन लीजिए टीम, जानें और क्या कहा?
डुप्लेसिस ने कहा, ‘हालात हमारी पसंद के अनुरूप नहीं थे, लेकिन हालात ऐसे ही थे और हमें जीत दर्ज करने की जरूरत थी. और मुझे लगता है कि हमने शानदार प्रदर्शन किया. ऐसा समय आया जब भारत ने हमें दबाव में डाला और हर बार हमने जज्बे के साथ जवाब दिया इसलिए हां, यह टेस्ट काफी विशेष है.’ दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने पिच को लेकर चिंता जताई और इसकी तुलना 2015 की पूरी तरह से स्पिन की अनुकूल पिचों से की.
INDvsSA : जीत का जश्न मना रही थी अफ्रीकी टीम, तभी आई ये बुरी खबर
उन्होंने कहा, ‘टेस्ट मैच से पहले जब मैं जब यहां आया तो मैं काफी चिंतित था. यह सेंचुरियन के उस विकेट की तरह नहीं लग रहा था, जिसे मैं जानता हूं. ईमानदारी से कहूं तो यह चिंता की बात है. हम मैदानकर्मियों को जिम्मेदार ठहरा सकते हैं, लेकिन हमें स्वयं को भी दोषी ठहराना होगा.’ डु प्लेसिस ने मैच में 39 रन देकर छह विकेट चटकाने वाले पदार्पण कर रहे तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी की भी जमकर तारीफ की.
विराट के शेर भले हो गए हों ढेर, लेकिन ये टीम इंडिया पहुंच गई फाइनल में
उन्होंने कहा, ‘यह उसके परिपक्वता को दर्शाता है. जब कोई नया खिलाड़ी टीम में आता है तो मेरी तरफ से यह महत्वपूर्ण है कि हम सुनिश्चित करें कि उसे महसूस हो कि वह इसका हिस्सा है, लेकिन प्रदर्शन करने के लिए जरूरी है कि वह सक्षम हों और इस मौकों को काफी बड़ी चीज के रूप में ना देखें. वे इसे किसी अन्य मैच की तरह लें जहां वे प्रदर्शन कर सकते हैं.’