INDvsAUS: ऑस्ट्रेलिया को संकट में डालने वाले कुलदीप अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं, जानें क्या कहा
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INDvsAUS: ऑस्ट्रेलिया को संकट में डालने वाले कुलदीप अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं, जानें क्या कहा

सिडनी टेस्ट में शानदार गेंदबाजी करने वाले कुलदीप यादव का कहना है कि उन्हें टेस्ट गेंदबाज के रूप में सुधार करने के लिए और समय की जरूरत है.

कुलदीप यादव का मानना है कि वे टेस्ट में और बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. (फोटो: PTI)

सिडनी: टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे के अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को संकट में डाल दिया. टीम इंडिया के 7 विकेट पर 622 रन के स्कोर पर पारी घोषित करने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक केवल 236 रन बनाकर 6 विकेट गंवा चुकी थी. टीम इंडिया की ओर से स्पिनर्स ने शानदार गेंदबाजी की. कुलदीप यादव (3 विकेट) और रवींद्र जडेजा (2 विकेट) ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया के पांच अहम विकेट झटके. इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेल रहे कुलदीप यादव ने कहा कि उन्हें और ज्यादा बेहतर होने की जरूरत है. 

  1. सीरीज का पहला टेस्ट खेल रहे हैं कुलदीप यादव
  2. इससे पहले टी20 सीरीज में खेले थे ऑस्ट्रेलिया में
  3. मैच के तीसरे दिन कुलदीप ने लिए सबसे ज्यादा 3 विकेट

ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर अपने पहले ही टेस्ट में प्रभावित करने वाले भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने कहा कि उन्हें टेस्ट गेंदबाज के रूप में सुधार करने के लिए और समय की जरूरत है. चौबीस वर्षीय बायें हाथ के कलाई स्पिनर ने तीन विकेट हासिल किए जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथे टेस्ट के तीसरे दिन भारत के सात विकेट पर 622 रन की घोषित पहली पारी के जवाब में 236 रन पर छह विकेट गंवाकर जूझ रही थी. 

नर्वस भी थे सीरीज का पहला मैच खेलते समय
लार्ड्स के बाद विदेशी सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट खेल रहे कुलदीप ने कहा कि वह थोड़े नर्वस थे. उन्होंने शनिवार को कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैंने ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करने के लिए कुछ भी बदलाव नहीं किया है. मैं इस सीरीज में अपना पहला टेस्ट खेल रहा हूं इसलिए थोड़ा नर्वस था.’’ कुलदीप ने कहा, ‘‘मैं इतना क्रिकेट खेल चुका हूं कि मुझे ठीक ठाक जानकारी है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में मुझे शायद सुधार करने के लिए थोड़े और समय की जरूरत है. आप जितना अधिक लाल गेंद से खेलोगे, उतना ही ज्यादा आप सुधार कर सकते हो.’’ 

अनुभव का कोई विकल्प नहीं
कुलदीप ने  कहा कि मैच में खेलने के अनुभव का कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता, इसी से एक गेंदबाज के प्रदर्शन में सुधार होता है. उन्होंने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट भी ऐसा ही, जितना ज्यादा आप खेलेंगे, उतने बेहतर ढंग से आप बल्लेबाज को पढ़ सकेंगे. बल्लेबाज के लिए योजना बनाने के लिए आपके पास समय होगा और आप उतने ही ज्यादा ओवर फेंक सकेंगे और क्षेत्ररक्षण को बदल सकेंगे.’’ 

सफेद गेंद से बेहतर हैं कुलदीप
उन्होंने कहा, ‘‘सफेद गेंद के क्रिकेट की तुलना में लाल गेंद के क्रिकेट में ज्यादा दबाव होता है. लेग स्पिनर के तौर पर आपको इसके अनुरूप खुद को बदलने और चीजों को नियंत्रित करने के लिए आपको कम से कम 10 दिन की जरूरत होती है.’’ कुलदीप ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई टी20 सीरीज के तीनों मैच खेले थे. इसमें उन्होंने 5.50 की इकोनॉमी और 16.50 के औसत से 12 ओवरों में 66 रन देकर चार विकेट लिए थे. वहीं कुलदीप अब तक खेले छह टेस्ट मैचों में 3.50 की इकोनॉमी और 25.04 के औसत से 22 विकेट ले चुके हैं. इसके अलावा अपने 33 वनडे में वे 4.73 की इकोनॉमी और 20.07 के औसत से कुल 67 विकेट ले चुके हैं. 

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