INDvsAUS: विराट कोहली ने बताया, हार्दिक के न होने से क्या होगा नुकसान
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INDvsAUS: विराट कोहली ने बताया, हार्दिक के न होने से क्या होगा नुकसान

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि हार्दिक के न होने से पड़ने वाले अतिरिक्त कार्यभार को गेंदबाज बोझ की तरह नहीं देखें.

विराट कोहली ने माना कि उनकी टीम को हार्दिक पांड्या की कमी खलेगी. (फोटो: Reuters)

एडीलेड: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज एडिलेड में गुरुवार को हो रहा है. इस मैच के लिए टीम इंडिया के अंतिम 12 खिलाड़ियों की घोषणा हो चुकी है. मैच में टीम इंडिया को जीत का दावेदार माना जा रहा है. टीम इंडिया के गेंदबाज इस मैच में पिच का लाभ उठाने को बेताब हैं. वहीं टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने मैच से एक दिन पहले टीम को बोलिंग अटैक के बारे में बात की. इस दौरान विराट ने ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की कमी को लेकर भी बात की.

  1. चोट की वजह से टीम इंडिया से बाहर हैं हार्दिक
  2. एशिया कप के दौरान लगी थी हार्दिक को चोट
  3. अभी वापसी का समय तय नहीं हुआ है हार्दिक का

पिछले कुछ अर्से में मौजूदा भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को सबसे संतुलित माना जा रहा है हालांकि पांड्या की गैर मौजूदगी से उस पर असर पड़ा है लेकिन विराट का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया की कठिन पिचों पर इस अतिरिक्त कार्यभार को बोझ की तरह नहीं देखना चाहिए. पांड्या फिलहाल कमर की चोट से उबर रहे हैं. क्रिकेट पंडितों का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई पिचें उनकी गेंदबाजी को रास आती हैं. 

हार्दिक के न होने से फर्क पड़ेगा, पर ज्यादा नहीं
भारतीय कप्तान ने स्वीकार किया कि ईशांत शर्मा की अगुवाई में चौतरफा तेज आक्रमण को वे अतिरिक्त ओवर डालने होंगे जो पांड्या के हिस्से में जाते. उन्होंने पहले टेस्ट से पूर्व कहा, ‘‘ऑलराउंडरके नहीं खेलने से फर्क पड़ता है. हर टीम एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर चाहती है जो फिलहाल हमारे पास नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सर्वश्रेष्ठ संयोजन लेकर नहीं उतर पा रहे हैं. ऑलराउंडरके नहीं होने से दूसरे गेंदबाजों को अतिरिक्त कार्यभार झेलना होगा. हम इस पर बात कर चुके हैं.’’ 

चुनौती की तरह लेना होगा पिचों को
ऑस्ट्रेलिया की कठिन उछालभरी पिचें और बड़े मैदान गेंदबाज के दमखम की परीक्षा ले सकते हैं लेकिन कोहली ने कहा कि इसे चुनौती की तरह लेना चाहिए. कोहली ने कहा, ‘‘गेंदबाजों को इसे बोझ की तरह नहीं लेना चाहिए बल्कि चुनौती समझना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ भी आसान नहीं होता. हमें स्वीकार करना होगा कि इस समय उपलब्ध संसाधनों से ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है.’’ गौरतबल है कि एडिलेड की पिच ऑस्ट्रेलिया की परंपरागत उछाल वाली पिचों के मुकाबले कम तेज पिच मानी जाती है.

हालात ऐसी चुनौती देंगे भारत को
कोहली ने कहा कि उनके गेंदबाजों के पास अनुभव भी है और विविधता भी. उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार की तुलना में इस बार आक्रमण अलग है. अब अधिक अनुभवी और फिट गेंदबाज है. ऑस्ट्रेलिया में सफल होने के लिए लंबे समय तक सही दिशा में गेंद डालना जरूरी है क्योंकि यहां हालात काफी कठिन होते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां काफी गर्मी होगी और पिचें सपाट होंगी क्योंकि कूकाबूरा गेंद को 20 ओवर के बाद स्विंग नहीं मिलती और 45 से 50वें ओवर के बीच रिवर्स स्विंग मिलनी शुरू होती है. यह बीच का दौर काफी अहम है. हमें इसका इल्म है और खिलाड़ी बेहतर तैयारी के साथ उतरेंगे.’’ 

बोलर्स एक यूनिट की तरह खेलेंगे
कोहली ने यह भी कहा कि उनका हर गेंदबाज पांच विकेट जैसे निजी रिकार्ड पर नहीं बल्कि एक ईकाई के रूप में अच्छी गेंदबाजी पर फोकस कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘कोई छह विकेट लेने के लिए नहीं खेल रहा. सभी का लक्ष्य अच्छे स्पैल डालकर टीम के लिए उपयोगी साबित होना है जो अच्छा संकेत है.’’ 

(इनपुट भाषा)

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