तिहरे शतक के बाद भुला दिए गए नायर ने रणजी सेमीफाइनल में लगाया शतक
Advertisement
trendingNow1358748

तिहरे शतक के बाद भुला दिए गए नायर ने रणजी सेमीफाइनल में लगाया शतक

करुण नायर अंतरराष्ट्रीय टेस्ट में तिहरा शतक बनाने के बाद भुला दिए गए और अभी तक टीम इंडिया में चयन की कोशिश कर रहे हैं उन्होंने रणजी सेमीफाइनल में शतक लगा कर सबका ध्यान खींचा है. 

करुण नायर ने रणजी में शतक लगाकर टीम इंडिया में जगह बनाने का दावा मजबूत किया (फाइल फोटो)

कोलकाता : करूण नायर अपने तिहरे शतक के लिए जाने जाते हैं लेकिन उससे भी ज्यादा वे इस बात के लिए जाने जाते हैं कि उस मैच के बाद वे टीम इंडिया की ओर से कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल सके क्योंकि उनका चयन नहीं हुआ. इंग्लैंड के खिलाफ भी चेन्नई में जिस मैच में करूण ने तिहरा शतक बनाया था उनका पहले से चयन नहीं हुआ था बल्कि वे तो चोटिल शिखर धवन की जगह आए थे. जिसके बाद उन्होंने अपने उस मैच के चयन को सही साबित किया. लेकिन वे चयनकर्ताओं के चहेते बनने में नाकाम रहे और अभी तक टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इसीलिए रणजी ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं.

  1. रणजी सेमीफाइनल में विदर्भ के खिलाफ कर्नाटक से खेल रहे हैं नायर
  2. पहले दिन गेंदबाजों के हावी रहते कर्नाटक के दिग्गज बल्लेबाज भी फेल रहे
  3. ऐसे में करुण ने मैच में कर्नाटक की ओर से शतक लगा कर ध्यान खींचा हैं

टीम इंडिया में वापसी की कवायदों में लगे करूण ने फिर सभी का ध्यान खींचा जब उनके नाबाद शतक की बदौलत कर्नाटक ने रणजी ट्राफी सेमीफाइनल के दूसरे दिन रविवार को विदर्भ पर पहली पारी में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की. नायर ने सुबह छह रन से अपनी पारी आगे बढ़ायी और वह अब भी 148 रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं. उन्होंने इस बीच कल के दूसरे अविजित बल्लेबाज सीएम गौतम (73) के साथ चौथे विकेट के लिये 139 रन की साझेदारी की जिससे कर्नाटक ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक आठ विकेट पर 294 रन बनाकर 109 रन की बढ़त हासिल कर ली है.

दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले रहाणे के फार्म पर गांगुली का बड़ा बयान

विदर्भ पहली पारी में 185 रन पर आउट हो गया था. कर्नाटक ने कल शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाज सस्ते में गंवा दिये थे लेकिन पिछले साल टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले नायर ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ बल्लेबाजी की और एक छोर संभाले रखा. उन्होंने उमेश यादव की अगुवाई वाले विदर्भ के आक्रमण का डटकर सामना किया. इस 26 वर्षीय बल्लेबाज ने अब तक 261 गेंदों का सामना करके 20 चौके और एक छक्का लगाया है. स्टंप उखड़ने के समय उनके साथ कप्तान आर विनय कुमार 20 रन पर खेल रहे थे.

गौतम ने भी सुबह कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद नायर का अच्छा साथ दिया लेकिन इनकी साझेदारी टूटते ही कर्नाटक का निचला मध्यक्रम लड़खड़ा गया. उमेश (71 रन देकर दो विकेट) ने गौतम को अक्षय वाखरे के हाथों कैच कराया जिसके बाद विदर्भ के सबसे सफल गेंदबाज रजनीश गुरबाणी (90 रन देकर पांच विकेट) ने स्टुअर्ट बिन्नी (चार), श्रेयस गोपाल (सात) और के गौतम (एक) को जल्दी जल्दी पवेलियन भेजकर स्कोर सात विकेट पर 198 रन कर दिया.

टी10 में बना सबसे तेज पचासा, महज 14 गेंद में हुआ कारनामा

नायर ने इसके बाद 181 गेंदों पर प्रथम श्रेणी मैचों में अपना 13वां शतक पूरा किया. अभिमन्यु मिथुन (दस) के आउट होने के बाद हालांकि कर्नाटक की पारी सिमटने की स्थिति में पहुंच गयी लेकिन विनय कुमार ने नायर का अच्छा साथ दिया. ये दोनों अब तक नौवें विकेट के लिये 69 रन जोड़ चुके हैं. इन दोनों ने तीसरे सत्र में कोई विकेट नहीं गिरने दिया.

(इनपुट भाषा)

Trending news