मुंबई पुलिस में बॉल टेम्परिंग विवाद में कैमरे की भूमिका का अपने ट्वीट में उल्लेख किया है.
Trending Photos
नई दिल्ली : बॉल टेम्परिंग विवाद ने क्रिकेट में ऐसी हलचल मचाई कि पूरी दुनिया ही उसके लपेटे में आ गई. दुनिया के कोने कोने से लोग उस पर प्रतिक्रिया करते नजर आ गए. खेल भावना पर लोगों ने इस विवाद का साया पड़ता दिखाई दे गया. इससे पहले कि बात ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों से ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों तक पहुंचती, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री इस विवाद में दखल देते नजर आए. इस कदम से ऑस्ट्रेलिया की साख बची जरूर, लेकिन क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया को नुकसान होना था वह तो हो चुका था. वैसे भी स्लेजिंग, माइंड गेम जैसी बातों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों की छवि कितनी ‘पाक साफ’ है, जगजाहिर है.
इस विवाद ने थमने का नाम नहीं लिया और एक भंवर की तरह बढ़ता ही गया. स्वीकारोक्ति, बहस, सजा की हद, माफी, आंसू फिर सजा के नाम पर ज्यादती, बैन, वगैरह वगैरह. भारत में भी बयान बाजी कम नहीं हुई. जैसे ही आईसीसी ने स्टीन स्मिथ और डेविड वार्नर को सजा सुनाई ज्यादातर लोगों को यह सजा कम लगी. (लोग तो यह भी भूल गए हैं कि उन्हें सजा के तौर पर मिला क्या था!) यहां तक कि हरभजन सिंह को भी अपने पर हुए आईसीसी के ‘अन्याय’ की याद आ गई. वे नाराज हो गए कि उन्हें तो ‘जरा सी बात’ पर इतनी बड़ी सजा जबकि हमारा गुनाह तो साबित भी नहीं हुआ था.
फिर स्टीव स्मिथ स्वदेश लौटे तो भावुक हो गए. ‘पाप’ करते समय या उसे स्वीकारते समय न हो सके क्योंकि परदेस में जो थे. बहरहाल, स्वदेश में वे रो दिए, माफी जम कर मांगी. तो भारतीयों को दया क्यों आती. सो वरुण धवन पिघल गए. दूसरे भारतीयों पर भी असर हुआ सो अपने अपने तरीके से बायान दिए.
VIDEO : धोनी ने लेफ्टिनेंट कर्नल की यूनिफॉर्म में लिया पद्मभूषण
लेकिन मुंबई पुलिस ने इस पूरे प्रकरण की एक नायाब मिसाल पेश की. हाल ही में मुंबई पुलिस ने इस प्रकरण की एक तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट की है. मजेदार बात यह है कि एक तरफ यह तस्वीर बॉल टेम्परिंग विवाद में की गईं करतूतें दिखाईं गईं हैं जो कैमरे में कैद हुईं थी. साथ में उस कैमरामैन की तस्वीर भी है जिसने कंगारू खिलाड़ी कैमरन बैंक्रॉफ्ट की करतूत कैमरे में कैद की थी. इस ट्वीट में तस्वीरों के ऊपर लिखा है कि गेंद ने कैमरे से क्या कहा तस्वीरों के नीचे लिखा है कि वेल रोल्ड #अनटेम्पर्ड विजन.
घटना के बहाने अपना संदेश
लेकिन इस तस्वीर के साथ मुंबई पुलिस ने संदेश अपना दिया है. इस संदेश में मुंबई पुलिस ने लोगों को सावधान किया है. ट्वीट में मुंबई पुलिस ने लिखा है, “हमने मुंबई की गलियों में अब रोविंग सीसीटीवी कैमरे फील्डिंग के लिए सेट कर दिए हैं, नियमों का पालन करें. कैमरे में पकड़े ना जाएं.”
We have our set of roving cctv cameras fielding in the streets of Mumbai. Follow the Rules. Don’t get “Caught behind the Lens”!!!#UntamperedVision #NoTamperingWithLaw pic.twitter.com/iJmW9JoZAU
— Mumbai Police (@MumbaiPolice) April 3, 2018
इस तरह से मुंबई पुलिस ने बॉल टेम्परिंग विवाद से मुंबई वासियों को सीख देने की कोशिश की है कि कृपया कुछ अनाधिकृत करने से पहले सोच लें कि कहीं आप कैमरे में कैद तो नहीं हो रहे हैं. ऐसा न हो कि लेने के देने पड़ जाएं.
प्रतिक्रियाएं भी आईं तरह तरह की
मुंबई पुलिस ने बॉल टेम्परिंग विवाद को नायाब उदाहरण के तौर पर पेश करने की जो अद्भुत मिसाल पेश की तो जाहिर है उस पर प्रतिक्रियाएं भी आनी थी लेकिन पोस्ट तो इस मुंबई पुलिस ने ही किया था सो मजाक का मौका तो था नहीं. यहां भी लोगों ने शिकायत का मौका नहीं छोड़ा. किसी ने कोई कमी बताई तो किसी ने दूसरी जगहें भी बता दीं जहां कैमरे लगाए जाने चाहिए. सलाह यहां तक कि भी दे डाली गई कि इस विषय पर पीएचडी की जासकती है कि मुंबई में कितने कैमरे लगे हैं कितने काम कर रहे हैं और कितनों से 24 घंटे निगरानी की जा रही है.
लेकिन मुंबई पुलिस ने बड़ी ही जिम्मेदारी से सारे सवालों के जवाब दिए. और कार्यवाही करने की भी बात की. अगर समस्या किसी दूसरे विभाग से संबंधित थी तो उस विभाग का नंबर भी लोगों को दिया गया.
वहीं कई लोगों ने ताने मारने का मौका भी नहीं छोड़ा. एक सज्जन ने तो यह तक कह दिया कि क्या मुंबई पुलिस को चालान काटने के टार्गेटे्स भी दिए गए है? तो एक ने पुलिस वालों के रिश्वत लेने की बात का सवाल पूछ लिया.
IPL 2018 : मिशेल स्टार्क की जगह अब टॉम कुरेन खेलेंगे केकेआर से
सवाल तरह तरह के तो थे लेकिन मुंबई पुलिस की इस शुरुआत की कई लोगों ने भी तारीफ की और हम भी तारीफ ही कर रहे हैं क्योंकि बॉल टेम्परिंग विवाद का यह सदुपयोग वाकई अनूठा है, सकारात्मक है और काबिले तारीफ तो खैर बिला शक है ही.