कोच शास्त्री का अजब-गजब बयान, कहा- इंग्लैंड ने नहीं, सैम कुरेन ने हराया
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कोच शास्त्री का अजब-गजब बयान, कहा- इंग्लैंड ने नहीं, सैम कुरेन ने हराया

सैम कुरेन ने सीरीज में इंग्लैंड के लिए चार मैच खेले. निचले क्रम पर उपयोगी बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 272 रन बनाए. इसमें उन्होंने दो हाफ सेंचुरी लगाईं थीं. इतना ही नहीं बाएं हाथ के इस युवा गेंदबाज ने 11 विकेट भी लिए. 

सैम कुरेन के फैन हुए कोच रवि शास्त्री (PIC : PTI)

नई दिल्ली: भारत के कोच रवि शास्त्री ने कहा कि टेस्ट सीरीज में वे इंग्लैंड के सामूहिक प्रयास से नहीं हारे बल्कि हरफनमौला सैम कुरेन के शानदार खेल ने उन्हें संकट में डाला. भारत को पांच मैचों की सीरीज में 1-4 से पराजय झेलनी पड़ी लेकिन शास्त्री ने कहा कि स्कोर से यह पता नहीं चलता कि टीम ने कितना जुझारूपन दिखाया. उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइन्फो को दिए इंटरव्यू में कहा, ''मैं यह नहीं कहूंगा कि हम बुरी तरह नाकाम रहे लेकिन हमने कोशिश की. हमें जहां जरूरी हो, वहां श्रेय देना चाहिए. विराट कोहली और मुझे 'मैन ऑफ द सीरीज' चुनने को कहा और हम दोनों ने सैम कुरेन को चुना. उसने हमें बहुत नुकसान पहुंचाया. इंग्लैंड से ज्यादा कुरेन ने हमें परेशान किया.'' 

उन्होंने कहा, ''पहले टेस्ट में इंग्लैंड का स्कोर सात विकेट पर 87 रन था लेकिन फिर सैम कुरेन ने रन बनाए. चौथे टेस्ट में उनका स्कोर पहली पारी में छह विकेट पर 86 रन था लेकिन बाद में उसने रन बनाए. एजबेस्टन में पहली पारी में हमारा स्कोर बिना किसी नुकसान के 50 रन था लेकिन उसने विकेट ले लिए. सीरीज में अहम मौकों पर उसने रन बनाए या विकेट लिए.'' 

कोच रवि शास्त्री ने कहा कि उनकी टीम ने जुझारूपन दिखाया. उन्होंने कहा, ''हम अभी भी दुनिया की नंबर एक टीम है और इंग्लैंड को पता है कि हमने कितना अच्छा संघर्ष किया. मीडिया को पता है कि हमने कितना जुझारूपन दिखाया. हमारे प्रशंसकों को पता है. हमें खुद भीतर से पता है.'' 

क्रिकइंफो को दिए एक इंटरव्यू में शास्त्री ने कहा कि उनकी टीम ने जुझारूपन दिखाया. उन्होंने कहा, 'हम अभी भी दुनिया की नंबर 1 टीम हैं और इंग्लैंड को पता है कि हमने कितना अच्छा संघर्ष किया. मीडिया को पता है कि हमने कितना जुझारूपन दिखाया. हमारे प्रशंसकों को पता है. हमें खुद भीतर से पता है.' 

सैम कुरेन ने सीरीज में इंग्लैंड के लिए चार मैच खेले. निचले क्रम पर उपयोगी बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 272 रन बनाए. इसमें उन्होंने दो हाफ सेंचुरी लगाईं थीं. इतना ही नहीं बाएं हाथ के इस युवा गेंदबाज ने 11 विकेट भी लिए. 

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जब उनसे भारतीय टीम की पूरी सीरीज के दौरान विफल रही ओपनिंग जोड़ी पर सवाल किया गया, तो शास्त्री ने कहा, 'हमारी टीम के पास ओपनिंग के लिए यही सबसे बेहतर विकल्प थे और हमने उन्हें आजमाया. इसके साथ शास्त्री ने अपने ओपनिंग पेयर के बचाव के लिए एलिस्टर कुक के बयान को याद दिलाया. 

कोच शास्त्री ने कहा कि 161 टेस्ट मैच खेल चुके कुक ने खुद माना कि इंग्लैंड में इस बार जिस तरह ड्यूक बॉल हरकत कर रही थी यह उनके पूरे करियर में पहली बार ऐसा हो रहा था. कुक ने यह भी कहा था कि इस बार पिच पर घास भी ज्यादा था, जिसके कारण गेंद की स्विंग करती रही. अब आप देखिए जो व्यक्ति इंग्लैंड के लिए 161 टेस्ट खेल चुका हो और इनमें से आधे उन्होंने यहीं खेले हों, वह खुद गेंद की मूवमेंट को लेकर परेशान हो, तो हमारे ओपनर्स के लिए भी यह मुश्किल ही होगा. फिर भी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रयास किया.

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