'चाइनामैन' कुलदीप यादव की दर्द भरी कहानी, क्रिकेट छोड़ सुसाइड करने का बना लिया था मन
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'चाइनामैन' कुलदीप यादव की दर्द भरी कहानी, क्रिकेट छोड़ सुसाइड करने का बना लिया था मन

चाइनामैन बॉलिंग एक्शन से दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले टीम इंडिया के नए नवेले स्पिन बॉलर कुलदीप यादव ने चौंकाने वाला खुलासा किया है.

'चाइनामैन' बॉलर कुलदीप यादव की फाइल फोटो

नई दिल्ली: चाइनामैन बॉलिंग एक्शन से दुनिया भर के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले टीम इंडिया के नए नवेले स्पिन बॉलर कुलदीप यादव ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कानपुर के इस क्रिकेटर ने कहा कि 13 साल की उम्र में वे अंडर-15 टीम के लिए खेलना चाहते थे, लेकिन उनका टीम में सलेक्शन नहीं हो पाया था. इस बात से वे इतनी दुखी हो गए थे कि उन्होंने सुसाइड करने तक का फैसला कर लिया था. इंटरव्यू में कुलदीप ने कहा कि अंडर-15 टीम में सलेक्शन के लिए उन्होंने जी-तोड़ मेहनत की थी. इसके बाद भी सलेक्शन नहीं होने पर निराश हो गए थे. उन्होंने मन बना लिया था कि वे अब क्रिकेट को छोड़ देंगे. हालांकि उनके पिता ने उनका मनोबल बढ़ाया और वे आज यहां तक पहुंचे हैं.

  1. स्पिनर कुलदीप यादव ने किया चौंकाने वाला खुलासा
  2. 13 साल की उम्र में अंडर 15 टीम में नहीं हुआ था सलेक्शन
  3. आहत होकर कुलदीप यादव ने सुसाइड का बना लिया था मन

कुलदीप ने बताया कि वे स्कूल में मौज-मस्ती के लिए क्रिकेट खेलते थे, लेकिन पिता चाहते थे कि वे क्रिकेट में कुछ खास करें. इसी कारण पिता ने बेहद कम उम्र में ही कुलदीप को कोच के पास भेजना शुरू कर दिया था. शुरुआती दिनों में कुलदीप तेज बॉलर बनने का सपना लेकर ट्रेनिंग के लिए जाते थे, लेकिन कोच ने उनके टैलेंट का भांपते हुए स्पिन के गुर सिखाने लगे. स्पिन बॉलिंग से विपक्षी टीम को परेशान करते देख कुलदीप के अंदर का आत्मविश्वास जाग गया और वे शेन वार्न की नकल करने लगे. हालांकि वे वसीम अकरम को भी अपना आदर्श मानते हैं, क्योंकि वे तेज बॉलर बनना चाहते थे.

13 अक्टूबर को यूपी के महान क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा था, 'कुलदीप यादव बहुत अच्छा कर रहा है और इसका श्रेय अनिल भाई (कुंबले) को जाता है. उन्होंने कुलदीप के साथ काफी मेहनत की." उन्होंने कहा, "मैं कुलदीप से आईपीएल के समय बात कर रहा था और वह हमेशा कुंबले को मैसेज भेजता था. कुंबले ने उस पर काफी मेहनत की है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के चाइनामैन गेंदबाज ब्रैड हॉग से भी काफी कुछ सीखा है. वह ऐसे खिलाड़ी है जो गेंदबाजी विभाग में काफी बदलाव करेंगे." 

कानपुर के रहने वाले इस 22 वर्षीय गेंदबाज अपने पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने के बाद एकदिवसीय में भारत के लिये हैट्रिक लेने वाले तीसरे गेंदबाज बने.

इससे पहले बायें हाथ के महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव के हालिया प्रदर्शन से प्रभावित तो हैं लेकिन वह टेस्ट क्रिकेट के लंबे स्पैल में उनका गेंद पर नियंत्रण और वैरिएशन देखना चाहते हैं.ऑस्ट्रेलिया उच्चायोग के यहां कार्यक्रम के दौरान एक सवाल के जवाब में बेदी ने कहा, ‘‘देखिये, टी20 में चार ओवर और वनडे में 10 ओवर की गेंदबाजी देखकर उसका गेंद पर नियंत्रण का अंदाजा लगाना आसान नहीं है. उसे एक पारी में 30-40 ओवर गेंदबाजी करने दीजिये, उसके बाद हम अंदाजा लगा सकते हैं. भारत में हम एक हैट्रिक के बाद बहुत आसानी से निष्कर्ष पर पहुंच जाते हैं, इसलिये जल्दबाजी मत कीजिये. उसे और हमें थोड़ा समय दीजिये कि हम उसका अच्छी तरह आंकलन कर सकें.’

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