बेल्जियम के खिलाफ मैच हमारे लिए प्री-क्वार्टरफाइनल की तरह: हरेंद्र सिंह
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बेल्जियम के खिलाफ मैच हमारे लिए प्री-क्वार्टरफाइनल की तरह: हरेंद्र सिंह

कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, ''मुझे कोई दबाव नहीं लगता. अगर आप इस दबाव का लुत्फ उठाओगे तो आपको सफलता मिलेगी. अगर हमें सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करना है तो इस मैच में जीत हासिल करनी ही होगी.'' 

आज हॉकी वर्ल्ड कप में भारत का मुकाबला बेल्जियम के साथ (PIC : IANS)

भुवनेश्वर: भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप में रविवार (2 दिसंबर) को बेल्जियम के खिलाफ होने वाला मुकाबला घरेलू टीम के लिए लगभग ‘प्री क्वार्टरफाइनल’ की तरह ही है. भारत को पूल सी में मौजूदा ओलंपिक सिल्वर मेडल विजेता बेल्जियम, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा के साथ रखा गया है और तालिका में शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे अंतिम दौर के लिए क्वालीफाई कर लेगी. भारत ने शुरुआती पूल मैच में दक्षिण अफ्रीका को 5-0 से रौंदा था और बेल्जियम ने कनाडा को 2-1 से पराजित किया था. मेजबान टीम को क्वार्टरफाइनल में स्थान सुनिश्चित करने के लिए और क्रास-ओवर से बचने के लिए बेल्जियम पर जीत की दरकार है. 

  1. भारत ने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को 5-0 मात दी थी
  2. बेल्जियम ने पिछले मैच में कनाडा को 2-1 से मात दी थी 
  3. बेल्जियम की हॉकी टीम ओलंपिक की सिल्वर विजेता है

टूर्नामेंट के प्रारुप के अनुसार चारों पूल में शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लेंगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम अंतिम आठ दौर में जगह बनाने के लिए क्रॉस-ओवर मुकाबले खेलेंगी. कोच हरेंद्र सिंह ने मैच से पूर्व आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''मुझे कोई दबाव नहीं लगता. अगर आप इस दबाव का लुत्फ उठाओगे तो आपको सफलता मिलेगी. मुझे लग रहा है कि कल हमारा प्री क्वार्टरफाइनल मैच है और अगर हमें सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करना है तो हमें इसमें जीत हासिल करनी ही होगी.'' 

उन्होंने कहा, ''हमने अपनी टीम की बैठक में इस पर चर्चा की है और हम एक बार में एक ही मैच पर ध्यान लगायेंगे.'' वर्ष 2013 के बाद से भारत का बेल्जियम के खिलाफ रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, उसने इसके खिलाफ केवल पांच मैच में जीत दर्ज की है, उसे 13 मौकों पर पराजय का मुंह देखना पड़ा है लेकिन एक मुकाबला ड्रा रहा था. बेल्जियम से मिलने वाली चुनौती के बारे में पूछने पर हरेंद्र ने कहा कि भारत को जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत से खेलना होगा. उन्होंने कहा, ''अगर आप पिछले चार-पांच वर्षों के ग्राफ को देखोगे तो बेल्जियम की टीम काफी अच्छी है. हमें हालात के अनुसार खेलना होगा.'' 

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हरेंद्र ने कहा, ''पिछले पांच-छह महीनों में भारतीय टीम आक्रामक हॉकी खेल रही है जो हमारा हथियार होगा और हम इससे समझौता नहीं करेंगे.'' उन्होंने कहा, ''हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि बेल्जियम के खेलने की शैली अलग है, वह हॉकी स्टिक लंबवत करके खेलती है. वे समांनातर स्टिक रखकर हॉकी नहीं खेलते. इसलिए हमें इस पर ध्यान देना होगा.'' 

बेल्जियम के खिलाफ भारत को रहना होगा चौकस 
भारत के लिए यह मैच आसान नहीं होगा. वर्ल्ड नंबर-3 बेल्जियम का खेल भारत से बेहतर रहा है. यह टीम अपने आक्रामक खेल के लिए जानी जाती है. भारत में हालांकि बेल्जियम को मात देना का माद्दा है. पहले मैच में बेल्जियम ने कनाडा को 2-1 से मात दी थी. पहले मैच में सिमरनजीत ने भारत के लिए दो गोल किए थे जबकि मंदीप, आकाशदीप और ललित उपाध्याय ने एक-एक गोल किया था. बेल्जियम के डिफेंस के सामने यह चारों अपनी फॉर्म को बनाए रख पाते हैं या नहीं यह मैच के दिन पता चलेगा. 

बेल्जियम के डिफेंस में ऑर्थर वॉन डोरेन, गोउथियेर बोकार्ड, और ऑर्थर डे स्लूवर जैसे अनुभवी डिफेंडर हैं. इन तीनों के पास 150-150 से ज्यादा मैचों का अनुभव है जो भारत के लिए खतरनाक हो सकता है. गोलकीपर विसेंट वानश्च भी 201 मैचों का अनुभव लिए हुए हैं. ऐसे में भारत के फॉरवर्ड आकाशदीप, गुरजंत सिंह, मंदीप और दिलप्रीत के लिए यह कड़ी परीक्षा होगी. 

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वहीं, भारतीय डिफेंस में हरमनप्रीत सिंह, गुरिंदर सिंह, वरुण कुमार, कोथाजीत सिंह को अहम भूमिका निभानी होगी क्योंकि बेल्जियम की आक्रमण पंक्ति का नेतृत्व अनुभवी कप्तान थॉमस ब्रील्स के जिम्मे है. यहां वह अकेले नहीं है. उनके साथ फ्लोरेंट वान एयुबेल, टॉम बून जैसे नाम हैं. बेल्जियम के खिलाड़ियों के लिए भारत के गोलकीपर पी.आर.श्रीजेश सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं. श्रीजेश को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरों में गिना जाता है. बेल्जियम के कोच शेन मैक्लोड निश्चित इस बात पर ध्यान देंगे.

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