आईपीएल 10 की खिताबी जंग में पहले गेंदबाजी करने के लिए मैदान पर उतरी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की टीम के गेंदबाज मुंबई इंडियन्स के बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे. गेंदबाजों के साथ फील्डरों ने भी अपने साथी खिलाड़ियों का मैदान पर पूरा सहयोग दिया.
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नई दिल्ली: आईपीएल 10 की खिताबी जंग में पहले गेंदबाजी करने के लिए मैदान पर उतरी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की टीम के गेंदबाज मुंबई इंडियन्स के बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे. गेंदबाजों के साथ फील्डरों ने भी अपने साथी खिलाड़ियों का मैदान पर पूरा सहयोग दिया. गेंदबाजी और फील्डिंग का एक शानदार नजारा देखने को मिला 11वें ओवर की पहली गेंद पर जब एडम जम्पा ने मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा को चलता किया, लेकिन इस विकेट में कैच लेने वाले शार्दुल ठाकुर का भी अहम योगदान है. उन्होंने बाउंड्री पर शानदार कैच लेकर मुंबई के कप्तान को पवेलियन की राह दिखाई.
11वें ओवर की पहली गेंद पर रोहित शर्मा ने बड़ा शॉट खेलते हुए उठा कर बाउंड्री की तरफ मारा, लेकिन सीमा रेखा पर तैनात पुणे के खिलाड़ी शार्दुल ने जबर्दस्त संतुलन दिखाते ग़ज़ब का कैच लिया और रोहित शर्मा को पलेवियन लौटना पड़ा. दरअसल कैच लेने के बाद शार्दुल थोड़ा पीछे चले गए और एक पल के लिए ऐसा लगा कि वे बाउंड्री को छू गए हैं, लेकिन ऐसा नहीं था. तीसरे अंपायर के फैसले के बाद पुणे के सभी खिलाड़ी खुश हो गए. मुंबई के चौथे विकेट के रूप में रोहित शर्मा का पतन हुआ और इस वक्त टीम का स्कोर 56 रन था.
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— Cricket-atti (@cricketatti) May 21, 2017
आईपीएल फ़ाइनल में मुंबई ने पुणे को हराया
कृणाल पंड्या की विषम परिस्थितियों में खेली गयी 47 रन की पारी और मिशेल जॉनसन की अगुवाई वाले आक्रमण की शानदार गेंदबाजी से मुंबई इंडियन्स ने रविवार (21 मई) को यहां रोमांच की पराकाष्ठा तक पहुंचे कम स्कोर वाले फाइनल में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट को एक रन से हराकर तीसरी बार आईपीएल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया.
हैदराबाद में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई के पांच बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें से कृणाल पंड्या (38 गेंदों पर 47) और कप्तान रोहित शर्मा (22 गेंदों पर 24 रन) ही 20 रन की संख्या को छू पाये. कृणाल और जॉनसन (नाबाद 13) ने आठवें विकेट के लिये 50 रन जोड़कर टीम का स्कोर आठ विकेट पर 129 रन तक पहुंचाया.
मुंबई ने पहले 17 ओवरों में 92 रन बनाये थे लेकिन आखिरी तीन ओवरों में वह 37 रन बनाने में सफल रहा जो आखिर में निर्णायक साबित हुए. पुणे के लिये अंजिक्य रहाणे ने 38 गेंदों पर 44 रन बनाये जबकि स्मिथ ने 50 गेंदों पर 51 रन की पारी खेली. इन दोनों के अलावा कोई भी अन्य बल्लेबाज योगदान नहीं दे पाया और उसकी टीम आखिर में छह विकेट पर 128 रन ही बना पायी.
मुंबई के लिये जॉनसन ने 26 रन देकर तीन और जसप्रीत बुमराह ने 26 रन देकर दो विकेट लिये. फिर से इन दोनों टीमों के बीच आखिरी गेंद तक मैच खिंचा. पिछले तीन अवसरों पर पुणे जीता था लेकिन इस सबसे महत्वपूर्ण मैच में मुंबई बाजी मारने में सफल रहा.
मुंबई ने इससे पहले 2013 और 2015 में रोहित शर्मा की ही अगुवाई में खिताब जीता था. पुणे को आखिरी ओवर में 11 रन चाहिए थे लेकिन जॉनसन ने इस ओवर में नौ रन दिये और दो विकेट लिये. मुंबई को इस जीत से चमचमाती ट्रॉफी और 15 करोड़ रुपये मिले जबकि दो साल के लिये आईपीएल से जुड़ी पुणे की टीम को उप विजेता के रूप में दस करोड़ रुपये की धनराशि मिली.