Trending Photos
लंदन : भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने उम्मीद जताई है कि रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल में यहां रनों का अंबार लगेगा। भारत ने पहले मैच में 281 रन बनाये जबकि आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में भी रनों की बौछार हुई। इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ पूल मैच में सात विकेटपर रिकार्ड 377 रन बनाये थे।
मिताली ने कहा, ‘हमें लाडर्स पर उतना खेलने का मौका नहीं मिलता। पिछली बार मैने यहां खेला तो मैदान का ढलान मेरे दिमाग में नहीं था। यदि आप इन बातों पर गौर करने लगे तो क्रिकेट के बेसिक्स भूल जायेंगे।’
मिताली ने कहा, ‘मेरे लिए और झूलन के लिए यह काफी विशेष है क्योंकि 2005 टूर्नामेंट में खेलने वाली हम ही दो खिलाड़ी हैं जो अब भी टीम के साथ हैं और हमारे लिए यह 2005 में पहुंचने की तरह है.’ भारत अगर रविवार को खिताब जीत लेता है तो वह ऐसा करने वाली सिर्फ चौथी टीम बनेगा. महिला विश्व कप में अब तक सभी खिताब इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की झोली में गए हैं. खिताबी मुकाबले तक के सफर के दौरान टीम को सामूहिक प्रदर्शन का फायदा मिला जिसमें मिताली ने मोर्चे से अगुआई की. वह 392 रन के साथ ऑस्ट्रेलिया की एलिस पैरी (404) के बाद टूर्नामेंट की दूसरी सबसे सफल बल्लेबाज हैं.
हरमनप्रीत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली थी 171 रन की तूफानी पारी
सलामी बल्लेबाजी स्मृति मंधाना पहले दो मैचों की फॉर्म को दोहराने में नाकाम रही हैं, लेकिन हरमनप्रीत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 171 रन की तूफानी पारी खेली. भारत ने इंग्लैंड को राउंड रोबिन चरण में 35 रन हराया था और इस मैच में स्मृति ने 90 रन की पारी खेली थी और टीम को उनसे इस प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद होगी. गेंदबाजी में झूलन और राजेश्वरी गायकवाड़ विरोधी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने में सफल रही हैं. भारत का भविष्य इन दोनों के प्रदर्शन पर भी निर्भर करेगा.
और पढ़ें : इतिहास रचने से एक कदम दूर टीम इंडिया, लॉर्ड्स के मैदान पर होगी खिताबी जंग