साजन भानवाल जूनियर विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में, सिल्वर हुआ पक्का
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साजन भानवाल जूनियर विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में, सिल्वर हुआ पक्का

साजन के अलावा दो अन्य भारतीयों विजय और सागर ने भी क्रमश: 55 किग्रा और 63 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी.

77 किग्रा ग्रीकोरोमन फाइनल में साजन भानवाल (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: भारत के साजन भानवाल ने स्लोवाकिया के तरनावा में चल रही जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के 77 किग्रा ग्रीकोरोमन फाइनल में जगह बनाकर कम से कम रजत पदक पक्का किया.जुलाई में जूनियर एशिया चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले हरियाणा के साजन ने सेमीफाइनल में युक्रेन के दमित्रो गारदुबेई को हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई.टेंपेयर में 2017 विश्व जूनियर चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले साजन स्वर्ण पदक के मुकाबले में रूस के इस्लाम ओपिएव से भिड़ेंगे. राष्ट्रीय जूनियर चैंपियन साजन ने क्वार्टर फाइनल में नार्वे के पेर एंडर्स क्यूर को हराया था.

साजन के अलावा दो अन्य भारतीयों विजय और सागर ने भी क्रमश: 55 किग्रा और 63 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा और अब वे कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे.

बता दें कि साजन ने अब तक 4 अंतरराष्ट्रीय पदक जीते थे. साजन ने चार ब्रॉन्ज मेडल जीते है. पिछले चार सालों से, राष्ट्रीय जूनियर चैंपियन साजन एशियाई चैंपियनशिप और विश्व चैम्पियनशिप में पदक के साथ वजन श्रेणियों में भारत के सर्वश्रेष्ठ ग्रीको रोमन पहलवान रहे हैं. अपनी बाईं आंख पर कट लगने से खून बहने को नजरअंदाज करते हुए, साजन ने अपने तीनों मुकाबले में अपने प्रतिद्वंद्वी को एक भी अंक नहीं लेने दिया.

सुनील ने दिलाया भारत को स्वर्ण पदक
भारतीय पहलवान सुनील कुमार ने दक्षिण कोरिया के चुंग्जू शहर में समाप्त हुए 13वें विश्व फायरफाइटर गेम्स में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया. सुनील ने यह स्वर्ण पदक पुरुषों की 86 किलोग्राम वर्ग स्पर्धा में हासिल किया. इस टूर्नामेंट का समापन चुंग्जू शहर में 17 सितंबर को हुआ. यह नौ सितंबर से आयोजित हुआ था. इसमें सुनील ने फाइनल में ईरान के मुहम्मद अमद को 7-4 के स्कोर से मात देकर सोने पर कब्जा जमाया और भारत को गौरवान्वित किया. 

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सुनील पहली बार इन खेलों में हिस्सा लेने गए थे और अपनी पहली ही कोशिश में उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर नई उपलब्धि हासिल की. भारत ने भी एक टीम के रूप में इन खेलों में पहली बार हिस्सा लिया था.इससे पहले भारतीय खिलाड़ी व्यक्तिगत रूप में टूर्नामेंट में हिस्सा लेने जाते थे. भारत इन खेलों में सातवें स्थान पर रहा. भारत ने इस टूर्नामेंच में कुल 14 स्वर्ण, 16 रजत और 18 कांस्य पदक जीते. इसमें 75 देशों के 7,000 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था और 75 टीमों ने इसमें शिरकत की.

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