...जब सचिन तेंदुलकर को बाल ठाकरे ने दी थी यह नसीहत
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...जब सचिन तेंदुलकर को बाल ठाकरे ने दी थी यह नसीहत

सचिन तेंदुलकर ने अपने जीवन के 42 बसंत पूरे कर लिए हैं। आज वह अपना 43वां जन्दमिन मना रहे हैं। सभी जानते हैं कि सचिन तेंदुलकर की छवि क्रिकेट मैदान के अंदर और बाहर सौम्य इंसान है। अपने क्रिकेट करियर में उनका किसी भी बड़े विवाद से कोई नाता नहीं रहा है। हालांकि, एक बार सचिन को बाला साहेब ठाकरे ने खूब खरी-खरी सुनाई थी।

...जब सचिन तेंदुलकर को बाल ठाकरे ने दी थी यह नसीहत

नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर ने अपने जीवन के 42 बसंत पूरे कर लिए हैं। आज वह अपना 43वां जन्दमिन मना रहे हैं। सभी जानते हैं कि सचिन तेंदुलकर की छवि क्रिकेट मैदान के अंदर और बाहर सौम्य इंसान है। अपने क्रिकेट करियर में उनका किसी भी बड़े विवाद से कोई नाता नहीं रहा है। हालांकि, एक बार सचिन को बाला साहेब ठाकरे ने खूब खरी-खरी सुनाई थी।

दरअसल सचिन से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछा गया था कि क्या मुंबई मराठियों की है? सचिन ने जवाब दिया था- मुंबई भारतीयों की है। उन्होंने खुद को मराठी से पहले हिंदुस्तानी बताया था। उन्होंने कहा था 'मैं एक मराठी हूं। महाराष्ट्रियन हूं और मुझे इस पर गर्व है लेकिन इससे पहले मैं भारतीय हूं और मुंबई पर सभी का हक है। मुंबई सभी की है।' इस पर बाला साहब ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र में सचिन को एक खुली चिट्ठी लिखी थी।

उन्होंने लिखा- 'जब तू अपने बल्ले से चौका-छक्का मारता है तो लोग वाह-वाह करते हैं लेकिन यदि मराठी के न्याय-अधिकार के मुद्दे पर अपनी जीभ को बैट बनाकर मराठियों को ठेस पहुंचाने वाले चौके-छक्के मारेगा तो मराठी मानुस उसे सहन नहीं करेगा।'  उन्होंने कहा कि 'सचिन राजनीति की पिच पर मत खेलो, तुम केवल क्रिकेट की पिच पर खेलो'।

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