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नई दिल्लीः रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने करो या मरो मुकाबले से पहले विराट कोहली ने बड़ा बयान दिया है. कोहली ने कहा कि परिस्थिति को देखते हुए टीम में बड़ बदलाव किया जाएगा. कोहली ने युवराज सिंह को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि मैं युवराज के लिए व्यक्तिगत रूप से कह सकता हूं कि वह बहुत बड़े फाइटर हैं. कोहली ने कहा कि युवराज ने भारत के लिए बहुत कुछ दिया है. जब-जब जरूरत पड़ी है युवराज ने खुद को प्रूफ किया है. आज मैच से पहले प्रेस से बातचीत में कोहली ने टीम को लेकर कहा है कि टीम अच्छी फॉर्म में है.
He (Yuvraj) has achieved tremendous things for India, personally as well he has fought bigger battles; proof of character he possesses:Kohli pic.twitter.com/1RZ2O2DvZU
— ANI (@ANI_news) June 10, 2017
आपको बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी में रविवार को होने वाला मैच कप्तान कोहली के लिये अग्निपरीक्षा जैसा है, पहला मैच पाकिस्तान से जीतने के बाद श्रीलंका से मिली करारी हार ने टीम का मनोबल कहीं ना कहीं तोड़ा है. अब टीम को रविवार को होने वाले में मैच में किसी भी कीमत पर दक्षिण अफ्रीका को हराना होगा. यहां कप्तान कोहली को यह सुनिश्चित करना होगा कि दबाव के आगे घुटने टेकने वाली दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर ‘चोकर्स’ साबित हो . भारत यदि हारता है तो टूर्नामेंट से बाहर हो जायेगा और अगर दक्षिण अफ्रीका हारती है तो दुनिया की नंबर एक टीम अंतिम चार में नहीं पहुंच सकेगी .
कोहली-डिविलियर्स की परीक्षा
मैदान के बाहर के विवादों के बीच कोहली के लिये इस मैच में गलती की कोई गुंजाइश नहीं है. वहीं एबी डिविलियर्स को साबित करना होगा कि टेस्ट क्रिकेट से बाहर रहने के उनके फैसले का सीमित ओवरों में उनके कौशल पर कोई असर नहीं पड़ा है. दक्षिण अफ्रीका के पास किंटोन डिकाक, जेपी डुमिनी और डेविड मिलर जैसे तीन खब्बू बल्लेबाज है लिहाजा अंतिम एकादश में आफ स्पिनर आर अश्विन को उतारा जा सकता है. रविंद्र जडेजा चूंकि पिछले मैच में बिल्कुल नहीं चल सके थे. अश्विन के पास स्वाभाविक विविधता है और पिछले दो मैचों से बाहर रहने के बाद वह अच्छे प्रदर्शन को लालायित होंगे .
प्लेइंग इलेवन पर रहेगी नजरें
अगले मैच के लिये अंतिम एकादश चुनते समय कप्तान कोहली के कप्तानी कौशल और हालात की उनकी समझ की असल परख होगी. अश्विन का अंतिम एकादश में चुना जाना तर्कसंगत लगता है लेकिन वह जडेजा की जगह नहीं लेंगे क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोनों स्पिनर खेल सकते हैं. जडेजा सर्कल के भीतर बेहतरीन फील्डर हैं और सीमारेखा के पास से उनके थ्रो बेहद सटीक होते हैं. वह प्रत्येक मैच में 10-15 रन बचाते हैं जिससे वह काफी उपयोगी खिलाड़ी साबित होते हैं .
तेज गेंदबाजी आक्रमण में भी प्लेइंग इलेवन है चुनौती
भारतीय तेज गेंदबाजी की बात करें तो हार्दिक पांड्या को भी बाहर नहीं किया जा सकता क्योंकि सातवें नंबर पर उनके जैसे आक्रामक बल्लेबाज की जरूरत है. जसप्रीत बुमरा डैथ ओवरों में अच्छे यार्कर डालते हैं. इसके मायने हैं कि अश्विन के लिये उमेश यादव या भुवनेश्वर कुमार में से एक को बाहर रहना होगा. श्रीलंका के खिलाफ मैच में दूसरे पावरप्ले के दौरान भारत ने 200 से अधिक रन दिये लिहाजा अश्विन को अगले मैच में रनगति पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी निभानी होगी.
भारतीय बल्लेबाजों की फॉर्म दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की परेशानी
भारतीय शीषर्क्रम के सभी बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी फार्म में है. सभी बल्लेबाजों ने एक ना एक अच्छी पारी खेली है. कोहली इस मैच में बतौर बल्लेबाज भी मोर्चे से अगुवाई करना चाहेंगे. मोर्नी मोर्कल, क्रिस मौरिस और इमरान ताहिर जैसे गेंदबाजों के सामने अच्छा प्रदर्शन करना चुनौतीपूर्ण होगा.