संसद चलने को लेकर मीरा आश्वस्त
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संसद चलने को लेकर मीरा आश्वस्त

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने आशा व्यक्त की है कि संसद का मानसून सत्र सुचारू रूप से चलेगा. मीरा कुमार ने 15वीं लोकसभा के सोमवार से शुरू हो रहे आठवें सत्र के लिये सदन में प्रवेश करते समय संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि मानसून सत्र सुचारू रूप से चलेगा.

नयी दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने आशा व्यक्त की है कि संसद का मानसून सत्र सुचारू रूप से चलेगा. मीरा कुमार ने 15वीं लोकसभा के सोमवार से शुरू हो रहे आठवें सत्र के लिये सदन में प्रवेश करते समय संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि  मानसून सत्र सुचारू रूप से चलेगा. उधर, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विपक्ष का आह्वान किया कि वह संसद सत्र के दौरान देश के समक्ष मुद्दों से निपटने में मदद करे. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार विपक्ष द्वारा उठाए जाने वाले किसी भी मुद्दे पर विस्तृत चर्चा कराने को तैयार है.

इस सत्र को लेकर ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस सत्र में काफी शोर शराबा होगा। कम से कम शुरूआती कुछ दिन कोई कामकाज नहीं हो पायेगा और ये बैठकें हंगामे की भेंट चढ जायेंगी. सुषमा स्वराज ने कल ही कहा था कि विपक्ष तो चाहता है कि संसद चले। विपक्ष आम आदमी को परेशान करने वाली मंहगाई, चारों तरफ फैले भ्रष्टाचार, मुंबई आतंकी हमले से संबंधित आंतरिक सुरक्षा के मामले, तेलंगाना की बिगड़ती स्थिति, बर्बाद होती जा रही एयर इंडिया और नक्सलवाद आदि के मुद्दे उठाना चाहता है। इन पर चर्चा के लिए नोटिस भी दिए गये हैं। विपक्ष की नेता ने कहा था कि इसके अलावा अमेरिका के साथ परमाणु समझौते के संदर्भ में लगाई गई नई शर्तो और श्रीलंका द्वारा भारतीय मछुआरों पर बढ़ते हमले जैसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विपक्ष ने चर्चा के नोटिस दिए हैं.

जेल में बंद पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा द्वारा 2जी स्पेक्ट्रम मामले में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पी चिदंबरम के खिलाफ लगाए गए आरोपों के मद्देनजर भाजपा, अन्नाद्रमुक और वाम दल आदि सरकार को घेरने के इरादे से इन दोनों को निशाना बनाने की रणनीति बनाए हुए हैं. लोकपाल विधेयक के प्रारूप को लेकर भी सरकार और विपक्ष के बीच टकराव की आशंका है। सरकार इस विधेयक को तीन अगस्त को पेश करने का इरादा रखती है. इस विधेयक के दायरे में प्रधानमंत्री को लाए जाने के बारे में संप्रग में एक राय नहीं है.

विपक्ष की रणनीति का आभास सत्तापक्ष को भी है और इसीलिये कल प्रधानमंत्री ने विपक्ष को लगभग ललकारते हुए कहा था कि उन्हें किसी बात का खौफ नहीं है, क्योंकि विपक्ष के बहुत से ‘शर्मिन्दा करने वाले राज़’ हैं. उधर, विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने चुनौती दी थी कि ‘प्रधानमंत्री के तरकश में जितने तीर हैं, चला कर देख लें और कल देखेंगे कि कौन किस पर वार करता है.’

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