Egypt Tomb Discovery: इजिप्ट में मिला 4300 साल पुराना मकबरा, अंदर क्‍या-क्‍या राज छिपे थे?
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Egypt Tomb Discovery: इजिप्ट में मिला 4300 साल पुराना मकबरा, अंदर क्‍या-क्‍या राज छिपे थे?

4300 Year Old Tomb In Egypt: आर्कियोलॉजिस्ट्स ने इजिप्ट (मिस्र) में 4,300 साल पुराने मकबरे की खोज की है. यह मकबरा एक शाही अधिकारी और उसकी पत्‍नी का है.

Egypt Tomb Discovery: इजिप्ट में मिला 4300 साल पुराना मकबरा, अंदर क्‍या-क्‍या राज छिपे थे?

Ancient Tomb Discovered In Egypt: इजिप्ट की राजधानी कायरो से करीब 33 किलोमीटर दूर एक प्राचीन मकबरा मिला है. आर्कियोलॉजिस्ट्स की एक टीम ने हाल ही में इस मकबरे की खोज की. मकबरे की दीवारों पर बनीं पेंटिंग्‍स सही-सलामत हैं और उनमें रोजमर्रा की जिंदगी दर्शाई गई है. आर्कियोलॉजिस्ट्स जल्द ही यहां खुदाई करने की योजना बना रहे हैं ताकि यह पता लग सके कि भीतर कोई ममी बच पाई है या नहीं. मिट्टी और ईंटों से बने मकबरे को मस्ताबा कहते हैं. इसकी छत सपाट होती है और किनारे ढलान रहती है. इस आयताकार मकबरे की दीवारों पर प्राचीन इजिप्ट के जीवन को दर्शाती पेंटिंग्‍स बनी हैं. इजिप्ट (मिस्र) के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय ने एक बयान में जानकारी दी है. जो पेंटिंग्‍स मिली हैं, उनमें 'अनाज को रौंदते हुए गधे', 'नील नदी पर चलने वाले जहाज' और 'बाजार में बेचे जा रहे सामान' इत्यादि दिखाए गए हैं.

मकबरे की दीवारों पर पाए गए शिलालेखों से मालूम होता है कि यह कब्र सेनेब-नेब-अफ नाम के एक व्यक्ति और उसकी पत्नी इडेट की है. इनमें कहा गया है कि इडेट हाथोर (कामुकता, मातृत्व और संगीत से जुड़ी एक देवी) की पुजारिन थी. सेनेब-नेब-अफ ने शाही महल में कई पदों पर काम किया था जिसमें किरायेदारों के प्रशासन से निपटना शामिल था.

पिरामिडों के दौर में बना है यह मकबरा

मकबरे वाली जगह पर खुदाई को जर्मन आर्कियोलॉजिकल इंस्‍टीट्यूट के स्टीफन सीडलमेयर कर रहे हैं. उन्होंने लाइव साइंस को बताया कि यह जान पाना मुश्किल है कि सेनेब-नेब-अफ असल में क्‍या-क्‍या करते थे. उन्होंने कहा कि पास में मौजूद एक शहर को महल से कंट्रोल किया जाता था. हो सकता है कि उसने तय किया हो कि वहां किसे रहना है और वही उनके लिए पैसों का इंतजाम करता हो. मकबरे की तारीख का अंदाजा शिलालेखों की स्टाइल से लगाया गया.

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मकबरे की दीवारों पर बना एक चित्र (फोटो: इजिप्ट का पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय)

सीडलमेयर के मुताबिक, यह जोड़ा शायद लगभग 4,300 साल, पहले पांचवें राजवंश के अंत या छठे राजवंश की शुरुआत में रहता होगा. उस समय, मिस्र में पिरामिड बनाए जा रहे थे. हालांकि वे गीजा जैसी जगहों पर चौथे राजवंश में बनाए गए पिरामिडों की तुलना में छोटे थे. अभी मकबरे की खुदाई का काम पूरा नहीं हुई है. संभव है कि भीतर इंसानी अवशेष मिलें.

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