America Boeing: अमेरिका के प्लेन खचाड़ा हैं क्या..? टेकऑफ के दौरान उखड़ गया प्लेन का इंजन कवर
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America Boeing: अमेरिका के प्लेन खचाड़ा हैं क्या..? टेकऑफ के दौरान उखड़ गया प्लेन का इंजन कवर

America News: कल्पना कीजिए... आप हवाई जहाज में हजारों फीट की ऊंचाई पर यात्रा कर रहे हों. आसमान से नीचे का नजारा देख रहे हों और अचानक से प्लेन के इंजन का कवर उखड़ जाए... तो क्या होगा? अब कल्पना से बाहर निकलकर हम आपको ऐसी ही एक घटना के बारे में बताते है.

America Boeing: अमेरिका के प्लेन खचाड़ा हैं क्या..? टेकऑफ के दौरान उखड़ गया प्लेन का इंजन कवर

America Boeing plane: कल्पना कीजिए... आप हवाई जहाज में हजारों फीट की ऊंचाई पर यात्रा कर रहे हों. आसमान से नीचे का नजारा देख रहे हों और अचानक से प्लेन के इंजन का कवर उखड़ जाए... तो क्या होगा? अब कल्पना से बाहर निकलकर हम आपको ऐसी ही एक घटना के बारे में बताते है. 

इंजन का कवर तेज हवा में उखड़ा

अमेरिका में denver से houston जा रहे boeing 737-800 के इंजन का कवर Take off के वक्त रनवे पर ही उखड़ गया. जिस विमान के इंजन का कवर उखड़ा वो विमान Southwest Airlines का है. जिस वक्त इंजन का कवर तेज हवा में उखड़ा, उस वक्त प्लेन में यात्री भी बैठे थे. टेकऑफ के समय ही ATC यानि air traffic control को पायलट ने मैसेज भेजा था. जिसमें कहा गया था कि कुछ passengers और flight attendants ने aircraft के विंग के पास तेज आवाज सुनी है. शुरूआत में सबको ऐसा लगा कि विंग से शायद कोई भारी चीज़ टकराई है.

हादसे की जांच जारी

लेकिन जब प्लेन में बैठे यात्रियों ने खिड़की के बाहर देखा तो दाई तरफ वाले Wing Portion में मौजूद इंजन का कवर उखड़ता दिखा. और फिर एक-एक कर इंजन का कवर टूटकर उड़ता हुआ दिखता है. फिलहाल federal agency और southwest की maintenance team aircraft की जांच कर रही है.

वो तो किस्मत अच्छी थी..

वो तो किस्मत अच्छी थी कि विमान अभी जमीन पर ही था. अगर विमान आसमान में उड़ान भर चुका होता और तब ये घटना होती तो बड़ा हादसा हो सकता था. ये कोई पहला मामला नहीं है जब अमेरिका में इस तरह किसी प्लेन में यात्रियों की जान बाल बाल बची है. इसी वर्ष 8 जनवरी को भी अमेरिका में Alaska Airlines की एक FLight में बैठे यात्रियों की जान बाल-बाल बची थी. जब हजारों फीट की ऊंचाई पर उड़ती Alaska Airlines की Flight का इमरजेंसी दरवाजा हवा में ही उड़ गया था. जिस प्लेन का दरवाजा उखड़ा था वो बोइंग 737-max9 था. अब जिस प्लेन का इंजन कवर उखड़ा है वो बोइंग 737-800 है. यानि दोनों विमान boeing company के है. जिससे अमेरिका की boeing company एक बार फिर सवालों में है.

2 बड़ी घटना होना गंभीर चिंता का विषय

अमेरिका के air safety standard को पूरी दूनिया में सबसे सख्त माना जाता है. लेकिन इसके बावजूद साल के शुरूआती 4 महीने में अमेरिका में boeing के साथ 2 बड़ी घटना होना गंभीर चिंता का विषय है. पूरी दुनिया में यात्री विमान का बाज़ार 400 बिलियन डॉलर यानि करीब 33 लाख करोड़ रूपये का है, लेकिन इस बाजार में सिर्फ कुछ चुनिंदा पश्चिमी कंपनियों का नाम सबसे पहले लिया जाता है. अगर बड़े यात्री विमानों की बात की जाए तो इसमें सिर्फ दो ही कंपनियों का दबदबा है.

पहले नंबर पर एयरबस.. दूसरे पर बोइंग

पहली है Airbus और दूसरी है बोइंग. दोनों ही कंपनियां दुनिया के बड़े यात्री विमानों की 92 % मार्किट कंट्रोल करती है. इसमें पहले नंबर पर एयरबस है, वर्ष 2021 में अकेले एयरबस के पास दुनिया के यात्री विमान का लगभग 60 % हिस्सा था. वर्ष 2021 में 1036 यात्री विमान तैयार हुए थे, जिसमे से 611 विमान एयरबस ने ही बनाये थे. बोइंग के पास वर्ष 2021 में यात्री विमान के बाजार का लगभग 33 % हिस्सा था. वर्ष 2021 में 1036 यात्री विमान तैयार हुए थे, जिसमें से 340 विमान बोइंग ने बनाये थे.

इसके बाद तीसरे नंबर पर ब्राज़ील की Embraer और उसके बाद canada की Bombardier है. अगर उन दो कंपनियों में से एक की विश्वनीयता पर सवाल उठने लगे है तो इसका असर पूरी दुनिया पर होना भी तय है. बोइंग 737 ने पहली बार वर्ष 1968 में उड़ान भरी थी. तब से अब तक 10,000 से ज्यादा बोइंग 737 बनाये जा चुके हैं, और इनमें से 181 बोइंग 737 किसी हादसे का शिकार हुए हैं. यानि बोइंग 737 विमानों की दुर्घटना ratio 2.3 प्रतिशत है. फिलहाल कंपनी का सबसे बड़ा सरदर्द बोइंग 737 MAX ही है. जिसके साथ लगातार हादसे हो रहे हैं.

737 MAX में लगा faulty software..

अक्टूबर 2018 और मार्च 2019 में इंडोनेशिया और इथियोपिया में दो 737 MAX दुर्घटनाओं में कुल 346 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद पूरी दुनिया में इन विमानों को अस्थायी रूप से ग्राउंड कर दिया गया था. हादसों के बाद पता चला था कि इन विमानों के क्रेश होने का एक बड़ा कारण 737 MAX में लगा faulty software है. इसको लेकर बोइंग ने घोषणा की थी कि उन्होंने इस software को Update कर दिया है. जिसके बाद FAA यानि Federal Aviation Administration ने बोइंग 737 MAX को नवंबर 2020 में अमेरिका में फिर से उड़ान भरने की मंजूरी दे दी थी. हालाकि इसके बावजूद हादसे नहीं रूके.

विमानों के Nut bolts में भी खराबी थी

इसी वर्ष जनवरी में जिस प्लेन का दरवाजा हवा में उखड़ा था वो भी बोइंग 737 MAX था. जब इसकी जांच हुई तो पता चला कि 737 MAX विमानों की गुणवत्ता संदेहास्पद थी, और इन विमानों के Nut bolts में भी खराबी थी. जो एयरलाइंस इन विमानों को उड़ा रही थी उन्होंने ने भी अपनी जांच में पाया था कि कई विमानों के Nut bolts ढीले थे और कुछ जरूरी bolts लगे ही नहीं थे.

भारत में भी इस समय 40 बोइंग 737 MAX विमान

भारत में भी इस समय 40 बोइंग 737 MAX विमान सर्विस में है. जनवरी का जो हादसा था उसके बाद DGCA ने सभी विमानों की जांच की थी. जांच में पाया गया कि एक विमान में लगा washer missing था. कड़ी जांच के बाद DGCA ने इन विमानों को उड़ने की परमिशन दी है. भारतीय एयरलाइंस ने 340 नए बोइंग 737 max विमानों के ऑर्डर भी दिए है. जिनकी डिलीवरी आने वाले वर्षों में होनी है.

यात्रियों की सुरक्षा ताक पर?

सोचिये, एक तरफ तो खुद FAA ने अपनी जांच में माना की 737 मैक्स विमानों की गुणवत्ता संदेहास्पद है, और दूसरी तरफ वो उसकी उड़ान की परमीशन दे रहा है. तो सवाल उठता है की FAA का ये फैसला यात्रियों की सुरक्षा को देख कर लिया गया या फिर बोइंग कंपनी को ध्यान में रख कर. कहीं ऐसा तो नहीं अमेरिका अपनी सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी यात्री विमान बनाने वाली कंपनी को बचाने के लिए यात्रियों की सुरक्षा को ताक पर रख रहा है?

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