Baltimore Bridge Collapse: भारतीयों की सूझबूझ के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन हुए मुरीद, पढ़ें इनसाइड स्टोरी
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Baltimore Bridge Collapse: भारतीयों की सूझबूझ के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन हुए मुरीद, पढ़ें इनसाइड स्टोरी

Baltimore Bridge Collapse News: अमेरिका के baltimore में 'francis scott key bridge' चर्चाओं में है. एक cargo ship पुल से टकराया और चंद सेकेंड में पूरा पुल ताश के पत्तों की तरह ढह गया. पुल का गिरना अमेरिकी लोगों के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों के लिए shocking था.

Baltimore Bridge Collapse: भारतीयों की सूझबूझ के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन हुए मुरीद, पढ़ें इनसाइड स्टोरी

Baltimore Bridge Collapse News: अमेरिका के baltimore में 'francis scott key bridge' चर्चाओं में है. एक cargo ship पुल से टकराया और चंद सेकेंड में पूरा पुल ताश के पत्तों की तरह ढह गया. पुल का गिरना अमेरिकी लोगों के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों के लिए shocking था. क्योंकि ऐसा हादसा शायद ही पहले कभी देखा गया था. जिस वक्त बाल्टिमोर में cargo ship इस bridge से टकराया उस वक्त पुल पर पूरी स्पीड से गाड़ियां दौड़ रही थी.

आखिर इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया?

पुल पर आते-जाते गाड़ियां दिख भी रही हैं. इस हादसे के बाद कई गाड़ियां Patapsco नदी में गिर गईं. इस दौरान bridge पर मौजूद 8 construction worker पानी में गिर गए थे, सभी वर्कर पुल की मरम्मत का काम कर रहे थे. इनमें से 2 को रेस्क्यू कर लिया गया था लेकिन 6 लोग अब भी लापता है. आपके दिमाग में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया? cargo ship के crew को पुल क्यों नहीं दिखा ? ऐसा क्या हुआ कि इतना बड़ा शिप सीधा पुल से टकरा गया? आइये इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं...

जिस वक्त शिप ब्रिज के पास पहुंचा..

दरअसल जिस जहाज ने पुल में टक्कर मारी उसका नाम डाली है और ये जहाज बिजली से चल रहा था. लेकिन जिस वक्त शिप ब्रिज के पास पहुंचा उस वक्त अचानक से शिप की बिजली सप्लाई ठप हो गई. जिसकी सूचना जहाज के चालक दल ने दी थी. टकराने से ठीक पहले emergency प्रक्रिया के तहत जहाज के crew ने एंकर को नीचे गिरा दिया गया था, जिससे जहाज की स्पीड कम की जा सके. 

पहले ही पता चल गया था कि बड़ा हादसा होने वाला है

जहाज के क्रू को पहले ही पता चल गया था कि बड़ा हादसा होने वाला है, लेकिन उस समय तक काफी देर हो चुकी थी और इसे रोक पाना उनके हाथ में नहीं था. हादसे से कुछ देर पहले ही जहाज की लाइटें बंद हो गईं थी और जहाज पर मौजूद चालक दल के सदस्य अंधेरे में थे. बिजली सप्लाई ठप होने से जहाज पूरी तरह से डेड था और electronics काम नहीं कर रहे थे. जहाज का engine भी काम नहीं कर रहा था. इस समय अंधेरे में जहाज अपनी मर्जी से बहाव के साथ चल रहा था और सब कुछ जानते हुए भी Engineers इसे रोकने में असमर्थ हो गए थे.

इसे श्रीलंका तक जाना था

डाली शिप baltimore बंदरगाह से चला था और इसे Patapsco नदी से आगे बढ़ते हुए श्रीलंका तक जाना था. रात में cargo ship अमेरिकी समय अनुसार साढ़े 12 बजे चला था. एक घंटे बाद ये francis scott key bridge के पास पहुंचा था. यानी इस cargo ship को baltimore से ब्रिज तक पहुंचने में एक घंटे का समय लगा. जिसके बाद बिजली सप्लाई ठप होने की वजह से ये हादसा हुआ. ये शिप baltimore से श्रीलंका की 27 दिन की यात्रा पर रवाना हुआ था.

क्रू भी इसे रोकने में नाकाम हो गया था

डाली शिप पर 22 क्रू मेंबर थे. जो भारतीय हैं...इस हादसे के बाद क्रू मेंबर पर सवाल उठे कि आखिर crew member से इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई ? आखिर चालक दल ने हादसे को टालने की कोशिश क्यों नहीं की? दरअसल डाली शिप पर मौजूद सभी crew member ने इस हादसे को टालने की पूरी कोशिश की थी. इसके लिए क्रू ने वक्त रहते बिजली सप्लाई ठप होने की जानकारी भी दी थी. वक्त रहते क्रू मेंबर ने एंकर भी गिराया था. ताकि शिप की रफ्तार कम हो जाए. लेकिन बिजली सप्लाई ठप होने की वजह से ना इंजन काम कर रहा था और ना जहाज के उपकरण. ऐसे में जहाज पर मौजूद क्रू भी इसे रोकने में नाकाम हो गया था.

joe biden ने भी crew member की तारीफ की

क्रू के सदस्यों ने प्रशासन को बिजली सप्लाई ठप होने की जानकारी दी थी. जिसके बाद प्रशासन ने ब्रिज के दोनों साइड ट्रैफिक को रोक दिया था. लेकिन जो गाड़ियां ब्रिज पर पहुंच गई थीं. वो हादसे के बाद नदी में गिर गईं. अगर मैरीलैंड प्रशासन वक्त पर गाड़ियों को नहीं रोकता तो हादसा बहुत बड़ा होता. इस हादसे के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति joe biden ने भी crew member की तारीफ की. बाइडेन ने शिप के crew को हीरो बताया. बात सही भी है crew अगर वक्त रहते सूचना नहीं देता तो ब्रिज पर बड़ी संख्या में गाड़ियां दौड़ रही होतीं. जिससे मरने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होती.

वो खलनायक नहीं बल्कि नायक

एक बात तो साफ है कि शिप के जिस crew को खलनायक बताया जा रहा था. वो खलनायक नहीं बल्कि नायक है. जिनकी सतर्कता की वजह से बहुत से लोगों की जान बची है और इस बात को maryland के गवर्नर और अमेरिकी राष्ट्रपति joe biden ने भी माना है. बाल्टिमोर के लिए 'Francis Scott Key Bridge एक तरह से lifeline है. जिसपर हर रोज हजारों गाड़ियां गुजरती है. Bridge Patapsco नदी के ऊपर से गुजरता है. पुल का गिरना यहां के लोगों के लिए एक चौंकाने वाली घटना है. क्योंकि यहां के लोग पिछले 47 सालों से इसका इस्तेमाल कर रहे थे.

ब्रिज की लंबाई करीब 2.5 किलोमीटर

Francis Scott Key Bridge को 1977 में Patapsco नदी पर बनाया गया था. इस Bridge का नाम अमेरिका का राष्ट्रगान लिखने वाले Francis Scott Key के नाम पर रखा गया है. ब्रिज की लंबाई करीब 2.5 किलोमीटर है. चार लेन वाला Francis Scott Key Bridge स्टील और कंक्रीट से बना हुआ था. Francis Scott Key Bridge एक टोल ब्रिज था, इसकी पूरी जिम्मेदारी Maryland Transportation Authority के पास है.

शिप पर सैकड़ों कंटेनर रखे हुए थे

जिस शिप ने पुल को टक्कर मारी वो सिंगांपुर में registered है. डाली शिप का निर्माण दक्षिण कोरिया में हुआ है और ये ग्रीस की कंपनी Oceanbulk ((ओशनबल्क)) के लिए काम करता है. इस वक्त इस जहाज़ को सिनर्जी ग्रुप चला रहा है जो ऐसे जहाज़ों को किराया पर लेते रहता है. जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त भी शिप पर सैकड़ों कंटेनर रखे हुए थे. सभी में कोयला भरा हुआ था. इस शिप को अमेरिका के baltimore से श्रीलंका जाना था.

अब भी डाली शिप पुल के पास ही खड़ा है

हादसे के बाद अब भी डाली शिप पुल के पास ही खड़ा है. जिसको अब वहां से हटाने का अभियान शुरू होगा. लेकिन जिस तरह से ये हादसा हुआ है वो मैरीलैंड के लोगों के लिए बड़ा झटका है. हांलाकि क्रू ने जिस सूझबूझ से काम लिया है वो काफी सराहनीय है.

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