मोसुल पर इराक का हमला तेज, संयुक्त राष्ट्र ने नागरिकों के लिए बताया खतरा
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मोसुल पर इराक का हमला तेज, संयुक्त राष्ट्र ने नागरिकों के लिए बताया खतरा

मोसुल में जिहादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में इराकी बल हमला तेज करते हुए आगे बढ़ रहे हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने युद्ध के अंतिम चरण में नागरिकों को गंभीर खतरा होने बारे में आगाह किया है. 

मोसुल में जिहादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में इराकी बल हमला तेज करते हुए आगे बढ़ रहे हैं (फाइल फोटो)

मोसुल: मोसुल में जिहादियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में इराकी बल हमला तेज करते हुए आगे बढ़ रहे हैं, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने युद्ध के अंतिम चरण में नागरिकों को गंभीर खतरा होने बारे में आगाह किया है. आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट समूह के कब्जे से मोसुल को छुड़ाने के लिए गत सात महीनों से भी ज्यादा समय से जारी गहन अभियान में इराकी बलों ने शहर के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र के बड़े हिस्सों को अपने अधिकार में ले लिया है, लेकिन जिहादी उन इलाकों में कड़ी टक्कर दे रहे हैं जो अभी भी उनके कब्जे में हैं.

आईएस विस्फोटकों से लदे वाहन का इस्तेमाल कर रहा है

संयुक्त अभियान कमान के प्रवक्ता याह्या रसूल ने सोमवार को कहा, ‘हमारी टुकड़ियां लगातार आगे बढ़ रही हैं. वे अल साहा, अल ओउला और अल जिनजिली, अल शिफा तथा रिपब्लिक अस्पताल में प्रवेश कर चुकी हैं.’ उन्होंने बताया कि इराकी बलों को निशाना बनाने के लिए आईएस विस्फोटकों से लदे वाहन, छिपकर निशाना लगाने वाले हमलावरों तथा फिदायीन हमलावरों का इस्तेमाल कर रहा है.

हमलावरों ने शियाओं के जनसमूह को बनाया निशाना 

इस बीच, बगदाद में एक आत्मघाती हमलावर ने आइसक्रीम की एक प्रसिद्ध दुकान पर विस्फोटकों से लदे एक वाहन में विस्फोट कर दिया जिसमें कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई तथा 30 अन्य घायल हो गए. सुरक्षा अधिकारियों ने आज (मंगलवार) तड़के यह जानकारी दी. इस्लामिक स्टेट समूह से संबद्ध अमाक प्रचार एजेंसी ने कहा कि फिदायीन हमलावर ने शियाओं के जनसमूह को निशाना बनाया. आईएस, इराक के शिया मुस्लिम बहुसंख्यकों को धर्म विरोधी मानता है और उनके खिलाफ हमलों को अंजाम देता रहता है.

मलावरों ने हमला करने के लिए रमजान के महीने को चुना

बम हमलावर ने हमला करने के लिए रमजान के महीने को चुना जब इराकी लोग उपवास तोड़ने के बाद देर तक बाहर रहते हैं, खरीदारी करते हैं और लोगों से मिलते-जुलते हैं. इराक में संयुक्त राष्ट्र की मानवीय समन्वयक लीजा ग्रांडे ने कहा, ‘हम बहुत चिंतित हैं क्योंकि मोसुल को वापस अपने अधिकार में लेने के अभियान के अंतिम चरणों में आईएस के कब्जे वाले इलाकों में आम नागरिक गंभीर खतरे में हैं, इस अभियान के किसी भी और चरण के मुकाबले इस समय वे बहुत ज्यादा खतरे में हैं.’ उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि मोसुल के जिहादी कब्जे वाले इलाकों में फिलहाल 1,80,000 से 200,000 आम नागरिक हैं, उनमें से ज्यादातर शहर के पुराने इलाके में हैं.

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