अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताया, आतंकी मदद का भुगतना होगा गंभीर परिणाम
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अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताया, आतंकी मदद का भुगतना होगा गंभीर परिणाम

ट्रंप ने आतंकी समूहों को पाकिस्तान की ओर से मिलने वाले सहयोग के खिलाफ सख्ती से बोलते हुए कहा था कि इस देश को अमेरिका से अरबों डॉलर मदद के तौर पर मिलते हैं लेकिन यह आतंकियों को शरण देना जारी रखता है.

मैटिस ने चीफ्स ऑफ स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जुड़ी ट्रंप की रणनीति को क्रियान्वित करने के लिए तैयारी करें. (फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: आतंकियों को शरणस्थली उपलब्ध करवाने के लिए पाकिस्तान को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दिए जाने के एक दिन बाद अमेरिका के दो प्रमुख नेताओं ने कहा है कि यदि पाकिस्तान आतंकी समूहों को शरणस्थली उपलब्ध करवाना जारी रखता है, तो उसे बड़े गैर-नाटो सहयोगी का दर्जा खो देने जैसे कई परिणाम भुगतने पड़ेंगे. ट्रंप ने आतंकी समूहों को पाकिस्तान की ओर से मिलने वाले सहयोग के खिलाफ सख्ती से बोलते हुए कहा था कि इस देश को अमेरिका से अरबों डॉलर मदद के तौर पर मिलते हैं लेकिन यह आतंकियों को शरण देना जारी रखता है.

ट्रंप ने इस्लामाबाद को चेतावनी दी कि अफगानिस्तान में अमेरिकियों को मारने वालों और ‘‘अराजकता पैदा करने वालों’’ को शरणस्थली उपलब्ध करवाने पर, आतंकियों को मदद देने पर इस्लामाबाद का ‘बहुत कुछ दांव पर’ है. रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने कह कि ट्रंप प्रशासन इस बार इस संदर्भ में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई जरूर करेगा. मैटिस दरअसल इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि पूर्व में भी ऐसे वादे किए जा चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाने में अमेरिका पीछे ही हटता रहा है.

रक्षा मंत्री से पूछा गया था, ‘‘ट्रंप के शब्द बेहद कड़े हैं लेकिन ऐसे शब्द पहले भी सुने जा चुके हैं. असल में इस संदर्भ में कुछ किया जाएगा या पुरानी ही रणनीति पर ही चला जाएगा?’’ पश्चिम एशिया की यात्रा पर गए मैटिस ने अपने साथ गए संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं सवाल समझता हूं. आपको इसका जवाब जानने के लिए इंतजार करना होगा और देखना होगा.’’ मैटिस ने चीफ्स ऑफ स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि वह अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जुड़ी ट्रंप की रणनीति को क्रियान्वित करने के लिए तैयारी करें.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं नाटो के महासचिव और हमारे सहयोगियों के संपर्क में रहूंगा. इनमें से कई सहयोगियों ने सैनिकों की संख्या बढ़ाने का वादा किया है. एकसाथ मिलकर हम आतंकी केंद्रों को नष्ट करने में अफगान सुरक्षा बलों की मदद करेंगे.’’ विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने इस बात को स्वीकार किया कि पाकिस्तान को जो गैर-नाटो सहयोगी होने का दर्जा मिला हुआ है, वह खतरे में है.

इसी बीच, विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने इस बात से इनकार नहीं किया कि यदि कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी मिलती है तो अमेरिकी सैन्य बल आतंकियों पर हमला करेंगे. टिलरसन ने कहा , ‘‘ मेरा मानना है कि अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता हासिल होने से अफगान लोगों के अलावा अगर कोई बड़ा लाभार्थी है तो वे हैं पाकिस्तान के लोग. उन्हें किसी भी अन्य देश से ज्यादा लाभ होगा.’’

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