मसूद अजहर 'बहुत बुरा आदमी', घोषित किया जाए वैश्विक आतंकी: अमेरिका
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मसूद अजहर 'बहुत बुरा आदमी', घोषित किया जाए वैश्विक आतंकी: अमेरिका

अजहर का बनाया आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की सूची में पहले से शामिल है.

आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का प्रमुख मसूद अजहर. (फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: अमेरिका ने बुधवार (8 नवंबर) को कहा कि जैश ए मोहम्मद का प्रमुख मसूद अजहर ‘बहुत बुरा आदमी’ है और उसे वैश्विक आतंकी घोषित किया जाना चाहिए. पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड अजहर को आतंकी घोषित करने के संयुक्त राष्ट्र में हुए प्रयास को चीन द्वारा बाधित किए जाने की पृष्ठभूमि में अमेरिका ने यह कहा है. अजहर पाकिस्तान में रहता है. उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन का समर्थन हासिल था. इस प्रस्ताव को पिछले हफ्ते चीन ने चौथी बार रोक दिया और इसकी वजह बताई कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अलकायदा प्रतिबंध समिति के सदस्य इस पर एकमत नहीं हैं.

  1. आतंकी अजहर मसूद पाकिस्तान में रहता है.
  2. अजहर भारत में हुए कई आतंकी हमलों में आरोपी है. 
  3. अजहर मसूद जनवरी 2016 में पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए हमले का भी आरोपी है.

अजहर का बनाया आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की सूची में पहले से शामिल है. विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नोर्ट ने संवाददाता सम्मेलन में चीन के कदम पर पूछे गए सवाल के बारे में कहा, ‘‘हम निश्चित रूप से मानते हैं कि वह बहुत बुरा व्यक्ति है. हम चाहते हैं कि उसे इस सूची में शामिल किया जाए.’’ नोर्ट ने कहा, ‘‘ उसे प्रतिबंधित सूची में शामिल करने पर समिति में बातचीत हो रही है. संयुक्त राष्ट्र के तहत वह सूची गोपनीय है इसलिए मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकती.’’

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उन्होंने कहा कि चीन के कदम के बारे में तो आपको चीन की सरकार से ही पूछना पड़ेगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया, लेकिन निश्चित ही हमारा मानना है कि वह बहुत बुरा व्यक्ति है. नोर्ट ने बताया कि अमेरिकी कानून के तहत वह जैश ए मोहम्मद को विदेशी आतंकी संगठन मानते हैं. परिषद की अलकायदा प्रतिबंध सूची के तहत जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के भारत के प्रयास को चीन लगातार बाधित कर रहा है. चीन सुरक्षा परिषद का वीटो शक्ति प्राप्त स्थायी सदस्य है.

अजहर को संरा द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने के अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन से समर्थन प्राप्त प्रयास पर चीन ने अगस्त माह में तकनीकी रोक को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया था. इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में इसी फरवरी माह में भी उसने इस प्रयास को बाधित किया था. चीन ही इकलौता ऐसा देश है जो सुरक्षा परिषद में अजहर को आतंकी घोषित करने का विरोध कर रहा है. परिषद के 15 सदस्यों में से बाकी के सभी 14 सदस्य देश प्रतिबंध की सूची में अजहर को शामिल करने के प्रयास के समर्थन में है.

प्रतिबंध सूची में अजहर का नाम आने पर उसकी संपत्तियां कुर्क हो जाएंगी और उस पर यात्रा प्रतिबंध लग जाएगा. अजहर भारत में हुए कई आतंकी हमलों में आरोपी है. वह जनवरी 2016 में पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए हमले का भी आरोपी है.

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