..तो क्या न्यूक्यिलर स्ट्राइक कर देंगे पुतिन? रूस के एक पैंतरे से भयभीत महाशक्तियां
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..तो क्या न्यूक्यिलर स्ट्राइक कर देंगे पुतिन? रूस के एक पैंतरे से भयभीत महाशक्तियां

Russia News: पुतिन के पास एक से बढ़कर एक घातक हथियार हैं. रूस ने यूक्रेन को परमाणु हमले की वॉर्निंग पहले ही दे दी.. सुपरपावर रूस की सेना न्यूक्लियर हथियारों के साथ युद्धाभ्यास कर रही है. यानी रूस-यूक्रेन सीमा पर वर्ल्ड वॉर थ्री के लिए अनलिमिटेड बारूद मौजूद है. 

..तो क्या न्यूक्यिलर स्ट्राइक कर देंगे पुतिन? रूस के एक पैंतरे से भयभीत महाशक्तियां

Putin And Russia Power: दुनिया में विनाश के ऐसे हथियार मौजूद हैं जो सब कुछ ख़त्म कर सकते हैं. देशों को नहीं दुनिया को टर्मिनेट कर सकते हैं. और जिसके हाथ में इन हथियारों का बटन है वो है टर्मिनेटर दुनिया इस वक्त इसी टर्मिनेटर के हाथों की हरकत से डर रही है जिसने अपने सबसे विनाशकारी हथियारों को एक्टिवेट कर दिया है.. अमेरिका या फिर यूरोप..दुनिया के किस इलाके को पुतिन अपना अगला टारगेट बनाएंगे..और ये वो इलाका होगा जो दुनिया का नया नर्कलोक बन जाएगा.

रूस के पूर्व राष्ट्रपति मौजूदा वक्त में रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष और व्लादिमीर पुतिन के भरोसेमंद दिमित्री मेदवेदेव ने जो धमकी अमेरिका ब्रिटेन और फ्रांस को दी है वो सही साबित हुई तो दुनिया के सबसे खूबसूरत और महत्वपूर्ण शहरों में शुमार..वाशिंगटन लंदन..और पेरिस नर्क जैसे नजर आएंगे.

वाशिंगटन डीसी में न्यूक्यिलर स्ट्राइक?
मेदवेदेव से साफ साफ कहा है नेटो सेनाओं की यूक्रेन में एंट्री के बाद रूस सीधे लंदन, पेरिस और वाशिंगटन डीसी में न्यूक्यिलर स्ट्राइक कर सकता है. ये ख़तरा उस वक्त और ज्यादा बढ़ गया जब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस की विक्ट्री डे परेड से पहले परमाणु युद्धाभ्यास के आदेश दे दिए और विक्ट्री डे परेड के दौरान इसके दूसरे चरण में शामिल होने के लिए उस देश को भी आमंत्रित कर लिया जहां पर उसने परमाणु हथियारों को तैनात कर रखा है.

परमाणु हमला करने को तैयार?
रूस के विक्ट्री डे पर पुतिन जो कहते हैं पूरी दुनिया बहुत ध्यान से सुनती है और इस बार पुतिन ने परमाणु हमले की तैयारी के बारे में साफ साफ एक बात बता दी है उनका देश साल के ​365 दिन..हर घंटे..हर मिनट..हर पल अपने दुश्मनों पर परमाणु हमला करने को तैयार है..अब दुनिया को सोचना है वो पुतिन को परमाणु हमले का मौका देती है या नहीं.

प्रतिक्रिया का लक्ष्य सिर्फ कीव नहीं?
क्या वाकई पश्चिमी देश रूस को परमाणु हमला करने का बहाना दे रहे हैं रूस में चल रहे परमाणु युद्धाभ्यास के बीच अमेरिका से आई खबर तो आग में घी डालने जैसी लग रही है. रूस के परमाणु अभ्यास का मकसद रूसी धरती पर किसी भी हमले का जवाब देना है, जिसकी पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को अपने द्वारा आपूर्ति किए गए हथियारों के साथ करने की अनुमति दी है. और रूस की प्रतिक्रिया का लक्ष्य सिर्फ कीव नहीं होगा.

इस बात की आशंका काफी ज्यादा है कि पुतिन यूक्रेन या किसी नेटो देश पर टेक्टिकल न्यूक्लियर वेपन का इस्तेमाल करें ऐसे परमाणु हथियार उन रणनीतिक हथियारों की तुलना में कम शक्तिशाली होते हैं, जो पूरे शहर को नष्ट करने का क्षमता रखते हैं. पुतिन ऐसा करके दुनिया को परमाणु ट्रेलर दिखा सकते हैं..लेकिन इस कदम से या तो वॉर ख़त्म हो जाएगी या तो ऐसी भड़केगी कि सब कुछ खत्म कर देगी.

कोई छोटा इलाका भी हो सकता..
रूस के टैक्टिकल परमाणु हथियार का इस्तेमाल किसी खास टारगेट को पूरी तरह नष्ट करने में कर सकता है..ये कोई छोटा इलाका भी हो सकता है..इस तरह के हथियार एक किलोटन या उससे कम क्षमता वाले होते हैं. रूस टैक्टिकल परमाणु हथियारों का कितना बड़ा खिलाड़ी है इसे आप इस तरह समझ सकते हैं कि रूस के पास ऐसे ह​थियारों की संख्या 2000 जबकि अमेरिका के पास सिर्फ 200 है.

रूस का एक ऐसा ही टैक्टिकल हथियार समंदर से लॉन्च की जाने वाली क्रूज मिसाइल कैलिबर भी हैं जिनका इस्तेमाल रूस यूक्रेन वॉर में कर रहा है. रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं और इन हथियारों को लॉन्च करने के लिए वो समंदर की गहराइयों से लेकर अंतरिक्ष तक तैयारियां कर चुका है इसीलिए दुनिया को डर है रूस ने परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया तो उसका निशाना चूकेगा नहीं.
यूरोप की महाशक्ति फ्रांस जिसके पास परमाणु बम भी हैं..रफाल जैसे लड़ाकू विमानों का बेड़ा भी है नेटो जैसा रणनीतिक गठबंधन भी है अगर उसकी सेना सीधे यूक्रेन वॉर ज़ोन में उतरती है तो क्या यूक्रेन-रूस वॉर के लिए मैक्रों का ये कदम गेमचेंजर साबित हो सकता है..इस सवाल का जवाब पुतिन के परमाणु धमाके से जुड़े सवाल का जवाब भी देता है ))

रमाणु शस्त्रागार का आधुनिकीकरण
मैक्रों फ्रांस के रक्षा खर्च को कई गुना बढ़ाकर सबसे पहले फ्रांस के परमाणु शस्त्रागार का आधुनिकीकरण करेंगे  खुफिया खर्च में 60 फीसदी की बढ़ोतरी करेंगे  सैनिकों की संख्या दोगुनी करेंगे  रूस की साइबर क्षमताओं को देखते हुए साइबर रक्षा को मजबूत करेंगे  और रिमोट नियंत्रित हथियारों को विकसित करेंगे. मैक्रों के यूक्रेन में सैनिक भेजने के बयान और इन तैयारियों से रूस बौखलाया हुआ है रूस की परमाणु तैयारियां इसी का नतीजा है . 

रूस का परमाणु यद्धाभ्यास

हर युद्ध की एक कीमत चुकानी पड़ती है हर बड़े धमाके की एक शर्त होती है. परमाणु बम फोड़ना दीवाली के पटाखे फोड़ने जैसा नहीं है रूस ने भी परमाणु हमला करने के लिए कुछ नियम और शर्तें रखी हैं जिसमें पहली शर्त है खुद पर परमाणु हमला या परमाणु हमले का ख़तरा और दूसरी शर्त है देश की संप्रभुता पर ख़तरा सवाल ये है क्या यूक्रेन में नेटो सेनाओं का उतरना रूस के लिए ऐसे खतरे पैदा कर सकता है .

अमेरिका..फ्रांस..और ब्रिटेन से जिस तरह का ख़तरा रूस को दिखाई दे रहा है इसी का जवाब है रूस का परमाणु यद्धाभ्यास दुनिया इस वक्त परमाणु अलर्ट पर है क्योंकि पुतिन के परमाणु शस्त्रागार से अगर परमाणु हथियार लॉन्च हुए तो वो आसमान..समंदर या ज़मीन से दुनिया के किसी भी कोने में पहुंच सकते हैं . कयामत की इस घड़ी कब आ जाए इसकी दहशत हर जगह है

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