दूसरा प्रेसिडेंशियल डिबेट: हिलेरी और ट्रंप के बीच हुई तीखी तकरार, एक-दूसरे पर महिलाओं के अपमान का आरोप जड़ा
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दूसरा प्रेसिडेंशियल डिबेट: हिलेरी और ट्रंप के बीच हुई तीखी तकरार, एक-दूसरे पर महिलाओं के अपमान का आरोप जड़ा

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच रविवार रात को दूसरी राष्ट्रपति बहस हुई। हिलेरी और ट्रंप के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव की दूसरी बहस सेंट लुइस में हुई। इस बार दोनों उम्मीदवारों ने एक-दूसरे से बिना हाथ मिलाए कार्यक्रम स्‍थल पर प्रवेश किया जबकि पहली बहस में ट्रंप और हिलेरी ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया था।

दूसरा प्रेसिडेंशियल डिबेट: हिलेरी और ट्रंप के बीच हुई तीखी तकरार, एक-दूसरे पर महिलाओं के अपमान का आरोप जड़ा

सेंट लुईस : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच रविवार रात को दूसरी राष्ट्रपति बहस हुई। हिलेरी और ट्रंप के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव की दूसरी बहस सेंट लुइस में हुई। इस बार दोनों उम्मीदवारों ने एक-दूसरे से बिना हाथ मिलाए कार्यक्रम स्‍थल पर प्रवेश किया जबकि पहली बहस में ट्रंप और हिलेरी ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया था।

अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की ओर से महिलाओं के खिलाफ की गई अशिष्ट टिप्पणियों के चलते उनके और उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन के बीच तीखे शब्दबाण चले। ट्रंप ने हिलेरी के पति और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पर बलात्कार और यौन शोषण के आरोप लगाए। हिलेरी ने कहा कि वीडियो में नजर आ रहे ट्रंप ही ‘असल’ हैं तो उनके प्रतिद्वंद्वी ने उनके पति बिल क्लिंटन पर आरोप लगाया कि वे बीते कई दशकों से महिलाओं का यौन शोषण कर रहे हैं।

हिलेरी ने कहा कि डोनाल्ड महिलाओं के बारे में जो कुछ भी बोल रहे थे वह हम सभी ने शुक्रवार को देखा। हमने उन्हें महिलाओं का अपमान करते देखा, हमने उन्हें महिलाओं के रूप-रंग के आधार पर उनका आकलन करते देखा, हमने उन्हें टीवी और ट्वीटर पर महिलाओं को लज्जित करते देखा। यही असल डोनाल्ड ट्रंप हैं। ट्रंप ने अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगते हुए कहा है कि यह लॉकर रूम तक सीमित बातचीत थी। उन्होंने कहा कि मुझे इस पर गर्व नहीं है। मैं अमेरिकी जनता से माफी मांगता हूं। मैं शर्मिंदा हूं। मैं महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूं। बहस के लिए ट्रंप ने दर्शकों में से ऐसी चार महिलाओं को बुलाया जिन्होंने बिल क्लिंटन पर यौन शोषण का आरोप लगाया है।

राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि यदि वह अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाते हैं तो वे डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन द्वारा विदेश मंत्री रहने के दौरान निजी ईमेल सर्वर का इस्तेमाल करने के मुद्दे पर उनके खिलाफ विशेष जांच शुरू कराएंगे।

दूसरी प्रेजीडेंशियल बहस के दौरान हिलेरी के साथ तीखी तकरार के बाद ट्रंप ने कहा कि हम एक विशेष अभियोजक नियुक्त करेंगे और हम इस मामले पर गौर करेंगे। जानते हैं क्यों? ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने आपके किए इस काम का महज पांचवा हिस्सा ही किया होगा और उनकी जिंदगियां तबाह हो गईं। यह शर्म की बात है। ईमानदारी से कहूं, तो आपको खुद पर शर्म आनी चाहिए। हिलेरी ने ट्रंप पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ट्रंप जो कुछ भी कहते हैं, वह झूठ होता है, इसलिए मुझे हैरानी नहीं है। इस पर ट्रंप ने कहा कि ओह, क्या वाकई ऐसा है? हिलेरी ने कहा कि यह बेहद अच्छा है कि हमारे देश का कानून डोनाल्ड ट्रंप जैसे किसी व्यक्ति के हाथ में नहीं है। ट्रंप ने एकबार फिर टोकते हुए कहा कि हां, क्योंकि ऐसा होता, तो तुम जेल में होतीं। ट्रंप ने मांग की कि हिलेरी 33000 ईमेल डिलीट कर देने पर माफी मांगें।

हिलेरी पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2009-2013 के दौरान ओबामा की प्रमुख राजनयिक रहते हुए निजी ईमेल का इस्तेमाल किया और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला। कुल 90 मिनट की बहस में हिलेरी ने जोर देकर कहा कि उन्होंने ईमेल के मुद्दे पर गलती की है और वह इसकी जिम्मेदारी लेती हैं।

इसके अलावा,  राष्ट्रपति पद की डेमोकेट्रिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने अमेरिका में मुस्लिमों का प्रवेश प्रतिबंधित करने की डोनाल्ड ट्रंप की योजना को लेकर आज उन्हें आड़े हाथों लिया और कहा कि (मुस्लिम) समुदाय के बारे में उनकी ‘भड़काऊ भाषणबाजी’ में उलझना ‘अदूरदर्शी’ और ‘खतरनाक’ होगा। ट्रंप की वर्ष 2005 की वीडियो के मुद्दे के चलते प्रेजीडेंशियल बहस में शुरू से ही कटुता आ गई थी। इस वीडियो में ट्रंप ने महिलाओं के खिलाफ अभद्र और यौन रूप से भड़काउ टिप्पणियां की थीं। बहस से पहले ही ट्रंप और हिलेरी के बीच बढ़ चुकी प्रतिद्वंद्विता तभी दिखाई दे गई थी कि दोनों उम्मीदवार जब दूसरी बहस के लिए वाशिंगटन विश्वविद्यालय के मंच पर उतरे तो हिलेरी ने ट्रंप से हाथ तक नहीं मिलाया।

टाउन-हॉल शैली की बहस के दूसरे हिस्से में, दोनों प्रतिद्वंद्वी ओबामाकेयर, करों और इस्लामोफोबिया के मुद्दे पर उलझे। गोरबा हामीद नामक एक मुस्लिम महिला ने दोनों उम्मीदवारों से पूछा कि वे चुनाव के बाद उस जैसे लोगों पर देश के लिए खतरा होने का तमगा लगाए जाने के परिणामों से कैसे निपटेंगे? जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या मुस्लिमों का अमेरिका में प्रवेश प्रतिबंधित करना अब उनका रूख नहीं है, तो ट्रंप ने कहा कि प्रतिबंध ने ‘दुनिया के कुछ हिस्सों से आने वाले लोगों की अत्यधिक जांच का रूप लिया है।’ उन्होंने कहा कि यह अत्यधिक जांच कहलाता है। हम सीरिया जैसे क्षेत्रों की ओर जा रहे हैं, जहां से हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन चाहते हैं ।इस संख्या में 550 प्रतिशत का इजाफा हो जाए। उन्होंने कहा कि हमारे देश में लोग इस तरह आ रहे हैं कि हमें पता ही नहीं है कि वे कौन हैं, कहां से हैं और हमारे देश को लेकर उनकी क्या भावनाएं हैं। और वह (हिलेरी) ऐसे 550 प्रतिशत और लोग चाहती हैं। यह खतरनाक साबित होने वाला है।

ट्रंप ने कहा कि वह लाखों लोगों को सीरिया से यहां आते नहीं देखना चाहते, जबकि हम उनके बारे में, उनके मूल्यों के बारे में और हमारे देश के प्रति उनके प्यार के बारे में कुछ नहीं जानते। हिलेरी ने जवाब में चिल्लाते हुए कहा कि हम इस्लाम के साथ युद्धरत नहीं हैं।

हिलेरी ने कहा कि मुस्लिमों के खिलाफ ट्रंप की ‘बेहद बेवकूफाना’ और ‘खतरनाक’ टिप्पणियों का इस्तेमाल आतंकियों की भर्ती के लिए किया जाता है। हिलेरी ने कहा कि राष्ट्रपति बनने पर वह ऐसे किसी व्यक्ति को देश में नहीं रहने देंगी, जो उनके हिसाब से अमेरिका के लिए खतरा होगा लेकिन बहुत से शरणार्थियों को, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे होते हैं। उन्हें सिर्फ इस आधार पर अमेरिका में प्रवेश देने से इंकार नहीं किया जा सकता कि वे मुस्लिम हैं।

उन्होंने कहा कि लेकिन हम जांच करवाएंगे। हमारे पेशेवरों, खुफिया जानकारी के विशेषज्ञों और अन्य की ओर से इस जांच को जितना कड़ा करने की जरूरत होगी, इसे किया जाएगा। लेकिन यहां हमारे लिए अहम यह है कि हम डोनाल्ड ट्रंप की तरह यह न कहें कि हम एक नीतिगत आधार पर लोगों को एक धर्म के आधार पर प्रतिबंधित करने वाले हैं। हिलेरी ने सवाल उठाया कि आप ऐसा कैसे करेंगे? हमारा देश धार्मिक स्वतंत्रता की नींव पर खड़ा है। हम अपने देश के भीतर भारी तनाव पैदा किए बिना उनकी कही बात को कैसे अंजाम दे सकते हैं? क्या जब लोग हमारे देश में आएंगे तो हम उनकी धार्मिक परीक्षाएं लेंगे? हम इस बात को लागू करने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप मुस्लिमों के बारे में जो भड़काउ भाषणबाजी करते हैं, उसमें उलझना बेहद अदूरदर्शी और खतरनाक है। हमारे लिए जरूरी है कि अमेरिकी मुस्लिम हमारे मुख्य मोचरें पर हमारे आंख-कान बनें। हिलेरी ने ट्रंप द्वारा मुस्लिमों और कैप्टन हुमायूं खान जैसे लोगों के खिलाफ कही गई ‘बेहद विभाजक और घिनौनी’ बातों के लिए भी उनपर निशाना साधा। खान एक युवा अमेरिकी सैनिक था, जिसने देश की रक्षा करते हुए जान दे दी लेकिन उसे डोनाल्ड ट्रंप ने निशाने पर लिया था।

हिलेरी ने कहा कि आईएसआईएस को हराने के लिए अमेरिका को मुस्लिम बहुल देशों के साथ मिलकर काम करना होगा लेकिन ट्रंप की भाषणबाजी के चलते ये देश सवाल उठा रहे हैं कि उन्हें अमेरिका के साथ सहयोग क्यों करना चाहिए?

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