कहानी एक ऐसे मर्द की जिसने अपनी जिंदगी में किसी महिला को नहीं देखा
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कहानी एक ऐसे मर्द की जिसने अपनी जिंदगी में किसी महिला को नहीं देखा

आपने आज तक ये सुना होगा कि कोई पुरुष बिना शादी किए रह गया हो, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मर्द की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसकी मौत 82 साल में हुई है और वो अपने जीवन काल में एक भी लड़की या महिला देखा ही नहीं है.

कहानी एक ऐसे मर्द की जिसने अपनी जिंदगी में किसी महिला को नहीं देखा

आपने आज तक ये सुना होगा कि कोई पुरुष बिना शादी किए रह गया हो, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं जिसके बारें जानकर दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे. एक ऐसा मर्द जिसकी मौत 82 साल में हुई है और वो अपने जीवन काल में एक भी लड़की या महिला देखा ही नहीं है. अब कुछ लोगों के दिमाग में ऐसा आ सकता है कि शायद उनकी आंखें न हों पर ऐसा नहीं है आंखें होने के बावजूद वो शख्स अपने जीवन में बहुत कुछ नहीं देख पाया है.

कौन हैं मिहाइलो टोलोटोस?

ये कहानी दक्षिण-पूर्वी यूरोप के ग्रीस की है. माउंट एथोस नाम के पहाड़ पर स्थित एक मठ में रहने वाले ग्रीक ऑर्थोडॉक्स साधु, मिहाइलो टोलोटोस (Mihailo Tolotos) की कहानी अविश्वसनीय है. यह कहानी मठ में रहने वाले लोगों की कठोर तपस्या को दर्शाती है. 

जन्म होते ही उनके माता की मृत्यु

मिहाइलो टोलोटोस एक असाधारण व्यक्ति थे जिन्होंने अपने पूरे 82 साल के जीवन में किसी भी महिला को नहीं देखा है. ऐसा होने का सबसे कारण है कि माउंट आथोस के मठों में महिलाओं के प्रवेश वर्जित है. टोलोटोस के जन्म होते ही उनके माता की मृत्यु हो गई थी. बहुत छोटे पर ही मठ ने उन्हें गोद ले लिया था. इसके बाद, वह कभी भी मठ की दीवारों से बाहर नहीं निकले. टोलोटोस ऐसे व्यक्ति थे जिसने कभी भी कोई फिल्म, ऑटोमोबाइल गैजेट या एरोप्लेन नहीं देखा था. मिहाइलो टोलोटोस का जन्म 1856 में हुआ था. 29 अक्टूबर 1938 में उनकी मृत्यु हुई थी. 

मठवासी जीवन

हालांकि टोलोटोस का जीवन अपने आप में किसी मिसाल से कम नहीं है. एकांत में बीती, उनकी कहानी उन कठोर नियमों को याद दिलाती है जो प्राचीन समय में मठवासी जीवन को कंट्रोल करते थे. यह हमें उस भक्ति और समर्पण की भी याद दिलाता है जो कुछ लोग आध्यात्मिक पथ पर चलने के लिए अपनाते हैं. 

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