पृथ्वी से तीन गुना बड़े इस ग्रह पर हो सकते हैं एलियन, वैज्ञानिकों का दावा
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पृथ्वी से तीन गुना बड़े इस ग्रह पर हो सकते हैं एलियन, वैज्ञानिकों का दावा

शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने के2-18 नामक बौने तारे का चक्कर लगाने वाले एक और ग्रह की भी खोज की. 

प्रतीकात्मक फोटो

टोरंटो: क्या सच में एलियन होते हैं, और अगर होते भी हैं, तो वे कहां रहते हैं, कैसे दिखते हैं आदि कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका पुख्ता और प्रामाणिक जवाब आज तक नहीं मिल पाया है. दुनियाभर के वैज्ञानिक इस संबंध में रिसर्च कर रहे हैं. इसी बीच कनाडा की टोरंटो यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने दावा किया है कि पृथ्वी से 111 प्रकाश वर्ष दूर स्थित 'के2-18बी' ग्रह पर एलियन जीवन की संभावना है. उन्होंने यह भी दावा किया कि यह ग्रह पृथ्वी की तरह लेकिन आकार में कई गुना बड़ा है. यही वजह है कि इसे सुपर अर्थ भी कहा जाता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि पथरीली सतह वाले इस ग्रह पर जीवन होने की संभावना अधिक है. 

शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने के2-18 नामक बौने तारे का चक्कर लगाने वाले एक और ग्रह की भी खोज की. टोरंटो यूनिवर्सिटी के मुख्य शोधकर्ता रेयान क्लोटियर ने बताया, 'के2-18बी के भार और घनत्व का पता लगाने में सफल होने के साथ अन्य ग्रह को ढूंढ़ निकालना रोमांचकारी था. 

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2015 में जब पहली बार के2-18 बी की खोज की गई थी तो पाया गया था कि यह ग्रह अपने तारे से ठीक उतनी दूरी पर है, जितना रहने योग्य वातावरण के लिए जरूरी है. यहां पर पानी भी होने की संभावना है जो जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्व है.' शोधकर्ताओं के अनुसार के2-18 बी अब वायुमंडलीय अध्ययन के लिहाज से अहम हो जाएगा. क्लोटियर ने बताया कि मशीन-लर्निंग एप्रोच का उपयोग करके उनकी टीम यह पता लगा सकी कि यह ग्रह पृथ्वी के जैसा है लेकिन उससे बड़ा है. 

गौरतलब है कि एलियन से जुड़ी खबरें गाहे-बगाहे मीडिया में सुर्खियों में रहती हैं. मई 2017 माह में आई एक खबर के मुताबिक, पृथ्वी से करीब 4.2 प्रकाशवर्ष दूर हमारे सबसे करीबी तारे ‘प्रोक्सिमा सेंटौरी’ की कक्षा में चक्कर लगा रहे पृथ्वी जैसे एक ग्रह में पानी और एलियन का जीवन होने की संभावना हो सकती है. ग्रह प्रोक्सिमा बी की खोज पिछले साल अगस्त में हुई थी और यह पृथ्वी के बराबर आकार का बताया जाता है जिससे इस संभावना को बल मिला है कि इस पर पृथ्वी जैसा पर्यावरण होगा. ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर के वैज्ञानिकों ने इस ग्रह पर जलवायु की संभावना खोजने के लिए अपने शुरुआती कदम उठाए हैं.

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