रूस से रक्षा खरीद को लेकर भारत के खिलाफ बैन पर अमेरिकी एडमिरल की चेतावनी
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रूस से रक्षा खरीद को लेकर भारत के खिलाफ बैन पर अमेरिकी एडमिरल की चेतावनी

भारत के खिलाफ रूस से बड़ी रक्षा खरीदों, खास तौर से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद को लेकर प्रतिबंध लग सकता है.

रूस से रक्षा खरीद को लेकर भारत के खिलाफ बैन पर अमेरिकी एडमिरल की चेतावनी

वॉशिंगटन: रूस से रक्षा खरीद को लेकर भारत और इंडोनेशिया जैसे देशों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने पर अमेरिका के एक शीर्ष एडमिरल ने देश की संसद को चेतावनी दी है. एडमिरल ने कहा कि ऐसे किसी भी कदम का हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी रक्षा संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और इसके सहयोगियों की निर्भरता रूस पर बढ़ेगी. अमेरिका प्रशांत कमान कमांडर पद के लिए नामित एडमिरल फिलिप एस. डेविडसन ने बुधवार (18 अप्रैल) को नियुक्ति की मंजूरी के लिए हो रही सुनवाई के दौरान सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों से कहा कि भारत की सेना तकनीकों और प्रशिक्षण के लिए लंबे समय से यूएसएसआर और फिर रूस पर निर्भर रही है.

  1. एडमिरल ने कहा कि भारत से रिश्तों पर पड़ेगा प्रतिकूल असर.
  2. हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी रक्षा संबंधों को पहुंचेगा नुकसान.
  3. भारत की सेना तकनीकों, प्रशिक्षण के लिए लंबे समय से रूस पर निर्भर रही है.

डेविडसन ने कहा, ‘हमें काफी हद तक उस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को तोड़ना होगा, तोड़ना सही काम नहीं है बल्कि उनके साथ मिलकर काम करना होगा ताकि हम भारत के साथ आगे बढ़ सकें.’  पेंटागन के शीर्ष एडमिरल ने संसद को चेताया कि ‘अमेरिका के विरोधियों के खिलाफ प्रतिबंधों के जरिए कार्रवाई कानून (सीएएटीएसए)’ के तहत रूस से रक्षा खरीद को लेकर भारत के खिलाफ प्रतिबंध लगाना उसके साथ संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा. सीएएटीएसए के तहत रूस के साथ बड़े स्तर पर रक्षा और खुफिया मामलों में जुड़े देशों के खिलाफ प्रतिबंध लगाया जाता है. भारत के खिलाफ रूस से बड़ी रक्षा खरीदों, खास तौर से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद को लेकर प्रतिबंध लग सकता है.

'डोनाल्ड ट्रंप के दौर में भारत-अमेरिका के रिश्ते सबसे ज्यादा मजबूत और बेहतर'
वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने कहा कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग को विस्तार देना जारी रखना चाहता है साथ ही पूरे दक्षिण एशिया में नयी दिल्ली के प्रगाढ़ होते संबंधों का समर्थन करता है. दक्षिण तथा मध्य एशियाई मामलों की प्रमुख उप सहायक मंत्री एलिस वेल्स ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच सामरिक भागीदारी कानून व्यवस्था को बनाए रखने तथा मुक्त एवं निष्पक्ष व्यापार जैसी साझा प्रतिबद्धताओं पर आधारित है.

वेल्स ने कहा, ‘भारत-अमेरिका सामरिक साझेदारी कानून व्यवस्था, नौवहन की स्वतंत्रता, लोकतांत्रिक मूल्यों तथा मुक्त एवं निष्पक्ष व्यापार को बनाए रखने की साझा प्रतिबद्धताओं पर दृढ़ता से कायम है. रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग को विस्तारित करते रहने की हमारी योजना है साथ ही हम क्षेत्र भर में भारत के बढ़ते संबंधों का समर्थन करते है.’

सहायक विदेश मंत्री की गैरमौजूदगी में वेल्स साल भर से विदेश मंत्रालय के दक्षिण तथा मध्य एशिया ब्यूरो को संभाल रही हैं. ट्रंप प्रशासन के एक साल से ज्यादा के कार्यकाल के दौरान भारत अमेरिका के बीच संबंध पर उनकी राय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को उद्धृत करते हुए कहा संबंध, ‘इससे ज्यादा मजबूत और बेहतर कभी नहीं रहें.’

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