अमेरिकी संसद... जिसे पीएम मोदी करेंगे संबोधित, जानिए उसके बारे में सबकुछ
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अमेरिकी संसद... जिसे पीएम मोदी करेंगे संबोधित, जानिए उसके बारे में सबकुछ

साल 2018 में भी पीएम मोदी अमेरिका के दोनों सदनों को संबोधित कर चुके हैं. अमेरिका के दोनों सदनों के नाम सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स है. इन्हें दुनिया का सबसे शक्तिशाली सदन माना जाता है. 

अमेरिकी संसद... जिसे पीएम मोदी करेंगे संबोधित, जानिए उसके बारे में सबकुछ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं. शुक्रवार को पीएम मोदी अमेरिकी संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. साल 2018 में भी पीएम मोदी अमेरिका के दोनों सदनों को संबोधित कर चुके हैं. अमेरिका के दोनों सदनों के नाम सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स है. इन्हें दुनिया का सबसे शक्तिशाली सदन माना जाता है. 

भारतीय लोकतांत्रित परंपरा में जिस प्रकार लोक सभा और राज्य सभा काम करती है, कुछ हद तक उसी प्रकार अमेरिका में सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स काम करती है. सीनेट को अपर हाउस कहा जाता है. वहीं, हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स लोवर हाउस यानी निचला सदन कहलाता है. 

दोनों सदन कानून बनाने और पारित करने का अधिकार रखते हैं. हालांकि, दोनों की शक्तियों में काफी अंतर है. अमेरिकी कांग्रेस का इतिहास 200 साल से भी ज्यादा पुराना है. अमेरिकी संसद की आधारशिला 1789 में रखी गई थी. आइए जानते हैं अमेरिका के संसद के दोनों सदनों के बारे में...

सीनेट 
> सीनेट में अमेरिका के हर राज्य से दो मेंबर होते हैं. यानी 50 राज्यों वाले अमेरिका के सीनेट में 100 सांसद होते हैं. इनका चुनाव 6 साल के लिए होता है. हर दो साल पर सीनेट की एक तिहाई सीटों के लिए चुनाव कराए जाते हैं.
> सीनेट के सांसदों का चुनाव उनके राज्यों मुद्दों और समस्याओं के ईर्द-गिर्द होता है. ये मुद्दे स्टेट को चलाने वाले कारकों का हिस्सा होते हैं.
> अमेरिका का वाइस प्रेजिडेंट सीनेट का सभापति होता है. उसे वोट देने का अधिकार भी होता है. लेकिन उसका वोट तभी पड़ता है जब किसी मुद्दे पर सीनेट में सांसदों का वोट बराबर हो जाए.
> सीनेट के माध्यम से ही राष्ट्रपति की नियुक्ति की जाती है. इसके अलावा कैबिनेट, राज्यों के कोर्ट के जज और राजदूतों के चुनाव में भी सीनेट की अहम भूमिका होती है. 
> सीनेट के पास राज्यों के अधिकारियों के खिलाफ महाभियोग चलाने का भी अधिकार होता है. 
> सीनेट कानून बनाने, विधेयकों पर प्रस्ताव देने और उस पर वोटिंग करने का भी अधिकार रखती है. 
> सीनेट का मेंबर बनने के लिए 9 वर्ष तक अमेरिका का नागरिक होना चाहिए. साथ ही उसकी उम्र कम से कम 30 वर्ष होनी चाहिए.

प्रतिनिधि सभा
> हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स को अमेरिका का निचला सदन कहा जाता है. इसमें 438 सदस्य होते हैं. इनका कार्यकाल 2 साल का होता है.
> प्रतिनिधि सभा के सांसद राज्यों के जिलों से चुने जाते हैं. वो स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ते हैं.
> प्रतिनिधि सभा टैक्स से जुड़े कानून बनाने, उसमें बदलाव करने और संघीय अधिकारियों पर महाभियोग चलाने का अधिकार रखता है. 
> इस सभा का चुनाव लड़ने के लिए व्यक्ति की आयु कम से कम 25 वर्ष होनी चाहिए. साथ ही वो अमेरिका का नागरिक हो और सात वर्षों से रह रहा हो.

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