अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय अमेरिकी अरुण सुब्रमण्यम पर ऐसे ही नहीं जताया भरोसा

अमेरिका में लंबे समय से कानूनी क्षेत्र में खास पहचान बना चुके चर्चित भारतीय अमेरिकी अरुण सुब्रमण्यम को जिला जज के लिए नामित किया गया है. वे आम जनता के लिए हजारों मुकदमों में निशुल्क पैरवी कर चुके हैं.  

Written by - Nizam Kantaliya | Last Updated : Sep 7, 2022, 12:34 PM IST
  • आखिर अरुण पर ही क्यों जताया बाइडेन ने भरोसा
  • अमेरिकी सरकार के लिए बेहद सहयोगी रहे हैं अरुण
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय अमेरिकी अरुण सुब्रमण्यम पर ऐसे ही नहीं जताया भरोसा

नई दिल्ली: अमेरिका में लंबे समय से कानूनी क्षेत्र में खास पहचान बना चुके चर्चित भारतीय अमेरिकी अरुण सुब्रमण्यम को जिला जज के लिए नामित किया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा भारतीय मूल के अमेरिकी वकील अरुण सुब्रमण्यम को न्यूयॉर्क के जिला जज के तौर पर नामित करने के बाद उनके कार्यालय की ओर से सिफारिश के कानूनी दस्तावेज सीनेट को भेजे गए हैं. अब सीनेट द्वारा सुब्रमण्यम के नाम पर मुहर लगाने पर सुब्रमण्यम न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सेवा देने वाले पहले दक्षिण एशियाई जज हों जायेंगे.

अरुण सुब्रमण्यम अमेरिका के कानूनी क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम हैं, जो अमेरिका और उसकी जनता को निशुल्क कानूनी सहायता देने के आंदोलन से जुड़े हैं. 2001 में लॉ क्षेत्र में अपना करियर शुरू करने के साथ ही वे अब तक अमेरिकी सरकार और आम जनता के लिए हजारों मुकदमों में निशुल्क पैरवी कर चुके हैं.

आखिर अरुण पर ही क्यों जताया बाइडेन ने भरोसा

अमेरिका के प्रसिद्ध 500 वकीलों में अरुण सुब्रमण्यम का नाम शामिल हैं. अरूण सुब्रमण्यम ने कोर्ट रूम के बाहर भी बड़ी संख्या के केसों में निशुल्क पैरवी करने के लिए भी जाने जाते हैं. दूसरे सर्किट के लिए अरुण ने यूनाइटेड स्टेट्स कोर्ट ऑफ अपील्स के लिए  वर्षों तक निशुल्क सेवा दे रहे हैं.

अरुण सुस्मान गॉडफ्रे की प्रो बोनो कमेटी के 2002 से अध्यक्ष के रूप में कार्य करते रहे हैं. इसके साथ ही वे अमेरिका की प्रतिष्ठित कानूनी पत्रिका के लंबे समय तक निदेशक भी रहें हैं. अरुण को हाल ही में अपीलीय कानून के क्षेत्र में अल्पसंख्यक वकीलों और कानून के छात्रों के लिए अवसर प्रदान करने वाले अपील प्रोजेक्ट के लिए बनायी गयी विकास समिति का सदस्य भी नामित किया गया है.

अरूण सुब्रहमणयम ने आम जनता और सरकार के साथ धोखाधड़ी और अवैध आचरण से जुड़े सैकड़ो बेहद महत्वपूर्ण मामलों में मध्यस्थता करते हुए सार्वजनिक और निजी संस्थाओं के लिए एक अरब डॉलर से अधिक की वसूली करने में कामयाब रहें हैं.

अरुण सिर्फ किसी एक क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए प्रैक्टिस के लिए नहीं जाने जाते, बल्कि वे झूठे दावा अधिनियम के मामलों में सार्वजनिक संस्थाओं, व्हिसलब्लोअर्स, चाइल्ड पोर्नोग्राफी में तस्करी के शिकार पीड़ितों, अनुचित और अवैध प्रथाओं से घायल व्यक्तियों के मामले के लिए पैरवी करने वाले वकील के रूप में जाने जाते हैं. अरूण ने एक दशक से अधिक समय तक बेहद उलझे हुए कॉमर्शियल मामलो में पैरवी की हैं जिनमें एंटीट्रस्ट, पेटेंट का उल्लंघन और एग्रीमेंट के मामलों का उल्लंघन से जुड़े केस शामिल हैं.

अमेरिकी सरकार के लिए बेहद सहयोगी

अरुण वर्तमान में जिस लॉ फर्म सुसमान गॉडफ्रे के साथ जुड़े हुए हैं. उसके एक पार्टनर के तौर पर उन्होने अमेरिका की फेडरल और कई राज्यों की सरकारों के ऐसे महत्वपूर्ण मामलो में पैरवी की है, जिससे वहां सरकारों को बड़े स्तर पर लाभ पहुंचा हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा अरुण का चयन करने के लिए उनका सफल ट्रैक रिकॉर्ड हैं, माना जा रहा है इसी के चलते सीनेट भी उनके पर जल्द मुहर लगा देगी. अरूण से जुड़े कुछ केस इस प्रकार के है जिसमें उन्होने पैरवी करते हुए सफलता दिलाई.

केस में अरुण ने अमेरिका के फेडरल और राज्य सरकारी संस्थाओं के लिए 400 मिलियन डॉलर से अधिक बचाए.

दावा अधिनियम के तहत फेडरल और राज्य की एजेंसियों के साथ कार्य करते हुए अमेरिकी और राज्य सरकारों के खिलाफ किए गए झूठे दावों में अरुण और उनकी टीम ने करीब 600 मिलियन डॉलर से अधिक की वसूली कराई.

लाइबोर प्राईस क्लास सेक्शन केस में सुस्मान गॉडफ्रे की ओर से अरुण ने 590 मिलियन डॉलर की वसूली कराने में कामयाब रहे हैं.
अरुण और उनकी टीम ने अमेरिका की स्थानीय टायलर कंपनी द्वारा लाए गए स्पाइनल इंसर्ट पेटेंट उल्लंघन के मुकदमे में प्रतिवादी ग्लोबल मेडिकल की ओर से सह.प्रमुख वकील के रूप में पैरवी करते हुए टायलर टेक्सास में जीत हासिल की.

अमेरिका में आए वित्तिय संकट के बाद कई बैंको ने अपने ग्राहको के बीमें से जुड़े  एग्रीमेंट से पल्ला झाड़ लिया था, लेकिन अरूण और उनकी टीम ने दोषपूर्ण आरएमबीएस की पुनर्खरीद से जुड़े एक मामले मे पैरवी करते हुए फ्लैगस्टार बैंक के खिलाफ एश्योर्ड गारंटी के लिए  100 मिलियन डॉलर की जीत हासिल की. इस केस ने अमेरिका में बैंकों अपने एग्रीमेंट के प्रति जिम्मेदार होने लिए बाध्य किया.

अरुण के नाम हैं ये उपलब्धियां

  • 2020, 2021, 2022- अमेरिका के यूएस चैंबर की ओर से उन्हें कमर्शियल मामलों का बेस्ट लिटिगेचर से सम्मानित किया गया

  • 2020, 2021, 2022- लॉड्रैगन ने अमेरिका के 500 प्रमुख वकील में शामिल किया.

  • 2019, 2020, 2021, 2022- लॉड्रैगन ने अमेरिका के प्रमुख 500 फाइनेंशियल लॉयर्स में शामिल किया.

  • फेडरल रूल्स ऑफ एविडेंस की सलाहकार समिति के सदस्य

  • कोलंबिया लॉ रिव्यू एसोसिएशन के निदेशक मंडल

  • फंड फॉर मॉडर्न कोर्ट के निदेशक मण्डल

  • सोनिया और सेलिना सोतोमयोर न्यायिक इंटर्नशिप कार्यक्रम के सलाहकार परिषद के सदस्य

  • दी अपीलांट प्रोजेक्ट के विकास समिति के सदस्य  

  • अमेरिकन बार फाउंडेशन के फेलो

ऐसा रहा 2001 से अब तक का सफर

सुब्रमण्यम ने वर्ष 2001 में केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री हासिल करने के बाद कोलंबिया लॉ स्कूल से जेडी की डिग्री हासिल की. इसके बाद वर्ष 2004 से 2005 तक यूनाइटेड स्टेट्स कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर सेकंड सर्किट में जज डेनिस जैकब्स के लिए लॉ क्लर्क के रूप में अपनी सेवाएं दी.

सुब्रमण्यम ने वर्ष 2005 से 2006 तक न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए स्टेटस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अपनी सेवाएं देते रहें. इसके बाद उन्होंने 2006 से 2007 तक अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस रूथ बेडर गिन्सबर्ग के लिए क्लर्क के तौर पर काम किया.

2007 में अरूण सुब्रमण्यम ने न्यूयॉर्क की लॉ फर्म सुस्मान गॉडफ्रे एलएलपी के जुड़कर निजी प्रेक्टिस में आ गए. जहां वे आज तक एक पार्टनर के रूप में शामिल रहें हैं.

जो बाइडन द्वारा अरुण सुब्रमण्यम का नाम न्यूयॉर्क के जिला जज के तौर पर नामित करने सिफारिश करने के फैसले का कई संस्थाओं ने स्वागत किया है. इंडियन अमेरिकन इंपैक्ट ने भी सुब्रमण्यम के नामांकन को उल्लेखनीय फैसला बताते हुए इसका स्वागत किया है.

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