राम मंदिर पर भारतीय मुसलमानों को भड़काने की पाकिस्तानी साजिश, मिला 'करारा जवाब'

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर पाकिस्तान ने भारतीय मुसलमानों को भड़काने की साजिश रची तो भारत ने उसे करारा जवाब देते हुए कहा है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों पर पहले अपने यहां का रिकॉर्ड देखे, पाकिस्तान को तो शर्मिंदा होना चाहिए..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 29, 2020, 11:08 AM IST
    • राम मंदिर पर फिर पाकिस्तान का ‘बेतुका’ बयान
    • अयोध्या में शुरू ‘मंदिर निर्माण’ निकली पाकिस्तान की ‘बौखलाहट’
    • अल्पसंख्यकों के लिये ‘जहन्नुम’ पाकिस्तान ने रोया पुराना राग !
    • मंदिर के बहाने भारतीय मुसलमानों को ‘भड़काने’ की साज़िश
    • अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, भारतीय मुसलमानों से प्यार?
राम मंदिर पर भारतीय मुसलमानों को भड़काने की पाकिस्तानी साजिश, मिला 'करारा जवाब'

नई दिल्ली: हर बार पाकिस्तान को इस भारत में शांति से चल रहे माहौल को देखकर पेट में दर्द होने लगता है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर उसने भारतीय मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की, जिसके बाद भारत ने उसे करारा जवाब दिया.

निर्माण पर तिलमिलाया पाकिस्तान 

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य क्या शुरू हुआ. पाकिस्तान की बौखलाहट एक बार फिर सामने आ गई है. पाकिस्तान को अपने देश में हो रहे  अल्पसंख्यकों पर अत्याचार तो नजर नहीं आते और वो भारत के खिलाफ साजिश पर साजिश रचे जा रहा है.

मुस्लिमों को भड़काने की साज़िश

अलबत्ता उसने राम मंदिर निर्माण के फैसले की आलोचना करते हुए, भारतीय मुस्लिम समुदाय को भड़काने की ज़रूर कोशिश की. पाक विदेश मंत्रालय ने ट्वीट में लिखा कि 'जहां एक तरफ़ दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है, वहीं RSS-BJP गठबंधन भारत में हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगा है.'

पाकिस्तान को भारत का करारा जवाब

पाकिस्तान के इस बयान पर भारत ने ऐतराज जताया है. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा है कि पाकिस्तान को तो अल्पसंख्यकों का जिक्र करते हुए शर्मिंदा होना चाहिए.

‘भारत में हर धर्म को बराबर अधिकार’

भारत ने साफ किया है मंदिर निर्माण का पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है. भारत में हर धर्म के लोगों को बराबर अधिकार दिये गये हैं. भारतीय मुस्लिमों ने भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाये गये फ़ैसले पर सहमति दी थी. ऐसे में कई सवाल उठने लाजमी है.

1). मंदिर निर्माण पर भारतीय मुसलमानों की सहमति पाकिस्तान को बर्दाश्त नहीं?
2). अयोध्या में राम मंदिर ‘निर्माण’ से पाकिस्तान को 'दर्द' क्यों?
3). अपने देश में अल्पसंख्यकों पर ‘अत्याचार’, भारतीय मुसलमानों से प्यार?
4). ‘कश्मीर’ से ‘कोरोना’ तक खुद नाकाम, फिर भी करेंगे दूसरों को बदनाम?
5). भारतीय मुसलमानों को कब तक ‘भड़काएगा’ पाकिस्तान?

ये कोई पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान का ऐसा नीच चरित्र सामने आया हो. कई बार पाकिस्तानियों ने राम मंदिर को लेकर साजिश रचने की कोशिश की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने तो बीते 19 जनवरी 2020 को ये तक कह दिया था कि RSS और मोदी सरकार भारत में मुस्लिमों को दबा रही है.

अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, भारतीय मुसलमानों से प्यार!

पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हाशिये पर हैं, जबरन धर्म परिवर्तन और अत्याचार का सिलसिला धड़ल्ले से जारी है. लेकिन इमरान खान के लिए भारतीय मुसलमानों को भड़काना ही असल मकसद है. 25 मार्च 2020 को रामलला टेंट से बाहर आए और 26 मई 2020 को मंदिर निर्माण शुरू हुआ तो पाकिस्तान के हुक्मरानों को मिर्ची लग गई. उन्होंने अपने इस दर्द को बयां करने के लिए ऐसी करतूत का सहारा लिया.

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अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने पर पाकिस्तान तिलमिला उठा और पाकिस्तान ने राम मंदिर निर्माण की आलोचना की, भारतीय मुसलमानों को भड़काने की साज़िश रच डाली. लेकिन पाकिस्तान की इस करतूत पर भारत ने भी ऐतराज जताते हुए उसे करारा जवाब दिया है.

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