केरल में NEET परीक्षा केंद्र पर छात्राओं से उतरवाया गया उनका अंतःवस्त्र; विरोध-प्रदर्शन
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केरल में NEET परीक्षा केंद्र पर छात्राओं से उतरवाया गया उनका अंतःवस्त्र; विरोध-प्रदर्शन

Strip Fff Underwear of Girls: यह घटना केरल के तिरुवनंतपुरम से 60 किलोमीटर दूर अयूर के एक परीक्षा केंद्र पर हुई, जहां स्क्रीनिंग के दौरान छात्राओं के अंडरवियर में कुछ छिपे होने का संदेह व्यक्त कर उनसे अंतःवस्त्र उतरवाए गए. 

अलामती तस्वीर

तिरुवनंतपुरमः केरल में परीक्षा से पहले लड़कियों की जांच के नाम पर अंडरवियर उतरवाने का मामला सामने आया है.  मेडिकल में प्रवेश के लिए इतवार को देशभर में आयोजित की गई राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) में शामिल होने वाली एक छात्रा ने इल्जाम लगाया है कि परीक्षा केंद्र पर उससे अपना इनरवियर उतारने के लिए कहा गया. परीक्षा केंद्र पर छात्रा के साथ हुए इस अपमानजनक व्यवहार के लिए जहां अभिभावक नाराज हो गए वहीं छात्रा को भारी मानसिक यंत्रणा से गुजरना पड़ा. सोमवार को छात्रा के पिता ने पुलिस में इसकी शिकायत की है. कुछ छात्रों ने इसके विरोध में प्रदर्शन भी किया है.   

परीक्षा केंद्र पर अभिभावकों से मांगा गया शॉल 
परीक्षा केंद्र के इस व्यवहार से नाराज छात्रा के अभिभावक ने बतया कि वह अपनी बेटी को लेकर तिरुवनंतपुरम से 60 किलोमीटर दूर अयूर के एक परीक्षा केंद्र पर पहुंचे थे. उन्होंने कहा, “हमने अपनी बेटी को दोपहर करीब 12 बजे परीक्षा केंद्र पर छोड़ा था. जब वह परीक्षा हॉल में जा रही थी, तो उसे रोक दिया गया और वहां मौजूद परीक्षा अधिकारियों ने हमसे एक शॉल की मांग की. 

परीक्षा देकर लौटी छात्राओं ने बताई ये बात 
अभिभावक ने बताया कि परीक्षा देकर जब मेरी बेटी वापस आई तो मुझे मालूम हुआ कि शॉल क्यों मांगा गया था. अधिकारियों ने उसे बताया कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि उसके इनरवियर में कोई वस्तु छिपी हुई है, जो उन्हें स्क्रीनिंग के दौरान दिखाई दी थी. अभिभावक ने कहा कि मेरी बेटी के अलावा कई अन्य छात्राओं को भी इनरवियर हटाने के लिए कहा गया. जब छात्राओं ने अपना इनरवियर उतारा, उसके बाद उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया गया. हालांकि किसी छात्रा के इनरवियर से कोई वस्तु मिलने की पुष्टि नहीं की गई.  

अपमान के कारण छात्राओं का परीक्षा में प्रदर्शन हुआ खराब 
सोमवार को कई अभिभावकों ने इस घटना पर आपत्ति दर्ज की है. उन्होंने कहा कि सोमवार को कहा कि जो हुआ वह पूरी तरह से अपमानजनक और अस्वीकार्य है. उनके पास इस घटना की शिकायत करने के अलावा और दूसरा रास्ता नहीं है. अभिभावकों ने कहा कि जिन उम्मीदवारों को इस तरह के अपमान से गुजरना पड़ा,वे सभी उस वक्त भारी मानसिक तनाव में थे और अभी तक मानसिक यंत्रणा से गुजर रहे हैं. परीक्षा केंद्र पर अधिकारियों के इस असंवेदनशील और अपमानजनक व्यवहार के कारण विद्यार्थी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने से चूक गए. 

परीक्षा केंद्र ने झाड़ा पल्ला, केस दर्ज 
जिस कॉलेज में परीक्षा हुई थी, उस कॉलेज ने पहले यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है. परीक्षा एक एजेंसी द्वारा संचालित की गई थी, कॉलेज सिर्फ एक परिसर उपलब्ध कराने की भूमिका में थे. वहीं, एनएसयूआई की स्टेट विंग के सद्र के.एम. अभिजीत ने इस पूरे घटनाक्रम पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि इस तरह का कार्य माफी के लायक नहीं है. इस तरह का व्यवहार करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए. वहीं घटना सामने आने के बाद सोमवार को कुछ छात्रों ने संस्थान के खिलाफ विरोध मार्च भी निकाला. इस पूरे मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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