5 गायों से शुरू किया बिजनेस, आज डेयरी फार्मिंग से साल में कमा रही 80 लाख से ज्यादा रुपये
Dairy Farming: आपने ऐसे कई युवाओं के बारे में सुना होगा, जिन्होंने करोड़ों का पैकेज छोड़कर कृषि को चुना. मेट्रो सिटी को छोड़कर आज वे अपने गांव में खेती-बाड़ी कर रहे हैं और अच्छा रिजल्ट दे रहे हैं. राजेश्वरी ऐसी ही एक किसान हैं जिन्होंने डेयरी फार्मिंग को चुना और आज वे एक सफल किसान के तौर पर उभरी हैं.
Agriculture News: आज के समय में भारत के युवा हर क्षेत्र में तरक्की कर रहे हैं. कुछ युवा UPSC जैसी कठिन परीक्षा पास करके IAS-IPS अफसर बनकर देश के सर्वोच्च पदों पर आसीन हो रहे हैं तो कुछ Google, Microsoft जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों में जॉब कर रहे हैं. कुछ नौजवान यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कंटेट क्रिएशन तो कुछ बॉलीवुड में अपना करियर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी के साथ कुछ युवाओं का रुझान खेती-बाड़ी की तरफ भी बढ़ रहा है. आपने ऐसे कई युवाओं के बारे में सुना होगा, जिन्होंने करोड़ों का पैकेज छोड़कर कृषि को चुना. मेट्रो सिटी को छोड़कर आज वे अपने गांव में खेती-बाड़ी कर रहे हैं और अच्छा रिजल्ट दे रहे हैं.
किसानों की सफलता की कहानियां हमेशा लोगों को प्रेरणा देती हैं. कर्नाटक के तुमकुरु से ताल्लुक रखने वाली राजेश्वरी ऐसी ही एक किसान हैं जिन्होंने डेयरी फार्मिंग को चुना और आज वे एक सफल किसान के तौर पर उभरी हैं. आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक राजेश्वरी ने साल 2019 में 5 गायों के साथ डेयरी फार्मिंग शुरू की थी. आज, 4 साल के बाद उनके पास 46 गाय हैं और वे रोजाना 650 लीटर दूध कर्नाटक मिल्क फेडरेशन को सप्लाई करती हैं. इससे उन्हें हर महीने 7 लाख रुपये और साल में 84 लाख रुपये तक की कमाई होती है.
खुद शुरू किया उत्पादन
राजेश्वरी के लिए यह सफर आसान नहीं था. उन्हें गायों के खाने के लिए चारा, इलाज जैसी अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इन चुनौतियों से निपटने के लिए उन्होंने आत्मनिर्भर होने का सोचा और खुद ही चारे का उत्पादन शुरू किया. इसके लिए उन्होंने 6 एकड़ जमीन लीज पर ली और खेती शुरू की.
उत्पादन में वृद्धि
धीरे-धीरे लाभ मिलने के बाद, राजेश्वरी ने जर्सी और होल्स्टीन फ्रीजियन नस्ल की गायों का पालन करना शुरू किया. इन बेहतर नस्लों की गायों से दूध उत्पादन में वृद्धि हुई और उनकी आय में भी इजाफा हुआ. 5 गायों से शुरू हुआ सफर आज 46 गायों तक पहुंच चुका है. गायों के बढ़ने के साथ ही राजेश्वरी ने उनकी देखभाल के कुछ लोगों को भी रखा हुआ है. डेयरी फार्मिंग से राजेश्वरी को अच्छी खासी इनकम हो रही है.