Chanakya Niti: गंदगी में पड़ी ये चीज आपको बना देगी मालामाल, तुरंत उठाकर ले आएं घर
Chanakya Niti For Success: आचार्य चाणक्य की नीति में मानव जीवन को सफल बनाने को लेकर बहुत सारी बातें कही गई हैं. इन नीतियों को जिस इंसान ने जीवन में उतार लिया, उसको सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता है.
Chanakya Niti for Money: गंदगी देखते ही इंसान नाक, मुंह सिकोड़ने लगता है. वह उस रास्ते से जाना पसंद नहीं करता, जहां पर गंदगी का जमावड़ा हो, क्योंकि मानव को स्वच्छ जगह पर जिंदगी जीने की आदत होती है. हालांकि, कुछ वस्तुएं इतनी मूल्यवान होती हैं कि अगर वह गंदगी में भी पड़ी हों तो उसकी कीमत कम नहीं होती है. आचार्य चाणक्य ने ऐसी वस्तुओं को लेकर अपने नीति शास्त्र में वर्णन किया है. उनका मानना है कि ऐसी वस्तुओं को बिना देरी किए तुरंत उठा लेना चाहिए. ये वस्तुएं आपको रंक से राजा बना सकती हैं.
कीमती वस्तु
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कहा है कि गंदगी में पड़ी कोई कीमती चीज दिख जाए तो उसे तुरंत उठा लेना चाहिए. ये वस्तुएं सोना, हीरा जैसी कीमती धातु या पत्थर हो सकते हैं, क्योंकि ये चीजें जिस भी हाल में रहें, इनका मूल्य कम होने की बजाए बढ़ता जाता है. ऐसे में ये चीजें भले ही गंदगी में क्यों न पड़ी हों, तुरंत उठाकर घर ले आना चाहिए.
अच्छाई
चाणक्य ने अपनी नीति में कहा है कि हमेशा लोगों में बुराई नहीं देखनी चाहिए. जो इंसान बुराई में अच्छाई देखता है, वह इंसान जीवन में बुलंदियों पर पहुंच जाता है. ऐसे में जरूरी है कि लोगों में बुराईयों की जगह अच्छाइयों को खोजने की कोशिश करें.
गुणी कन्या
चाणक्य नीति के अनुसार, किसी कन्या में काफी सारे गुण हों, यानी कि वह गुणी हो तो ऐसी कन्या को अपनी पत्नी या बहु बना लेना चाहिए, फिर भले ही उसका जन्म किसी दुष्ट परिवार में क्यों न हुआ हो. ऐसी कन्या घर को स्वर्ग बना देती है.
दृष्ट व्यक्ति और सांप
चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कहा है कि दृष्ट इंसान से हमेशा बचकर रहना चाहिए. जीवन में अगर दुष्ट व्यक्ति और सांप में से किसी एक को चुनने को मिलें तो सांप को चुनें. सांप खतरे को भांपकर ही नुकसान पहुंचाता है, लेकिन दुष्ट व्यक्ति अपने स्वभाव के कारण हमेशा आपको कष्ट पहुंचाने के बारे में सोचता रहता है और साजिशें बनाने में लगा रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)