Dhanishta Nakshatra Compatibility: धनिष्ठा नक्षत्र 4 तारों का समूह, ढोल या मृदंग की आकृति का आभास देता है. दोनों वाद्य यंत्र भीतर से खोखले होते हैं. यहां खोखले का अर्थ है अहंकार से मुक्त होने से है. इन यंत्रों के चमड़े के बाहरी आवरण पर थाप पड़ने से ध्वनि उत्पन्न होती है. भजन कीर्तन में मृदंग व ढोल का प्रयोग किया जाता रहा है. प्राचीन भारत में धनिष्ठा को श्रविष्ठा कहते थे. धनिष्ठा का अर्थ होता है धन संपदा से पूर्ण. 


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इस नक्षत्र के देवता 8 वसुओं को माना गया है. वसु का अर्थ है उत्कृष्ट, श्रेष्ठ मणि व रत्न, धन, वैभव, समृद्धि व कुबेर. आठ वसुओं में पहले आप, दूसरे ध्रुव, तीसरे सोम, चौथे धर, पांचवें अनिल, छठे अनल, सातवें प्रत्यूष और आठवें प्रभास. यह नक्षत्र मकर और कुंभ राशि को जोड़ने वाला नक्षत्र है, इसलिए जिन लोगों की मकर और कुंभ राशि है, उन लोगों का धनिष्ठा नक्षत्र हो सकता है. 


गुण 


धनिष्ठा नक्षत्र में जन्मे बालक शैशव अवस्था से ही अन्य बालकों की अपेक्षा बहुत अधिक चंचल व सक्रिय रहते हैं. छोटे बच्चे जल्दी माता-पिता की पकड़ में नहीं आते हैं. यह बच्चे बिस्तर से बहुत जल्दी गिर जाते हैं. अपनी चंचलता के कारण एक पल के लिए यहां तो दूसरे पल दूसरी जगह दिखाई देते हैं. संगीत और नृत्य में इनकी बहुत रुचि होती है. यह लोग बचपन से ही डांस और संगीत क्षेत्र में अपनी रुचि बनाकर रखते हैं. धनिष्ठा नक्षत्र की कन्याएं नृत्य करने में बहुत पारंगत होती हैं. यह गुण इनमें जन्मजात होता है और यदि इनको विधिवत शिक्षा दी जाए तो यह अपने परिवार का नाम रोशन करती हैं. 


इन लोगों का मुख्य उद्देश्य होता है कि इस संसार को, अपने देश को, अपने शहर को अधिक से अधिक बेहतर और सुंदर कैसे बनाया जाए. यह लोग सामाजिक कार्यों में भी बहुत बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और बहुत ख्याति व उन्नति प्राप्त करते हैं. इन लोगों में दीन-दुखियों के प्रति बहुत अधिक सहानुभूति होती है और यह अपना धन उनके कष्टों को दूर करने में लगाते हैं. आर्थिक रूप से यह लोग मजबूत होते हैं. पूर्व जन्म से ही यह अपने खाने-पीने की व्यवस्था करके चलते हैं. 


धनिष्ठा नक्षत्र के लोगों का स्वभाव सभी लोगों के साथ घुलमिल हो जाने वाला होता है. यह लोग बहुत कम समय में प्रगाढ़ मित्रता करने के गुण रखते हैं. मित्रों की संख्या भी खूब होती है. लोगों को खिलाने-पिलाने में, किसी का पालन-पोषण करने में बिल्कुल पीछे नहीं हटते हैं. इनके अंदर आध्यात्मिक शक्ति भी अच्छी मात्रा में होती है. भगवान से डरने वाले होते हैं और गलत काम करने से पहले कई बार विचार अवश्य करते हैं. किसी भी धार्मिक कार्यक्रमों में अपना योगदान देने से पीछे नहीं हटते हैं.