आंवला नवमी पर करें राशि के अनुसार उपाय, हमेशा नोटों से भरी रहेगी जेब
Amla Navami 2023 Upay: आंवला नवमी या अक्षय नवमी कार्तिक शुक्ल नवमी तिथि को मनाई जाती है. इस दिन विष्णुजी और आंवले के पेड़ की पूजा करने का विधान है. जानते हैं आंवला नवमी के राशिनुसार उपाय.
Akshay Navami 2023 Remedies: हिंदू धर्म में आंवला नवमी को खासा महत्वपूर्ण माना गया है. इसे अक्षय नवमी या कुष्मांडा नवमी भी कहते हैं. आंवला नवमी के दिन विष्णुजी और आवंले के पेड़ की पूजा की जाती हैं. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन स्नान-दान करने, विधि-विधान से पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है. जीवन के सारे दुख-कष्ट दूर हो जाते हैं और सुख-समृद्धि आने के रास्ते बनते हैं. भगवान विष्णु की कृपा से घर में धन-समृद्धि के भंडार भरे रहते हैं. यदि आंवला नवमी पर राशि के अनुसार कुछ खास उपाय कर लिए जाएं तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है.
मेष: आंवला नवमी के दिन मेष राशि वाले लोग विष्णुजी और आंवले के पेड़ की पूजा करें. पूजा में आंवला के पेड़ पर 7 बार कच्चा सूत बाधें.
वृषभ: वृषभ राशि के जातक आंवला नवमी के दिन किसी सार्वजनिक स्थान पर आंवला का पौधा लगाएं और उसकी रोज सेवा करें.
मिथुन: मिथुन राशि के लोग आंवला नवमी पर परिवार के साथ आंवला के पेड़ के नीचे भोजन करें.
कर्क: कर्क राशि के जातकों को आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ के जड़ में कच्चा दूध चढ़ाना और फिर पूजा करना बहुत लाभ देगा.
सिंह: अक्षय नवमी के दिन सिंह राशि वाले लोग आंवला के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करने के बाद पेड़ की 7 बार परिक्रमा करें.
कन्या: कन्या राशि के जातक आंवला के पेड़ की जड़ों में रोली अक्षत औऱ चंदन अर्पित करें. फिर आंवला के पेड़ की 7 बार परिक्रमा करें.
तुला: तुला राशि के जातक आंवला नवमी के दिन आंवला के पेड़ पर जल चढ़ाएं और फिर विष्णुजी के मंत्रों का जाप करें.
वृश्चिक: वृश्चिक राशि के जातक आंवला नवमी के दिन विष्णुजी के सामने घी का दीपक जलाएं, फिर पूजा करें. पूजा में आंवले का भोग जरूर लगाएं.
धनु: धनु राशि के जातक आंवला नवमी पर विष्णुजी की साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करें.
मकर: आंवला नवमी पर मकर राशि के लोग ब्राह्मणों को कद्दू का दान करें.
कुंभ: कुंभ राशि वाले जातक आंवला नवमी के दिन विष्णुजी की पूजा करके आंवले का भोग लगाएं. साथ ही ब्राह्मणों को भी आंवला दान करें.
मीन: आंवला नवमी के दिन मीन राशि के लोग दिन में विष्णुजी की पूजा करें और शाम को तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)