Pitra aane ke sanket: पितृ पक्ष के 15 दिन पितरों को समर्पित होते हैं. मान्‍यता है कि पितृ पक्ष के 15 दिनों में पितर धरती पर आते हैं और अपने परिवारजनों के आसपास रहते हैं. इस दौरान पितर खास तरह के संकेत देते हैं. यदि इन संकेतों को समझ लिया जाए तो कुछ उपाय करके पितरों को प्रसन्‍न किया जा सकता है. पितरों का आशीर्वाद जीवन में खुशहाली लाता है, धन-समृद्धि देता है. घर के लोगों को तरक्‍की देता है. आइए जानते हैं कि पितृ पक्ष में किन संकेतों से पितरों के आने का इशारा मिलता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इन रूपों में आते हैं पितर
 
पितृ पक्ष में पितृ मनुष्‍य से लेकर पशु-पक्षी किसी भी रूप में आ सकते हैं. इसलिए इन जीवों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए. साथ ही उन्‍हें सम्‍मानपूर्वक भोजन जरूर देना चाहिए. 


- पितृ पक्ष के दौरान यदि घर में कौए आएं तो यह बहुत शुभ होता है. पितर कौवे के रूप में आ सकते हैं. लिहाजा कौवे को भगाएं नहीं, बल्कि उसे भोजन दें. दरअसल, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्राद्ध पक्ष में 15 दिन तक कौए के द्वारा ही पितर अन्न ग्रहण करते हैं. इससे पितृ तृप्त होते हैं और अपने परिजनों को खुशहाल जीवन का आशीर्वाद देते हैं.


- यदि पितृ पक्ष के समय घर में कोई मेहमान आए या द्वार पर गरीब व असहाय व्यक्ति आए तो उसका अनादर न करें. बल्कि उनके लिए भोजन की व्यवस्था करें और सम्‍मान से भोजन कराएं. जरूरतमंदों को सामर्थ्‍य के अनुसार दान दें. 


- श्राद्ध पक्ष में गाय और कुत्ते का भी द्वार पर आना बहुत शुभ माना जाता है. इन्‍हें खाने के लिए भोजन दें. यदि रास्‍ते में भी गाय और कुत्‍ते दिखें तो उन्‍हें ना सताएं. पितृ गाय और कुत्‍ते के रूप में भी आ सकते हैं, ऐसे में उन्‍हें सताना आपको पितरों की नाराजगी का शिकार बना सकता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)