Maa Laskhmi Mantra: धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए साधक कई तरह के उपाय करते हैं. हर कोई चाहता है कि उनके जीवन में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे. घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास हो. इसके लिए वे मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के रास्ते ढूंढता है. हिंदू धर्म में किसी भी देवी-देवता को प्रसन्न करने के लिए मंत्र जाप का रास्त बताया गया है. हर देवी-देवता के अलग मंत्र होते हैं. इन मंत्रों के जाप का लाभ तभी मिलता है, जब सही माला से मंत्र जाप किया जाए. 


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किसी भी जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होने पर उसे जीवन में आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है. भौतिक सुखों की कमी रहती हैं. इसके लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए. उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए. आइए जानते हैं मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप किस माला से करना उत्तम रहता है. 


इस माला से करें मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप


कर्ज से छुटकारा पाने, आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए. उन्हें प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए मंत्रों का जाप करने की सलाह दी जाती है. ऐसे में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए स्फटिक की माला का इस्तेमाल करना चाहिए. ये एक सफेद रंगा का रंगहीन, पारदर्शी पत्थर होता है. इसे शुद्ध क्रिस्टल या व्हाइट क्रिस्टल के नाम से भी जाना जाता है. 


देखने में ये कांच की तरह नजर आता है. बता दें कि स्फटिक का पत्थर बर्फीले पहाड़ों पर बर्फ के नीचे टुकड़ों के रूप में पाया जाता है. इसकी माला बनाई जाती है और इससेमां दुर्गा, मां सरस्वती और मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप किया जा सकता है.


जानें जाप का सही तरीका


किसी भी चीज का पूर्ण लाभ तभी मिलता है, जब पूरीसही तरीके से उसे किया जाता है. मंत्र जाप करने से पहले जमीन पर शुद्ध ऊनी आसन बिछाएं. इसके बाद आसन पर पद्मासन या सुखासन में बैंठें. माला से जाप करने से पहले उसे शुद्ध जल सा साफ कर लें और तिलक जरूर लगाएं. माला को दाएं हाथ में लेकर पूर्व दिशा की ओर मुख करें. 


फिर माला को मध्यमा उंगली पर रखें और एक-एक मनका पढ़ते हुए आगे बढ़ें. ध्यान रहे इस दौरान मनके पर नाखून स्पर्श नहीं होने चाहिए. जाप करते समय माला को नाभि से नीचे और नाक से ऊपर न रखें. 


माला का जाप करते समय सीने से करीब 4 अंगुल दूर रखें. कहते हैं कि माला के ऊपर जो मोती बना होता है उसे समेरू कहते हैं. उसे जाप करते समय क्रॉस नहीं करना चाहिए. 


जाप को हमेशा संकल्प के साथ करें. और माला के मोती भी निर्धारित होने चाहिए.तभी मंत्र जाप का फल मिलता है. 


मां लक्ष्मी के इन मंत्रों का करें जाप


– ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:


– ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 


 


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