Lucky Gemstone: ग्रहों की क्षमता बढ़ाने के लिए और उनसे पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए लोग भिन्न-भिन्न प्रकार के उपाय करते रहते हैं. कोई दान नहीं करता है तो कोई ज्योतिषी के बताए गए उपायों को करता है. ग्रहों को रिप्रेजेंट करने वाले वैसे तो हमारे घर के सदस्य होते हैं, जिन्हें हम प्रसन्न करके ग्रहों को खुश कर सकते हैं. एक और चीज है जो ग्रहों को बलवान बनाने में मदद करती है, वह प्राकृतिक रूप से रत्न के रूप में पाए जाते हैं. ग्रहों से आ रही किरणें रत्न को जन्म देती हैं, जिसे हम धारण कर लें तो कुंडली में उस ग्रह को और मजबूत बना सकते हैं. वृष लग्न और वृष राशि वालों के लिए तीन रत्न अति शुभ बताए गए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हीरा- शुक्र वृष के स्वामी है. हीरे का संबंध शुक्र से है. जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कमजोर हो जाते हैं या फिर नकारात्मक ग्रह के प्रभाव में आ जाते हैं तो वह अपना पूर्ण फल नहीं दे पाते. शुक्र यदि मजबूत हो जाए तो ऐश्वर्य में वृद्धि, मान-सम्मान और ग्लैमरस को बढ़ावा देता है. वृष लग्न और राशि वालों की इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके स्वामी हैं. यदि स्वामी ही मजबूत न हो तो यह सब चीजें मिलना असंभव हो जाती है. इस राशि और लग्न के व्यक्ति एक उचित ज्योतिषी की सलाह से इसे धारण कर सकते हैं. नौकरी में वृद्धि और टेक्नोलॉजी में उन्नति और लग्जरी लाइफ को देने वाले शुक्र हैं.


पन्ना- वृष राशि वाले दूसरा रत्न पन्ना पहन सकते हैं. वृष लग्न में बुध धन-लाभ, बुद्धि-बल संतान सुख, यश, मान तथा भाग्योन्नति दिलाने वाले होते हैं. बुद्धि और संतान की अच्छी स्थिति बनाने के लिए दूध को प्रसन्न करना अति आवश्यक है. पन्ना और हीरे का कॉन्बिनेशन वृष वालों के लिए विशेष फलदायक होता है. 


नीलम- शनि देव की कृपा पाने के लिए एक जरिया नीलम रत्न भी हो सकता है. ये वृष राशि वालों के लिए अत्यंत योगकारक ग्रह हैं. इनकी कृपा हो जाए तो करियर में अच्छी उन्नति मिलती है और सरकारी जॉब भी आप आसानी से पा सकते हैं. मान-सम्मान और आर्थिक आय में लगातार वृद्धि देखने को मिलती है. कर्म के देवता शनि और भाग्य का साथ मिल जाए तो व्यक्ति को कभी निराशा का सामना नहीं करना पड़ता है.


शनि देव कोप दृष्टि डालने से पहले देते हैं ये संकेत
Vat Savitri Vrat: वट सावित्री व्रत कर महिलाएं करेंगी पति की लंबी आयु की कामना, मिलेगा अखंड सौभाग्य