Bhagavata Purana Kya Hai:  हिंदू धर्म की काल गणना में कलियुग चौथा युग है. कलियुग 4,36000 साल का है. अभी इस युग का प्रारंभ ही चल रहा है. फिलहाल इसके 5122 साल बीत चुके हैं और 426882 वर्ष शेष हैं. हिंदुओं के 18 पुराणों में से एक है भागवत पुराण. इसको श्रीमद्भागवतम या भागवतम कहा जाता है. इसमें कई ऐसी भविष्यवाणियां की गई हैं, जो कलियुग में सच साबित हुई हैं. हम आज आपको 5 भविष्यवाणियों के बारे में बताने जा रहे हैं. 


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छल के सहारे चलेगा बिजनेस


श्रीमद्भागवतम 12.2.3 के मुताबिक, बिजनेस में कितनी सफलता मिलेगी, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कोई कितना छल या धोखा करता है. अगर पिछले कुछ वर्षों पर गौर करें तो बड़ी-बड़ी कंपनियों के गलत तरीके से कारोबार करने के कई मामले सुर्खियों में रहे हैं.


इंसान की हैसियत पैसा तय करेगा


श्रीमद्भागवतम 12.2.2 में लिखा है, कलियुग में लोग सिर्फ पैसा देखेंगे. यानी सिर्फ किसी की प्रॉपर्टी देखकर ही इस बात का अंदाजा लगाया जाएगा कि उसका व्यवहार और गुण कैसे हैं. अब दुनिया में लोग उस शख्स की बुराइयों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके पास पैसा होता है. 


शक्तिशाली के पास होगी गद्दी


भागवत पुराण के 12.2.7 में लिखा है, संसार में भ्रष्ट लोगों की गिनती जैसे-जैसे बढ़ती चली जाएगी, राजनीतिक ताकत खुद को सबसे ज्यादा शक्तिशाली दिखाने वालों के पास होगी. अब जो दौर है, वह जिसकी लाठी, उसकी भैंस वाला है.


पैरेंट्स का ध्यान नहीं रखेंगे लोग


श्रीमद्भागवतम के 12.2.42 में लिखा है कि कलियुग में पुरुष अपने पैरेंट्स का ख्याल नहीं रखेंगे. ये तो अकसर आपको न्यूज में देखने को मिल जाएगा कि बच्चों ने अपने बुजुर्ग माता-पिता का साथ छोड़ दिया. 


 सभी रिश्ते हो जाएंगे खत्म


भागवत पुराण में यह भी लिखा है कि कलियुग में लोग अपने रिश्तेदारों को ही खत्म करने पर उतारू हो जाएंगे. दोस्ती और अन्य सारे रिश्ते खत्म हो जाएंगे. कुछ पैसों के लिए लोगों के मन में एक-दूसरे के लिए नफरत पैदा होगी. आज हम ये देखते हैं कि लोग प्रॉपर्टी के लिए एक-दूसरे का खून करने तक पर उतारू हो जाते हैं.


 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)