Shaniwar Mauni Amavasya: 30 साल बाद मौनी अमावस्या पर दुर्लभ संयोग, इन चीजों का दान बरसाएगा शनि कृपा!
Mauni Amavasya Shani Dev: मौनी अमावस्या पर 30 साल के बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है. 21 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन शनि का अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में होना और शनिवार का दिन होना शनि देव की कृपा पाने के लिए बेहद शुभ योग बना रहा है.
Mauni Amavasya Snan Daan: साल की सभी 12 अमावस्या में माघ मास की अमावस्या यानी कि मौनी अमावस्या को सबसे शुभ माना गया है. इस साल 21 जनवरी 2023 को मौनी अमावस्या शनिवार के दिन पड़ने से यह शनिश्चरी अमावस्या या शनि अमावस्या होगी. इस कारण इसका महत्व कई गुना बढ़ गया है. इसके अलावा ज्योतिष के अनुसार इस दिन शनि ग्रह भी दुर्लभ संयोग बना रहे हैं. इस कारण यह अमावस्या शनि देव की कृपा पाने के लिए विशेष है.
30 साल बाद माघ अमावस्या पर दुर्लभ संयोग
ढाई साल में राशि परिवर्तन करने वाले शनि देव 30 साल बाद गोचर करके अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में पहुंचे हैं. 21 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन शनि कुंभ राशि में रहेंगे. ऐसा संयोग 30 साल के बाद बना है. उस पर माघ महीने की मौनी अमावस्या शनिवार के दिन पड़ रही है. ऐसे में इस दिन मौन रहकर स्नान करने से हजार गुना ज्यादा पुण्य मिलेगा. साथ ही कुछ चीजों का दान शनि देव की विशेष कृपा भी दिलाएगा. इससे जीवन में तरक्की मिलने, धन आने के रास्ते खुलेंगे.
मौनी अमावस्या पर करें इन चीजों का दान
शनिवार के दिन पड़ रही मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या या शनिश्चरी अमावस्या के दिन कुछ खास चीजों का दान करना शनि देव को कृपा दिलाएगा.
- मौनी अमावस्या के दिन गंगा स्नान जरूर करें. यदि ऐसा संभव नहीं है तो घर में ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें. इससे बहुत अक्षय पुण्य प्राप्त होता है. साथ ही स्नान के बाद गरीब, जरूरतमंदों को दान जरूर दें.
- गंगा स्नान के बाद गरम कपड़े, कंबल, तेल, काली तिल, सरसों के तेल का दान करने से शनि दोष दूर होता है. शनि देव प्रसन्न होते हैं. खासतौर पर जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है, उन्हें शनि से मिल रहे कष्टों से राहत मिलती है.
- गंगा स्नान और दान के बाद शनि से पीड़ित लोगों को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का चौमुखा दीपक जलाना चाहिए.
- मौनी अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त तर्पण-श्राद्ध करें और सामर्थ्य के अनुसार ब्राह्मणों और गरीबों को दान जरूर दें. इससे पितृ दोष दूर होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)