Planets Position: ज्योतिष शास्त्र के जानकारों का कहना है कि ग्रहों की स्थिति और उनकी चाल का हमारी सेहत पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से असर पड़ता है. कई बार यह हमारे भाग्य को दुर्भाग्य में बदल देते हैं तो कई बार दुर्भाग्य को भाग्य में बदल देते हैं. कुछ लोगों को देखा जाता है कि वह अक्सर बीमार रहते हैं या एक बीमारी से ठीक होने के बाद तुरंत किसी दूसरी बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं. ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि हमारे शरीर में होने वाली बीमारियों का कनेक्शन ग्रहों की स्थिति से भी होता है. यहां हम ऐसी ही कुछ बीमारियों के बारे में जानेंगे. इसके साथ जानेंगे कि कौन-सा ग्रह किस बीमारी के लिए जिम्मेदार होता है.


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सूर्य से जुड़ी बीमारियां


सूर्य से जुड़ी बीमारियों को लेकर ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि दिल की बीमारी, आंख की बीमारी और पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं इन सभी के लिए सूर्य जिम्मेदार होता है. अगर किसी शख्स की कुंडली में सूर्य कमजोर होता है तो उसमें इस तरह की बीमारियां देखने को मिलती है.


राहु-केतु से जुड़ी बीमारियां


ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि याददाश्त से जुड़ी बीमारियों के लिए राहु और केतु जिम्मेदार होते हैं. इसके अलावा कुछ ऐसी भी बीमारियां होती है जिसका पता नहीं लग पाता है, उसके लिए भी राहु और केतु ही जिम्मेदार होते हैं.


शनि ग्रह से जुड़ी बीमारियां


कुंडली में शनि की बुरी स्थिति कई बीमारियों का कारण बनती है. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो हड्डियों से जुड़ी बीमारियों के लिए शनि जिम्मेदार होता है.


शुक्र ग्रह से जुड़ी बीमारियां


यौन संबंधी बीमारियों और डायबिटीज के लिए एस्ट्रोलॉजर्स का कहना है कि ऐसी बीमारियों के लिए शुक्र ग्रह जिम्मेदार होता है. अगर किसी की कुंडली में शुक्र ग्रह की ठीक स्थिति में नहीं है तो ऐसी बीमारियां देखने को मिलती हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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