Palmistry in Hindi: ज्‍योतिष शास्‍त्र की तरह हस्तरेखा शास्‍त्र से भी भविष्‍य के बारे में कई अहम बातें जानी जा सकती हैं. हाथ की रेखाएं, निशान, चिह्न शुभ हों तो जातक पूरी जिंदगी ऐश से जीता है. उसे धन-दौलत, पद-प्रतिष्‍ठा, अच्‍छा वैवाहिक जीवन मिलता है. जबकि किस्‍मत या भाग्‍य का साथ न मिले तो कड़ी मेहनत भी बेकार चली जाती है. इसलिए लोग अपने भाग्‍य के बारे में जानने में बहुत रुचि रखते हैं. ज्‍योतिष की तरह हस्‍तरेखा शास्‍त्र में भी इस मामले में शनि को सबसे ज्‍यादा महत्‍व दिया गया है. यदि हथेली में शनि रेखा और शनि पर्वत शुभ हो तो व्‍यक्ति अपने जीवन में खूब सफलता, धन-दौलत, मान-सम्‍मान पाता है. 


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हर किसी के हाथ में नहीं होती है शनि रेखा! 


हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली के बीच में जो खड़ी रेखा होती है, उसे शनि रेखा कहते हैं. इसे भाग्‍य रेखा भी कहते हैं. शनि रेखा या भाग्‍य रेखा मणिबंध से निकलकर शनि पर्वत यानी कि सबसे बड़ी उंगली के नीचे तक जाती है. हालांकि शनि रेखा या भाग्‍य रेखा सभी के हाथ में नहीं होती है, लेकिन जिस किसी के हाथ में होती है, उसे बहुत लाभ देती है. 


किस्‍मत चमका देती है शनि रेखा 


- जिन लोगों की हथेली में कलाई के पास से शुरू होकर शनि रेखा एकदम शनि पर्वत तक जाए और रेखा स्‍पष्‍ट हो तो ऐसे जातक कम उम्र में ही खूब पैसा कमा लेते हैं. ये जातक अपनी मेहनत से अपना मुकाम बनाते हैं. 


- शनि रेखा कटी-फटी न हो और जीवन रेखा से निकलकर शनि पर्वत तक जाए तो ऐसी रेखा भी बहुत शुभ होती है. ऐसे लोग अपने जीवन के दूसरे पड़ाव में सफलता पाते हैं और ऊंचा मुकाम हासिल करते हैं. 


- यदि कोई रेखा गुरु पर्वत से निकलकर शनि पर्वत तक जाए तो ऐसे लोग भी बेहद भाग्‍यशाली होते हैं. ऐसे जातक खूब सफलता पाते हैं और अकूत धन भी कमाते हैं. इनके पास कभी भी पैसों की कमी नहीं होती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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